21वें कॉमनवेल्थ गेम्स में शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच दिलचस्प मुकाबला देखने का मिला। मैच में शुरू से 2-0 की बढ़त बनाने के बावजूद आखिरी पलों में भारत मैच जीतने में सफल नहीं हो पाया। वहीं, पाकिस्तान ये रोमांचक मुकाबला 2-2 से ड्रा कराने में कामयाब रहा। मैच के आखिरी में पाकिस्तान को एक और पेनल्टी कॉर्नर मिला जिसकी वजह से भारत यह मैच नहीं जीत पाया। भारत ने शुरू से ही आक्रामक खेल दिखाया और 13वें मिनट में ही 1-0 की बढ़त बना ली। भारत की तरफ से दिलप्रीत सिंह (13 वें मिनट) और हरमनप्रीत सिंह (19 वें मिनट) ने जबकि पाकिस्तान के लिये मोहम्मद इरफान जूनियर (38 वें मिनट) और मुबाशर अली(59 वें मिनट) ने गोल किए।
मैदान पर भारत ने दबदबा बनाया हालांकि कुछ अवसरों पर उसका प्रदर्शन लचर रहा। फारवर्ड दिलप्रीत सिंह ने पहले क्वार्टर में गोल करके पिछली बार के उप विजेता भारत को शुरूआती बढ़त दिलाई। दूसरे क्वार्टर में हरमनप्रीत सिंह ने दूसरे पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलकर भारत को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया। पाकिस्तान ने भी दो पेनल्टी कार्नर हासिल किये लेकिन अनुभवी पी श्रीजेश बेहतरीन बचाव करके भारत को संकट में नहीं पड़ने दिया। भारत ने तीसरे क्वार्टर के शुरू में पेनल्टी कार्नर हासिल किया लेकिन पाकिस्तानी गोलकीपर इमरान बट ने रूपिंदर पाल सिंह के प्रयास को आसानी से डिफलेक्ट कर दिया।
पाकिस्तानी टीम प्रतिस्पर्धी नजर नहीं आ रही थी लेकिन मोहम्मद इरफान जूनियर ने तीसरे क्वार्टर में मैदानी गोल करके उनमें जोश भरा। पहले यह गोल मोहम्मद अर्सलान कादिर के नाम पर दर्ज हुआ था लेकिन रीप्ले से पता चला कि आखिर में गेंद इरफान जूनियर की स्टिक को चूमकर गोल के अंदर गई थी।
पाकिस्तान ने अंतिम 15 मिनट में तीखे तेवर अपनाए और लगातार तीन पेनल्टी कार्नर हासिल किए लेकिन श्रीजेश की ठोस दीवार से पार पाना उनके लिये आसान नहीं रहा। मनदीप सिंह के पास आखिरी क्षणों में भारत को बढ़त दिलाने का मौका था लेकिन उनका शॉट बचा लिया गया। जब केवल सात सेकेंड का समय बचा था तब पाकिस्तान को पेनल्टी कार्नर मिला जिससे भारतीय खेमा चिंतित हो गया और आखिर में उनकी चिंता जायज साबित हुई। भारतीय टीम ने गोल गंवा दिया और जिस मैच में उसे पूरे अंक हासिल करने चाहिए थे उसमें उसे अंक बांटने पड़े।