गड़बड़ी का खुलासा, आयुष्मान भारत योजना में यूपी के मंत्री का परिवार भी शामिल
By: Priyanka Maheshwari Wed, 03 Oct 2018 4:33:52
25 सितंबर से पूरे देशभर में लागू हुई आयुष्मान भारत योजना (Ayushman Bharat Yojana) में लाभार्थियों की लिस्ट में गड़बड़ी सामने आने लगी है। बता दे, सरकार के मुताबिक इस योजना से 10 करोड़ से ज्यादा परिवारों के 50 करोड़ लोगों को लाभ होगा। इस योजना का फायदा लेने के लिए आधार कार्ड अनिवार्य नहीं है। आधार कार्ड एक विकल्प के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकता है, सरकार ने इसे अनिवार्य नहीं किया है। आयुष्मान भारत योजना के दिशानिर्देशों में स्पष्ट लिखा है कि आवेदन के दौरान किसी भी तरह का पहचान पत्र मान्य होगा। अगर किसी के पास आधार कार्ड नहीं है तो संबंधित राज्य सरकार किसी भी पहचान पत्र के जरिए उन्हें योजना का लाभ दे सकती है।
जरूरमंदों को इलाज में सहायता पहुंचाने के लिए शुरू इस योजना में मंत्री और उनके परिवार के सदस्यों को भी लाभार्थी बना दिया गया। यूपी में योगी आदित्यनाथ सरकार में कैबिनेट मंत्री सतीश महाना के पूरे परिवार को आयुष्मान योजना के लाभार्थी के तौर पर दर्शा दिया गया। जब यह बात मंत्री तक पहुंची तो उन्होंने अब पूरे परिवार का नाम योजना के लाभार्थियों की सूची से हटाने को कहा है। मंत्री का कहना है कि उन्हें नहीं मालुम कैसे उनका नाम जोड़ दिया गया, जबकि वह इस दायरे में नहीं आते हैं। https://mera.pmjay.gov.in वेबसाइट पर मौजूद लिस्ट के मुताबिक सतीश महाना परिवार के कुल छह सदस्य लाभार्थी के रूप में शामिल किए गए हैं। इसमें सतीश महाना, उनकी पत्नी अनीता महाना और करन महाना, राधिका, जाह्वनी तथा नेहा का नाम शामिल है। मंत्री के परिवार का नाम कानपुर नगर की लाभार्थियों की सूची में सरकारी मुलाजिमों ने शामिल किया है।
यूं चेक करें आयुष्मान लाभार्थियों की सूची
अगर आप योजना के तहत लाभार्थियों की लिस्ट देखना चाहते हैं तो आपको https://mera.pmjay.gov.in वेबसाइट पर जाना होगा। फिर यहां संबंधित कॉर्नर- PM - Jan Arogya Yojana | Login पर जाकर अपना मोबाइल नंबर डालना होगा। फिर छह अंकों का ओटीपी नंबर मिलेगा। जिसे डालने के बाद आप संबंधित राज्य के ऑप्शन पर जाएं और फिर नामवार या फिर राशन कार्ड संख्या के हिसाब से नामों को ढूंढ सकते हैं।
क्या है आयुष्मान भारत योजना?
