यह जरूरी नहीं की हर कोई इस रिश्ते मे प्यार ही करे I अगर सच्ची दोस्ती है तो उसे समझने की जरूरत नहीं होती है I ऐसे कई लोग होते है जो सिर्फ दोस्त ही होते है उनके बीच मे कोई नाजायज़ रिश्ता नहीं होता है I यह रिश्ता आकर्षण से शुरू होता है I लेकिन शुरुआत तो दोस्ती से ही होती है I यह कहा लिखा होता है एक आदमी और औरत का रिश्ता सिर्फ पति और पत्नी का होता है I पति पत्नी बनने से पहले वह भी दोस्त ही होते है I जिस रिश्ते मे दोस्ती है वो रिश्ता अपने आप मे मज़बूत होता चला जाता है I सिर्फ नजरिया अच्छा होना चाहिए I नजरिया ही हमे इन्सान की सोच के बारे मे बताता है I