सुपरस्टार आमिर खान लंबे समय से अपनी फिल्म ‘सितारे जमीन पर’ को लेकर सुर्खियां बटोर रहे हैं। फिल्म जल्द ही 20 जून को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है। आमिर इस फिल्म के प्रमोशन में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। इस बीच एक इंटरव्यू में आमिर ने अपने भांजे एक्टर इमरान खान को लेकर बात की। आमिर ने कहा कि इमरान की शक्ल-सूरत बहुत अच्छी है, इसलिए उन्हें हमेशा मुख्य धारा की मसाला फिल्में ऑफर हुईं लेकिन वे ऐसी फिल्मों में सहज नहीं थे। इमरान को 'हीरोपंती' या स्टार बनने की चमक में कोई दिलचस्पी नहीं है।
वे एक सच्चा अभिनेता बनना चाहते हैं, जो किरदारों को गहराई से जीना चाहता है। इमरान ने हमेशा अपने दिल की सुनी है। वह अपनी शर्तों पर काम करना चाहता है और मैं उसका सम्मान करता हूं। बता दें इमरान को अपने मामा आमिर जैसी सफलता हासिल नहीं हुई। इमरान ने साल 2008 में आमिर खान प्रोडक्शंस की रोमांटिक कॉमेडी 'जाने तू या जाने ना' से बॉलीवुड में डेब्यू किया था। उनके अपोजिट एक्ट्रेस जेनेलिया डिसूजा थीं। लोगों को यह जोड़ी और इसके गाने खूब पसंद आए। इमरान इसके बाद 'किडनैप', 'लक', 'आई हेट लव स्टोरीज', 'डेली बेली', 'मेरे ब्रदर की दुल्हन', 'एक मैं और एक तू', 'मटरू की बिजली का मंडोला' और 'कट्टी बट्टी' जैसी फिल्मों में नजर आए।
साल 2015 के बाद वे फिल्म इंडस्ट्री से दूर हो गए। साल 2023 में उनकी शॉर्ट फिल्म और कुछ डिजिटल प्रोजेक्ट्स ने उनकी वापसी की अटकलों को हवा दी। इमरान एक बार फिर से एक्टिव दिखे और उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर लगातार अपनी फिल्मों से जुड़ी पोस्ट डालकर संकेत दिए कि वे एक्टिंग की दुनिया में लौटने को तैयार हैं। हाल ही में इमरान ने एक इंटरव्यू में कहा था कि मैं स्क्रिप्ट्स पढ़ रहा हूं और जल्द ही सही प्रोजेक्ट के साथ वापसी कर सकता हूं। मैं ऐसी कहानियां चुनना चाहता हूं, जो मुझे उत्साहित करें। स्टारडम मेरे लिए मायने नहीं रखता।
फिल्म दिखाती है कि ऐसे बच्चे कितने संवेदनशील और सरल होते हैं : सुधा मूर्ति
‘सितारे जमीन पर’ की रिलीज से पहले हुई एक स्पेशल स्क्रीनिंग में मशहूर लेखिका और समाजसेवी सुधा मूर्ति ने शिरकत की। फिल्म देखकर सुधा बेहद भावुक हो गईं। सुधा ने कहा कि मैंने ‘सितारे जमीन पर’ देखी और ये बहुत प्यारी फिल्म है। ये दिखाती है कि ऐसे बच्चे कितने संवेदनशील और सरल होते हैं। हम अक्सर उन्हें ठीक से समझ नहीं पाते। असल में ‘नॉर्मल’ क्या होता है, यही सवाल फिल्म बहुत सुंदर तरीके से उठाती है। इससे सोच में बदलाव आ सकता है और यह फिल्म समाज को अधिक समावेशी बनाने की दिशा में एक कदम है।
ऐसे बच्चों से हमें बहुत कुछ सीखने को मिलता है और ये फिल्म दर्शकों को उस दिशा में सोचने पर मजबूर करती है। उन्होंने समाज से अपील की कि मानसिक रूप से भिन्न बच्चों के साथ सहानुभूति और सम्मान के साथ पेश आना चाहिए। बता दें फिल्म का निर्देशन आर.एस. प्रसन्ना ने किया है। कहानी और स्क्रीनप्ले दिव्य निधि शर्मा ने लिखे हैं। संगीत शंकर-एहसान-लॉय का है और गीत अमिताभ भट्टाचार्य ने लिखे हैं।
मुख्य भूमिकाओं में आमिर और जेनेलिया देशमुख नजर आएंगे। प्रोडक्शन आमिर खान प्रोडक्शंस और अमेजन प्राइम वीडियो की अपर्णा पुरोहित ने रवि भागचंदका के साथ किया है। इसमें 10 एक्टर अरूष दत्ता, गोपी कृष्ण वर्मा, सम्वित देसाई, वेदांत शर्मा, आयुष भंसाली, आशीष पेंडसे, ऋषि शाहानी, ऋषभ जैन, नमन मिश्रा और सिमरन मंगेशकर डेब्यू कर रहे हैं। फिल्म साल 2007 में आई ‘तारे जमीन पर’ की सीक्वल मानी जा रही है।