भगवान को भी सताने लगा कोरोना वायरस का डर! पहनाया मास्क
By: Priyanka Maheshwari Thu, 12 Mar 2020 09:53:19
कोरोना वायरस (कोविड-19) चीन सहित 114 देशों में फैल चुका है. से 1,18,000 से ज्यादा लोग संक्रमित हो गए है। वहीं इस वायरस की वजह से 4,291 लोगों ने अपनी जान गवा दी है। भारत ने कोरोना वायरस के 60 मामले सामने आ चुके है. महाराष्ट्र में 5, केरल में 14, कर्नाटक 4, तमिलनाडु 1, राजस्थान 3, तेलंगाना-1, जम्मू-कश्मीर-1, लद्दाख- 2, दिल्ली में 7, हरियाणा में 14, जबकि उत्तर प्रदेश में 7 लोगों को कोरोना की पुष्टि हो गई है। लोगों को इससे बचने के लिए एहतियात बरतने की सलाह दी जा रही है। मोदी सरकार ने भारत में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से 15 अप्रैल तक सभी पर्यटन वीजा निलंबित कर दिए हैं। सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, यह निलंबन 13 मार्च को रात जीएमटी 12 बजे से प्रभावी होगा।
कोरोना वायरस का डर जहां इंसानों में है वहीं इससे अछूते भगवान भी नहीं रहे. प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भगवान पर भी कोरोना के असर का डर है, इसीलिए लोगों ने जारूकता के लिए भगवान को भी मास्क पहना दिया है।
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समाजसेवी रवीन्द्र त्रिवेदी ने अपने साथियों के साथ वाराणसी के प्रहलाद घाट पर बने प्रह्लादेश्वर मंदिर में शिवलिंग को मास्क से ढक दिया है, और मंदिर के बाहर भी पोस्टर लगाकर लोगों को सचेत किया गया है। इसमें लिखा है कि मंदिर में आने वाले भक्तों से अपील है कि वह मूर्तियों को न छुएं और फिलहाल दूर से ही पूजा करें।
रवीन्द्र ने बताया कि कोरोना वायरस (Coronavirus) का असर अब दुनिया में बढ़ रहा है। छूने से यह वायरस बढ़ सकता है। इसी कारण हमने लोगों में जागरूकता लाने के लिए भगवान को भी मास्क पहना दिया है। इससे लोगों में अच्छा संदेश जाएगा। लोग आपस में भी एक-दूसरे को छूने से बचें और इस बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरुक करें। अफवाह न फैलाएं, ताकि लोगों में किसी प्रकार की कोई दिक्कत न हो। उन्होंने बताया कि हम लोगों ने मंदिर की मूर्तियों और खासकर शिवलिंग को मास्क पहनाया है। हमारा आग्रह है कि लोग मूर्तियों को स्पर्श न करें, इससे भी वायरस अधिक लोगों तक पहुंच सकता है।
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पुजारी मुन्ना तिवारी ने बताया कि जिस प्रकार जाड़े में भगवान को कम्बल, गर्मी में पंखा-एसी का इस्तेमाल करते हैं। ठीक उसी तरह जागरुकता के लिए भगवान को भी मास्क पहनाया गया है। काशी भगवान भोले की नगरी यहां से संदेश दूर-दूर तक जाता है।