राहुल गांधी ने की मोदी सरकार के फैसले की तारीफ, जी-20 सम्मेलन को लेकर कही ये बात

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद राहुल गांधी इन दिनों यूरोप दौरे पर हैं। यहां बेल्जियम में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान राहुल ने मोदी सरकार के एक फैसले का समर्थन किया। आमतौर पर राहुल मोदी सरकार के हर फैसले पर सवाल उठाते दिखाई देते हैं। उसकी कमियां गिनाते रहते हैं, भाजपा पर देश में साम्प्रदायिक उन्माद फ़ैलाने का आरोप लगाते रहते हैं।लेकिन बेल्जियम में उन्होंने कहा कि रूस और यूक्रेन वॉर पर समूचा विपक्ष सरकार द्वारा अपनाए गए रुख से सहमत है।

राहुल क्या बोले

रूस-यूक्रेन युद्ध पर विपक्ष के दृष्टिकोण के बारे में पूछे जाने पर राहुल गांधी ने कहा, मुझे लगता है कि विपक्ष कुल मिलाकर सरकार की स्थिति से सहमत होगा। रूस के साथ हमारे संबंध हैं। और मुझे नहीं लगता कि विपक्ष सहमत होगा। सरकार वर्तमान में जो प्रस्ताव कर रही है उस पर एक अलग दृष्टिकोण है।

उन्होंने यह भी कहा कि वह यूरोप और भारतीय प्रवासियों दोनों से अलग-अलग लोगों से मिलने के लिए विदेश यात्रा करते रहे हैं और वह अब नियमित रूप से ऐसा कर रहे हैं। हम अमेरिका और ब्रिटेन गए हैं और अब हम यूरोपीय संघ में यह जानने के लिए आए हैं कि यहां और घर में क्या हो रहा है। यह एक संदेश से अधिक एक बातचीत है। मैं यूरोपियों को आकर संदेश देने वाला कोई नहीं हूं। यह विचारों का आदान-प्रदान है कि भारत में क्या चल रहा है और यहां क्या हो रहा है। हम किस प्रकार का सहयोग कर सकते हैं।

हमने सभी सांसदों के साथ भारत और यूरोप के बीच संबंधों और दुनिया में बदलाव और एक नए प्रकार के ऊर्जा प्रतिमान और नई गतिशीलता प्रतिमान में परिवर्तन पर चर्चा की। यह बहुत उपयोगी था।

राहुल गांधी ने कहा, हम उन्हें यह बता रहे थे कि भारत किस प्रकार की चुनौतियों का सामना कर रहा है, आर्थिक चुनौतियां, अन्य चुनौतियां। लोकतांत्रिक संस्थानों पर सामान्य प्रकार के हमले पर चर्चा की गई।

जी-20 पर रखे अपने विचार

एक अन्य प्रश्न के उत्तर में, केरल के वायनाड से लोकसभा सांसद ने कहा, मुझे नहीं लगता कि जी20 एक महत्वपूर्ण बातचीत है और यह अच्छी बात है कि भारत इसकी मेजबानी कर रहा है। निश्चित रूप से भारत में कुछ मुद्दे हैं जिन्हें हम उठाते हैं। मुझे लगता है यह कहना कि वे उन्हें मुक्त मार्ग दे रहे हैं, बिल्कुल सही नहीं है।

राहुल गांधी 6 सितंबर को ब्रुसेल्स पहुंचे और वह 11 सितंबर तक फ्रांस, नीदरलैंड और नॉर्वे जैसे कुछ अन्य देशों का दौरा करेंगे और कई इंटरैक्टिव कार्यक्रमों में भाग लेंगे और व्यापारियों और प्रवासी भारतीयों से भी मिलेंगे।

देश को बदलने की हो रही कोशिश

रूस-यूक्रेन युद्द पर मोदी सरकार का समर्थन करने के बाद राहुल ने निशाना साधते हुए कहा- देश को बदलने की कोशिश हो रही है। देश के लोकतांत्रिक संस्थानों पर हमला हो रहा है। देश में निश्चित रूप से भेदभाव और हिंसा बढ़ी है। हर कोई ये बात जानता है। अल्पसंख्यकों पर हमला हो रहा है। साथ ही दलित और दूसरी जातियों पर हमला हो रहा है।