साढ़े तीन साल तक कैमरे की नज़र में कैद रहे सचिन, तब जाके बनी उनकी बायोपिक

इस दौरान 10 हजार घंटे के वीडियो फुटेज खोजे गए. रवि और जेम्स ने इस फिल्म को बनाने के विचार से लेकर, परदे पर लाने तक हर चीज के बारे में बताया। एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म के पीछे कड़ी मेहनत की गई. 6 से 8 महीने सचिन से मिलने में ही लग गए थे। रवि भागचंदका के '200 नॉट आउट प्रोडक्शंस' के तहत इस फिल्म को बनाया गया है. इस फिल्म को बनाने बहुत मेहनत लगी है।
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