दिल्ली में प्रदूषण से हालात बेकाबू, पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी घोषित, 5 नवंबर तक बंद रहेंगे सभी स्कूल
By: Pinki Fri, 01 Nov 2019 3:12:02
दिल्ली में प्रदूषण से हालात बेकाबू है। कई इलाको में हवा जहरीली हो गई है। एक्यूआई 500 से 700 के बीच पहुंच गया है, जिस कारण सांस लेना दूभर हो गया। इस बीच उच्चतम न्यायालय द्वारा गठित पैनल ने शुक्रवार को दिल्ली-राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में जन स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा करते हुए पांच नवम्बर तक सभी निर्माण कार्यों पर प्रतिबंध लगा दिया। पर्यावरण प्रदूषण (रोकथाम व नियंत्रण) प्राधिकरण (ईपीसीए) ने प्रदूषण के ‘ बेहद गंभीर' श्रेणी में पहुंचने पर पूरी ठंड के दौरान पटाखे फोड़ने पर भी प्रतिबंध लगा दिया। इसके साथ दिल्ली सरकार ने सभी स्कूलों को 5 नवंबर तक बंद रखने का आदेश जारी किया है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, 'दिल्ली में पराली के बढ़ते धुएं के चलते प्रदूषण का स्तर बहुत ज्यादा बढ़ गया है, इसलिए सरकार ने निर्णय लिया है कि दिल्ली के सभी स्कूल 5 नवम्बर तक बंद रहेंगे।'
स्कूलों में छुट्टी के ऐलान से पहले बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा, ' अरविंद केजरीवाल जी दिल्ली का पॉल्यूशन लेवल इमरजेंसी स्टेज पर है। मासूम बच्चों के जीवन से मत खेलिये। अंतिम साल में फोटो खिंचवाने के लिए मास्क बांटने का नाटक बंद कीजिए। हमने भी MCD के स्कूलों में छुट्टी के लिए आग्रह किया है और आप भी स्कूलों में तत्काल प्रभाव से छुट्टी का आदेश दीजिए।'। बीजेपी दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष और सांसद मनोज तिवारी ने कहा, 'आज दिल्ली में मेरी आंखें जल रही है और आपकी ? मुझे दिल्ली वासियों की बहुत चिंता हो रही है। कृपया अपना, अपने बच्चों का, माता पिता का ध्यान रखें।'
ईपीसीए के अध्यक्ष भूरे लाल ने उत्तर प्रदेश , हरियाणा और दिल्ली के मुख्य सचिवों को लिखे पत्र में कहा कि गुरुवार रात दिल्ली-एनसीआर में वायु गुणवत्ता बहुत खराब हो गई और वह अब ‘बेहद गंभीर' श्रेणी में पहुंच गई है।उन्होंने पत्र में कहा , 'हम इसे एक जन स्वास्थ्य आपातकाल की तरह ले रहे हैं क्योंकि वायु प्रदूषण का स्वास्थ्य पर गंभीर प्रभाव होगा , विशेषकर बच्चों के स्वास्थ्य पर।'
आपको बता दें कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण स्तर के लिए हरियाणा और पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। केजरीवाल ने इस समस्या को नियंत्रित करने में विफल रहने के लिए कांग्रेस और भाजपा दोनों की आलोचना की, उन्होंने राष्ट्रीय राजधानी को "गैस चैंबर" बताया। ट्विटर पर अरविंद केजरीवाल ने लिखा, 'खट्टर और कैप्टन सरकारें अपने किसानों को पराली जलाने पर मजबूर कर रहीं हैं जिसकी वजह से दिल्ली में भारी प्रदूषण है। कल पंजाब और हरियाणा भवन पर लोगों ने प्रदर्शन कर वहां की सरकारों के प्रति अपना रोष प्रकट किया।'
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर खतरनाक हो गया है। कई इलाकों में हवा में पीएम 2.5 का स्तर 500 को पार कर गया। आनंद विहार में हवा में पीएम 2.5 का स्तर 478 दर्ज हुआ, अलीपुर में पीएम 2.5 का स्तर 473 पहुंचा। दिल्ली से सटे नोएडा में हवा में जहरीले कण का स्तर बेहद खतरनाक हो गया है। नोएडा सेक्टर 62 में हवा में पीएम 2.5 की मात्रा 555 दर्ज की गई।