इन तरीकों की मदद से बढ़ाए बच्चों का आत्मविश्वास, मिलेगी जीवन की सही दिशा
By: Priyanka Maheshwari Mon, 15 Jan 2024 10:27:55
किसी भी इंसान को बचपन से ही उचित मार्गदर्शन मिलता हैं तो वह सही राह पकड़कर अपने आने वाले जीवन को संवार सकता हैं। ऐसे में माता-पिता का महत्वपूर्ण योगदान होता हैं कि वे अपने बच्चों में आत्मविश्वास जगाए जो उन्हें किसी भी परेशानी का सामना करने में मदद करें। ऐसे में समय-समय पर बच्चों की सराहना करना जरूरी हैं चाहे उन्हें अपने काम में विफलता ही क्यों ना मिली हो। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे तरीकों की जानकारी देने जा रहे हैं जिनकी मदद से आप बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ा सकेंगे। तो आइये जानते हैं इसके बारे में...
खुद करने दें बच्चे को अपना बचाव
हर माता-पिता अपने बच्चे को दुनिया की सारी बुराइयों से बचाना चाहते हैं। फिर चाहें वह किसी छोटी चोट लगने से बचाना हो या गलतियां करने से रोकना। अपने बच्चे को हर बात में बचा लेना और उसके लिए चीजों को सरल बनाने की कोशिश स्वाभाविक है, परन्तु यह आदत न चाहते हुए भी आपके बच्चे को अपने पैरों पर खड़े होने नहीं देगा। ऐसा करने से बच्चे हर चीज़ के लिए आप पर निर्भर होने लगेंगे और मज़बूत नहीं बन पाएंगे। बच्चों को यह जानने की जरूरत है कि असफल होना ठीक है और उदास, चिंतित या क्रोधित महसूस करना बिल्कुल सामान्य है।
सकारात्मक प्रशंसा
माता-पिता बच्चे की तारीफ करते यह समझ नहीं पाते कि वह किस तरह से उनती प्रशंसा कर रहे हैं और उसका बच्चे पर क्या प्रभाव पड़ेगा। पेरैंट्स को हमेशा बच्चे की सकारात्मक प्रशंसा करनी चाहिए जैसे- बच्चा किसी खिलौने को या साइकल को बिना खराब किए उससे खेलता है या चलाता है। ऐसी स्थिति में माता-पिता को यह कहना चाहिए कि खिलौने के साथ अच्छे से खेलने के लिए मुझे आप पर गर्व है।+
खुद की गलतियों से सबक लेना सिखाएं
गलती करना कुछ नया सीखने का हिस्सा है, इसलिए उन्हें गलतियां करने से पहले ही न रोक दें, न ही उनकी गलतियों पर नाराज हों। यदि आपका बच्चा कोई गलती करता है तो उसपर गुस्सा न करें बल्कि उस गलती से सीख लेने की सलाह दें। अगर किसी छोटे कॉम्पीटिशन में उसकी हार हुई है, तो उसे अधिक आशावादी बनने में मदद करें। हार और गलतियों को मन में बैठा लेने से आत्मविश्वास में कमी आती है। इसलिए उन्हें हमेशा प्रोत्साहित करें।
बच्चों को दें सरप्राइज
सरप्राइज और गिफ्ट्स किसे नहीं पसंद। बच्चे खासकर इसकी इच्छा रखते हैं। माता-पिता को चाहिए कि जब भी बच्चा कोई अच्छा काम करे तो वे उसे गिफ्ट दें। बच्चों को अगर उनका मनपसंद खिलौना, चॉकलेट या फिर किसी पिकनिक स्पॉट पर घुमाने ले जाएंगे तो वे बहुत खुश होते हैं।
उपलब्धि नहीं प्रयास की करें तारीफ
पेरैंट्स बच्चे की तारीफ करते समय हमेशा ध्यान रखें कि वे उनके प्रयास की प्रशंसा करें उपलब्धि की नहीं। जैसे-बच्चा किसी कॉम्पीटिशन जीतता है तो उनके द्वारा हासिल किए गए पुरस्कार पर गर्व करने की जगह उसके द्वारा किए गए प्रयास पर उसे प्राऊड फील कराएं। इससे बच्चे में यह समझ विकसित होगी कि परिणाम से ज्यादा प्रयास का महत्व होता है। माता-पिता को हमेशा बच्चों को किसी अच्छे काम के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। उनके द्वारा कहे गए प्रोत्साहन भरे शब्द बच्चों में और ऊर्जा भरते हैं और वे किसी भी काम को बिना डरे और घबराए प्रभावी तरीके से करते हैं।
उन्हें घर के कामों में शामिल करें
शुरुआत से ही अपने बच्चों को घर के छोटे-छोटे कामों का हिस्सा बनाएं। ऐसा करने से उन्हें बचपन से ही अपनी ज़िम्मेदारी समझने और उसे निभाने का अहसास होगा। आप अपने बच्चों से घर के छोटे काम करवा सकती हैं - जैसे किसी को पानी पिलाना, घर की सफाई करना, खाना परोसना आदि। मगर ध्यान रहे उनसे कोई बड़े काम न करवाएं क्योंकि बचपन का आनंद लेना भी महत्वपूर्ण है।