इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के कार्यक्रम में जा रहे अखिलेश यादव को लखनऊ प्रशासन ने एयरपोर्ट पर रोका, हंगामा
By: Priyanka Maheshwari Tue, 12 Feb 2019 2:23:57
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी (Allahabad University) के शपथग्रहण कार्यक्रम में शिरकत करने जा रहे समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को लखनऊ हवाई अड्डे पर ही रोक दिया गया है। अखिलेश को रोके जाने से एयरपोर्ट पर पुलिस, प्रशासन और उनके बीच नोक-झोंक हुई। बताया जा रहा है कि इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के विरोध के बाद कार्यक्रम में शिरकत करने की अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) को अनुमति नहीं दी है। यही वजह है कि लखनऊ पुलिस ने एयरपोर्ट पर उनके चार्टेड प्लेन को रोक दिया है। हालांकि, अभी साफ नहीं है कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) कार्यक्रम में जाएंगे या नहीं। खिलेश यादव ने इस पर ट्वीट कर विरोध दर्ज किया। उन्होंने कहा कि उन्हें इलाहाबाद यूनिवर्सिटी जाने से रोका जा रहा है।
अखिलेश के ट्वीट के बाद समाजवादी पार्टी के कई कार्यकर्ता एयरपोर्ट पर जमा हो गए और हंगामा करने लगे। बवाल बढ़ने पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज में अराजकता न फैले, इसलिए अखिलेश को रोका गया है।
अखिलेश ने ट्वीट किया, 'एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से सरकार इतनी डर रही है कि मुझे लखनऊ हवाई अड्डे पर रोका जा रहा है।' उन्होंने आगे लिखा कि 'बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकना का एक मात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है।
उन्होंने आगे एक और ट्वीट किया और लिखा- मुझे बिना किसी लिखित आदेश के हवाई जहाज में चढ़ने से रोका गया। फिलहाल लखनऊ एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया। यह स्पष्ट है कि छात्र नेता के शपथ समारोह से सरकार कितनी भयभीत है। भाजपा जानती है कि हमारे महान देश के युवा अब इस अन्याय को बर्दाश्त नहीं करेंगे। अखिलेश यादव ने कुछ तस्वीरें भी शेयर की हैं, जिसमें देखा जा सकता है कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) नीचे हैं और अधिकारी उन्हें जहाज पर चढ़ने से रोक रहे हैं। दरअसल, अखिलेश यादव के जाने को लेकर एबीवीपी के लोग विरोध कर रहे हैं। एबीवीपी ने विश्वविद्यालय प्रशासन से मांग की है कि किसी भी राजनीतिक व्यक्ति को इस कार्यक्रम में आने की अनुमति नहीं दी जाए। यही वजह है कि छात्रसंघ के कार्यक्रम में आने के लिए यूनिवर्सिटी ने अखिलेश को परमिशऩ नहीं दी। एयरपोर्ट पर चार्टेड प्लेन को रोक दिया गया। पुलिस ने परमिशन नहीं देने का हवाला दिया है।
I was prevented from boarding the airplane without any written orders. Currently detained at Lucknow airport.
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2019
It is clear how frightened the govt is by the oath ceremony of a student leader. The BJP knows that youth of our great country will not tolerate this injustice anymore! pic.twitter.com/xtnpNWtQRd
एक के बाद अखिलेश के ट्विटर हैंडल से कई ट्वीट हुए। तीसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, 'बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकना का एकमात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है।'
My statement on the negative and undemocratic politics behind my detention at Lucknow Airport. pic.twitter.com/dP7MvdjOcT
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2019
बिना किसी लिखित आदेश के मुझे एयरपोर्ट पर रोका गया। पूछने पर भी स्थिति साफ करने में अधिकारी विफल रहे। छात्र संघ कार्यक्रम में जाने से रोकना का एक मात्र मकसद युवाओं के बीच समाजवादी विचारों और आवाज को दबाना है। pic.twitter.com/151IwzPl1t
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2019
एक छात्र नेता के शपथ ग्रहण कार्यक्रम से सरकार इतनी डर रही है कि मुझे लखनऊ हवाई-अड्डे पर रोका जा रहा है! pic.twitter.com/eaNrUQX1SX
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) February 12, 2019
'अराजकता न फैले, इसलिए अखिलेश को रोका गया'
इस मामले में सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज में वर्तमान में कुंभ चल रहा है। दस दिन पहले अखिलेश कुंभ गए थे। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में अराजकता न हो इसलिए अखिलेश को रोका गया है। यूनिवर्सिटी प्रशासन और प्रयागराज जिला प्रशासन ने भी यह मांग की थी। योगी ने कहा कि एसपी अराजकता फैलाने के लिए जानी जाती है, अखिलेश जाते तो इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में बवाल होता। छात्र गुटों में हिंसा की आशंका के चलते भी उन्हें रोका गया है। अखिलेश यादव को लखनऊ एयरपोर्ट से प्रयागराज न आने देने की खबर मिलते ही प्रयागराज एयरपोर्ट के बाहर जुटे समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी शुरू कर दी।
इस मामले में अखिलेश यादव ने सोमवार को भी ट्वीट किया था। उन्होंने लिखा था, 'शासन-प्रशासन ने हमें इलाहाबाद विश्वविद्यालय में जाने से रोकने का षडयंत्र रचा है पर वे हमें छात्रों से मिलने से नहीं रोक सकते।' उन्होंने आगे लिखा, 'राजनीतिक, सामाजिक क्षेत्रों के बाद अब विश्वविद्यालयों को संकीर्ण राजनीति का केंद्र बनाने की बीजेपी की साजिश देश के शैक्षिक वातावरण को भी दूषित कर देगी।'
दरअसल, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के छात्रसंघ के वार्षिक कार्यक्रम में अखिलेश यादव को जाना था। इलाहाबाद में छात्रसंघ का अध्यक्ष समाजवादी पार्टी का है और ज्वाइंट सेक्रेटरी भी। एबीवीपी इसका विरोध इसलिए भी कर रही है क्योंकि साल 2015 में भी छात्रसंघ के कार्यक्रम में भाग लेने से योगी आदित्यनाथ को रोक दिया गया था। एबीवीपी ने 2015 में योगी आदित्यनाथ को छात्रसंघ का उद्घाटन के लिए बुलाए था। उस वक्त सपा की ऋचा सिंह अध्यक्ष थीं और उन्होंने आरोप लगाया था कि उन्हें बिना बताए एबीवीपी वालों ने योगी आदित्यनाथ को बुलाया है। इसलिए उस वक्त भी यूनिवर्सिटी ने योगी आदित्यनाथ को रोक दिया था।