गुरुग्राम के रेयान इंटरनेशनल स्कूल में बीते दिनों सात साल के बच्चे प्रद्युम्न ठाकुर के कत्ल केस की गुत्थी सुलझने की बजाय और उलझती नजर आ रही है। इस केस में अब स्कूल के माली का ऐसा बयान सामने आया है जिसने प्रद्युम्न को उस हालत में देखा। हरपाल ने बताया कि प्रद्युम्न वॉशरूम के अंदर नहीं बल्कि बाहर गैलरी में पड़ा था। बता दें कि हरपाल स्कूल स्टाफ का वह पहला शख्स था, जिसने प्रद्युम्न को खून से लथपथ पड़े देखा था।
अपने बयान में माली ने बताया कि जिस दिन प्रद्युम्न की हत्या हुई, वह पानी पीने जा रहा था और उसी दौरान वॉशरूम से बच्चों के चीखने की आवाजें आईं। इसके बाद उसने जब अंदर जाकर देखा कि बच्चा गैलरी में खून से लथपथ पड़ा हुआ था। माली ने खुलासा किया है कि मुख्य आरोपी कंडक्टर अशोक घटना के वक्त वॉशरूम के आसपास भी मौजूद नहीं था। इसके बाद उसने जब देखा को बच्चा खून से लथपथ पड़ा था जिसकी जानकारी उसने प्रद्युम्न की क्लास टीचर अंजु मैडम को बताया।
उसका दावा है कि मैडम ने बच्चे को उठाने की बात कह कर वह फिर से अपना काम करने लगीं। टॉयलेट के पास नहीं था अशोक माली का दावा है कि जिस बस कंडक्टर अशोक को पुलिस हत्या का आरोपी मान रही है वह टॉयलेट के पास मौजूद ही नहीं था। उसने बताया कि वॉटरकूलर की तरफ बाहर जाने का एक दरवाजा है अशोक वहां से अंदर आया। उसने बताया कि अशोक के कपड़ों पर खून नहीं था। उसका कहना है कि वह कई सालों से अशोक को जानता है वह इस तरह का काम नहीं कर सकता। इससे पहले ड्राइवर ने मीडिया को बताया था कि पुलिस और स्कूल प्रबंधन ने उसे स्कूल के पक्ष में बयान देने के लिए मजबूर किया था। उसने मीडिया से बताया था कि दबाव बनाकर यह कहलवाया गया कि चाकू टूल बॉक्स का हिस्सा था जबकि सच्चाई ये है कि चाकू टूल किट का हिस्सा नहीं था ।
माली के खुलासे के बाद पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठ रहे हैं। पुलिस ने मुताबिक, आरोपी कंडक्टर वॉशरूम के अंदर गलत काम कर रहा था और तभी प्रद्युम्न वहां पहुंचा। इसके बाद उसने बच्चे के साथ कुकर्म करने की कोशिश की और ऐसा करने में असफल रहने पर उसकी हत्या कर दी। हालांकि अब पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि प्रद्युम्न के साथ कोई कुकर्म नहीं हुआ था।