घर में मौजूद इन चीजों से पनपता हैं भयंकर वास्तु दोष, जानें आपके दुखों का कारण कहीं ये तो नहीं
By: Ankur Fri, 11 Nov 2022 09:30:16
वास्तु शास्त्र में सुख-समृद्धि के लिए कई तरह के नियम बनाए हैं जिसका पालन करने से घर पर सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। वास्तु शास्त्र का सिद्धांत सकारात्मक ऊर्जा और नकारात्मक ऊर्जा के सिद्धांत पर आधारित हैं। वास्तु के अनुसार हम सभी के घरों में कुछ न कुछ ऐसी कमियां रह जाती हैं, जिन्हें वास्तु दोष माना जाता है और इस वजह से नकारात्मकता का संचार होता हैं। घर पर वास्तु दोष होने से कई तरह की परेशानियां आती है। जिसमें प्रमुख रूप से धन हानि, मानसिक प्रताड़ना और अशांति का सामना करना पड़ता है। ऐसे में आज हम आपको घर में मौजूद उन चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी वजह से भयंकर वास्तु दोष पनपता हैं और ये आपके दुखों का कारण बनते हैं। आइये जानते हैं इनके बारे में...
तस्वीरों के कारण वास्तुदोष
घर की दीवारों पर तस्वीर बना सकते हैं, लेकिन तस्वीर और मूर्तियों को चिपकाना नहीं चाहिए। इसे भयंकर वास्तु दोष बनता है। घर में भगवान की प्रतिमा रखते हैं तो बहुत बड़ी प्रतिमा को नहीं रखें। 1 से लेकर 11 उंगली तक की प्रतिमा को ही घर में ऱखना वास्तुसंगत होता है।
घड़ी के कारण वास्तुदोष
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में घड़ी लगाते समय भी दिशा और अन्य बातों को ध्यान में रखना जरूरी होती है। घर की दक्षिण दिशा को घड़ी लगाने के लिए अशुभ माना जाता है। इस दिशा में घड़ी लगाने से अच्छा-भला करियर डुब जाता है। वहीं, ऐसा भी माना जाता है कि घर की दक्षिण दीवार में लगा आइना घर की महिलाओं को दुख देता है। घर की बहु-बेटियां कभी खुश नहीं रहती। वॉल घड़ी को हमेशा उत्तर या पूर्व दिशा में ही लगाना चाहिए। कहते हैं कि इससे घर में खुशियां आतीं हैं और धन-संपत्ति का विकास होता है।
भूलकर भी किराए पर न दें इस दिशा का कमरा
घर का उत्तर पूर्वी भाग ऊंचा नहीं होना चाहिए। साथ ही इस दिशा में शौचालय का निर्माण किसी भी हाल में नहीं होना चाहिए। ऐसा होने से धन की बड़ी हानि होती है। परिवार में अशुभ घटनाएं हो सकती हैं। इस दिश का बाकी दिशा से नीचे होना और इस दिशा में मंदिर का होना शुभ माना गया है। अगर कोई कमरा रहने के लिए बनाया है तो कभी भी उत्तर पूर्व का कमरा किराए पर नहीं देना चाहिए।
अंदर की तरफ खुलें खिड़कियां
घर का दरवाजा बाहर की ओर खुलना अच्छा नहीं माना जाता है। दरवाजा अंदर की ओर खुलना चाहिए। साथ ही दरवाजा खुलते बंद होते समय आवाज करना शुभ नहीं होता है। खिड़कियों के लिए भी यह नियम है कि यह अंदर की ओर खुलनी चाहिए बाहर की ओर नहीं। इस दोष की वजह से इससे भय और मानसिक कष्ट होता है। घर के मुखिया को जीवन में कष्ट भोगना पड़ता है।
डस्टबिन के कारण वास्तुदोष
कई बार इंसान से बेवजह से ही अधिक खर्च होने लग जाता है, लेकिन क्या आपको पता है कि इसके पीछे का कारण उत्तर दिशा में मौजूद गंदगी है। इस दिशा को वास्तु के हिसाब से हमेशा साफ रखना चाहिए और इसके लिए इस दिशा में मां लक्ष्मी से जुड़ा श्री यंत्र स्थापित करना चाहिए। इसके साथ ही घर के सामने हरी बेलदार पत्तियां लगानी चाहिए।
चमगादड़ के आने पर करवाएं शुद्धि
मधुमक्खी का छत्ता घर में नहीं लगना चाहिए। वास्तु विज्ञान के अनुसार ऐसा होने से 6 मास तक वास्तु दोष बना रहता है। जबकि चमगादड़ के घर में आ जाने से 15 दिनों तक वास्तु दोष रहता है। ऐसे में घर की शुद्धि करानी चाहिए। गिद्ध, और कौआ का भी घर में प्रवेश कर जाना अच्छा नहीं माना जाता है।
किचन से जुड़ा वास्तु दोष
रसोई घर कभी भी ऐसा नहीं होना चाहिए कि द्वार के सामने से ही चूल्हा दिखे। ऐसे होने से घर से बरकत चली जाती है। खाना बनाते समय गृहणी का मुख पूर्व की ओर होना बेहद शुभ माना जाता है। इससे आरोग्य की प्राप्ति होती है। घर में लोग कम बीमार होते हैं। रात में भोजन बनाने के बाद चूल्हा और प्लेटफार्म साफ कर लेना चाहिए। जूठा बर्तन रात में सिंक में नहीं रहने देना चाहिए।
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