आयुष्मान भारत स्कीम की घोषणा बजट 2018 के दौरान की गई थी। इसमें लगभग सभी गंभीर बीमारियों का इलाज कवर होगा। कोई भी व्यक्ति (विशेष रूप से महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग) इलाज से वंचित न रह जाए, इसके लिए स्कीम में फैमिली साइज और उम्र पर कोई सीमा नहीं लगाई गई है। इस स्कीम में हॉस्पिटलाइजेशन से पहले और बाद के खर्च को भी शामिल किया गया है। हर बार हॉस्पिटलाइजेशन के लिए ट्रांसपोर्टेशन अलाउंस का भी उल्लेख किया गया है, जिसका भुगतान लाभार्थी को किया जाएगा। आपको बता दें कि इसके पहले चरण की शुरुआत हो चुकी है। इसके तहत हेल्थ सेंटर्स खोले गए है।
इससे भयंकर स्वास्थ्य समस्याओं के दौरान उत्पन्न वित्तीय जोखिम कम होगा। पात्र लोग सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में सुविधाओं का लाभ उठा सकते हैं।इस योजना के दायरे में गरीब, वंचित ग्रामीण परिवार और शहरी श्रमिकों की पेशेवर श्रेणियां आएंगी। नवीनतम सामाजिक आर्थिक जातीय जनगणना (एसईसीसी) के हिसाब से गांवों में ऐसे 8.03 करोड़ और शहरों में 2.33 परिवार हैं। योजना का लाभ करीब 50 करोड़ लोगों को मिलेगा।एसईसीसी के डाटाबेस में वंचना के आधार पर पात्रता तय की जा रही है। ग्रामीण क्षेत्रों में वंचना की श्रेणियों (डी1,डी2,डी3,डी4,डी5, डी6 और डी7) के आधार पर लाभार्थियों की पहचान की गयी है।
शहरी क्षेत्रों में 11 पेशवेर मापदंड पात्रता तय करेंगे। इसके अलावा जिन राज्यों में राष्ट्रीय स्वास्थ्य बीमा योजना है, उसके लाभार्थी भी इस नयी योजना के अंतर्गत आएंगे। इस योजना से 27 राज्य जुड़े हैं। दिल्ली, तेलंगाना और ओडिशा ने इस योजना से जुड़ने के लिये मना कर दिया है। योजना से 15000 अस्पताल जोड़े जाएंगे। अभी तक 13 हजार अस्पताल जोड़े गए हैं। माना जा रहा है कि भारत जैसे देश में जहां महंगी होती मेडिकल सेवाएं के बीच आम आदमी को गरीब बना रही हैं, यह योजना मोदी सरकार के लिये गेम चेंजर साबित हो सकती है।
किस आधार पर मिलेगा फायदा
2011 के सामाजिक-आर्थिक और जाति जनगणना में गरीब के तौर पर चिह्नित किए गए सभी लोगों को पात्र माना गया है। मतलब अगर कोई शख्स 2011 के बाद गरीब हुआ है, तो वह कवर से वंचित हो जाएगा। बीमा कवर के लिए उम्र, परिवार के आकार को लेकर कोई बंदिश नहीं है। लाभार्थी सरकारी या निजी अस्पताल में हर साल 5 लाख रुपए तक का कैशलेस इलाज करा सकेंगे।
ऐसे करें जांच फायदा मिलेगा या नहीं
आयुष्मान भारत के लाभार्थियों में आपका नाम है या नहीं और आप इसका फायदा उठा सकते है या नहीं। इसकी जांच आप घर बैठे ही कर सकते हैं। इसके लिए आप 14555 टोल फ्री नंबर पर कॉल कर सकते हैं। या फिर आप ऑनलाइन भी चेक कर सकते हैं। इसके लिए आपको https://www.abnhpm.gov.in/ पर 'AM I ELIGIBLE' वाले विकल्प पर जाना होगा।
स्कीम का लाभ लेने के लिए आधार कार्ड जरूरी नहीं
इस योजना में आधार कार्ड जरूरी नहीं है। राशन कार्ड और वोटर आई कार्ड की मदद से रजिस्ट्रेशन करवाया जा सकता है और योजना का लाभ उठाया जा सकता है। स्वास्थ्य बीमा के पैनल में शामिल किसी भी अस्पताल से बिना पैसे दिए (कैशलेस) इलाज होगा। ये अस्पताल सरकारी और प्राइवेट कोई भी हो सकता है।
हर परिवार को मिलेगा 5 लाख सालाना बीमा
- राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत आने वाले हर परिवार को 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा (health insurance) कराया जाएगा। इस बीमा कवर से आप छोटे और बड़े सभी तरह के अस्पतालों में इलाज करा सकेंगे।
- परिवार चाहे जितना बड़ा हो, उसके हर सदस्य को राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत लाभ मिलेगा। महिला-पुरुष, बच्चे-बूढे सब इस योजना के लाभार्थी हो सकते है। उम्र की भी कोई सीमा नहीं है।
- अस्पताल में भर्ती होने के पहले के स्वास्थ्य संबंधी खर्चे (pre hospitalisation expenses) और अस्पताल से डिस्चार्ज होने के बाद के खर्चे (post-hospitalisation expenses) भी इसमें शामिल होंगे।
- पॉलिसी लेने के पहले दिन से ही ये सारी सुविधाएं मिलने लगेंगी। अस्पताल में भर्ती होने की स्थिति में आने जाने का भत्ता (निर्धारित दर पर परिवहन भत्ता-transport allowance) भी दिया जाएगा।