इन 5 उपायों से मिल सकती है अनियमित पीरियड्स से मुक्ति

महिलाओं को पुरुषों से ज्यादा मजबूत माना जाता है। पुरुष बाहरी तौर पर सख्त, मजबूत दिखायी देते हैं लेकिन वे अन्दर से कमजोर होते हैं। जबकि महिलाएँ इसके उलट होती हैं। अपनी-अपनी परिस्थितियों और बनावट अलग होने के बावजूद इनमें एक समानता देखी जाती है और वह है तनाव। तनाव—टेंशन, स्ट्रेस—यह ऐसा दीमक है जो धीरे-धीरे शरीर को खा जाता है। इस मामले में महिलाएँ पुरुषों से दो कदम आगे रहती हैं। पारिवारिक तनावों के साथ-साथ उन्हें कुछ कुदरती शारीरिक तनावों से भी दो-चार होना पड़ता है। महिलाएं चाहकर भी खुद को इससे दूर नहीं कर पाती हैं, जिसके कारण उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। स्ट्रेस का सबसे ज्यादा असर महिलाओं के पीरियड्स पर पड़ता है। वर्तमान में 90 प्रतिशत महिलाएँ अनियमित पीरियड्स से परेशान हैं। इस परेशानी से निजात पाने के लिए महिलाएँ डॉक्टरों का सहारा लेती हैं, जिससे उन्हें वक्ती तौर पर आराम मिलता है। हालांकि इससे निपटने के लिए आप कुछ ऐसे घरेलू उपाय अपना सकती हैं, जिनके बाद आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं है।

आज हम अपनी सुधि महिला पाठकों के लिए लाए हैं कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे जिनको आजमा कर वे अनियमित पीरियड्स से होने वाली परेशानी से मुक्ति पा सकती हैं।

1. चकूंदर — अनियमित पीरियड्स को सुधारने या उससे छुटकारा पाने में चकूंदर आपकी सहायता कर सकता है। चकूंदर सेहत और पीरियड्स दोनों के लिए बेस्ट माना जाता है। यह सबसे ज्यादा फायदेमंद और ताकतवर होता है। इसका उपयोग शरीर में खून की मात्रा को बढ़ाता है, जिससे महिलाओं का होमोग्लोबिन सही रहता है। चकूंदर में कई जरूरी पोषक तत्व और आयरन, फॉलिक एसिड आदि पाए जाते हैं जो अनियमित मासिक धर्म को नियमित करने में कारगर साबित होते हैं। यह हार्मोन्स के संतुलन को सही करने में मदद करते हैं। नियमित रूप से चंकूदर को आप अपनी भोजन सामग्री में शामिल करें। चकूंदर को आप सलाद, सब्जी या इसका जूस निकाल कर पी सकते हैं। चकूंदर को दही के साथ मिलाकर भी खाया जा सकता है।

2. सौंठ या सूखा अदरक — भी पीरियड्स को नियमित करने में सहायक माना जाता है। यह पीरियड्स के फ्लो को सही करने और दर्द को कम करने में लाभदायक होता है। इसे आप जूस के रूप में या फिर कच्चा भी खा सकते हैं। यह दोनों तरीके से आपके पीरियड्स को समय पर लाने में मददगार साबित होगा। अदरक को आप नियमित रूप से चाय में डालकर पीने की आदत डालें तो यह पीरियड्स के लिए सर्वश्रेष्ठ होगा।

3. कच्चा पपीते का उपयोग — पीरियड्स की अनियमितता को दूर करने का रामबाण इलाज है। इसमें मौजूद पौष्टिक तत्व आयरन, कौरोटीन, कौल्शियम, विटामिन ए और सी गर्भाश्य की सिकुड़ी हुई मांसपेशियों को फाइबर पहुँचाने का काम करते हैं। आप इसे रोजमर्रा की जिन्दगी में शामिल करें फिर देखें इसका असर। कच्चे पपीते को आप पीरियड्स आने से कुछ दिन पहले खाना शुरू कर दे्ं। नियमित नाश्ते में आप इसे ले सकती हैं। पपीते के छोटे-छोटे टुकड़े कीजिए, उनके ऊपर सीमित मात्रा में दही डालें, फिर इसे खाइए।

4. दालचीनी — अनियमित पीरियड्स को नियमित करने के लिए एलोपैथिक दवाओं की ओर रुख करने से अच्छा है अपनी किचन में ही इसका इलाज ढूंढ़ा जाए। रोजमर्रा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री से ही पीरियड्स को नियमित किया जा सकता है। किचन में रखी दालचीनी इसमें रामबाण साबित हो सकती है। पीरियड्स को रेगुलर करने के साथ-साथ इस दौरान होने वाले दर्द से भी बचाने में लाभदायक है। इतना ही नहीं, इसमें मौजूद हाइड्रोऑक्सिचलकोन पीरियड्स के दौरान इन्सुलिन के स्तर को बनाए रखता है। इसके इस्तेमाल का तरीका भी आसान है। आधा चम्मच ताजा पीसी दालचीनी एक गिलास दूध में मिलाएं और इसे नियमित रूप से पीएं। और यदि आप इसे दूध के साथ नहीं पी सकती हैं तो चाय में डालकर, खाने में ऊपर से डालकर या इसकी लकड़ी को चबा कर भी इसका इस्तेमाल कर सकती हैं।

5. खट्टे खाद्य पदार्थ का सेवन करें — अपने मासिक धर्म को नियमित रखने के लिए खट्टे खाद्य पदार्थ का प्रयोग करें। इस मामले में इमली का गुद्दा सबसे कारगर है। सर्दियों के दिनों में आप नियमित रूप से खट्टे आंवले का प्रयोग कर सकती हैं। आंवला हमेशा कच्चा खाना स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। इमली को चीनी के साथ पानी में एक घंटे के लिए भिगो कर रख दें। अब इसमें नमक, चीनी और पिसा हुआ जीरा पाउडर मिलाएं। इस टेस्टी ड्रिंक को आप दो दिन में एक बार लें।

यह मात्र संकेतात्मक उपाय हैं। इन्हें आप घर की किसी बड़ी, अनुभवी और बुर्जुग महिला से पूछकर उपयोग कर सकती हैं।