'वंशवादी राजनीति' को लेकर PM मोदी ने कांग्रेस पर साधा निशाना कहा - देश ने एक परिवार की लालसा की भारी कीमत चुकाई
By: Pinki Wed, 20 Mar 2019 12:27:52
'वंशवादी राजनीति' पर बुधवार को एक ब्लॉग लिखकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) ने कांग्रेस (Congress) पर निशाना साधा है। ब्लॉग (PM Blog) में पीएम मोदी ने लिखा है कि वंशवाद की राजनीति से सबसे अधिक नुकसान संस्थाओं को हुआ है। प्रेस से पार्लियामेंट तक, सोल्जर्स से लेकर फ्री स्पीच तक, कॉन्स्टिट्यूशन से लेकर कोर्ट तक कुछ भी नहीं छोड़ा। पीएम ने कहा कि राजनीतिक दल उस जीवंत संस्था की तरह होते हैं, जहां भिन्न-भिन्न विचारों का सम्मान होता है। लेकिन दुख की बात है कि कांग्रेस का आंतरिक लोकतंत्र में कोई विश्वास ही नहीं है। अगर कोई नेता पार्टी अध्यक्ष बनने का सपना भी देखे, तो कांग्रेस में उसे फौरन बाहर का रास्ता दिखा दिया जाता है। पीएम मोदी ने लिखा कि वर्ष 2014 का जनादेश ऐतिहासिक था। भारत के इतिहास में पहली बार किसी गैर वंशवादी पार्टी को पूर्ण बहुमत मिला था। जब कोई सरकार फैमिली फर्स्ट की बजाए इंडिया फर्स्ट की भावना के साथ चलती है तो यह उसके काम में भी दिखाई देता है।
पीएम मोदी ने अपने ब्लॉग में इमरजेंसी का जिक्र करते हुए कहा कि '25 जून, 1975 की शाम जब सूरज अस्त हुआ, तो इसके साथ ही भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों की भी तिलांजलि दे दी गई। तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा जल्दबाजी में दिए गए रेडियो संबोधन को सुनें तो स्पष्ट होता है कि कांग्रेस एक वंश की रक्षा करने के लिए किस हद तक जा सकती है। आपातकाल ने देश को रातों-रात जेल की कोठरी में तब्दील कर दिया। यहां तक कि कुछ बोलना भी अपराध हो गया।'
पीएम मोदी ने कहा हमारी सरकार के दृढ़संकल्प का ही नतीजा है कि आज भारत ने सेनिटेशन कवरेज में अभूतपूर्व सफलता हासिल की है। 2014 में जहां स्वच्छता का दायरा महज 38% था, वो आज बढ़कर 98% हो गया है। हमारी सरकार के प्रयासों से ही हर गरीब का आज बैंक में खाता है। जरूरतमंदों को बिना बैंक गारंटी के लोन मिले हैं। भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण किया गया है। बेघरों को घर उपलब्ध कराए गए हैं। गरीबों को मुफ्त चिकित्सा की सुविधा मिली है और युवाओं को बेहतर शिक्षा और रोजगार के अवसर मिले हैं।'
इसके साथ ही पीएम मोदी ने लिखा है, 'कांग्रेस हमेशा से रक्षा क्षेत्र को कमाई के एक स्रोत के रूप में देखती आई है। यही कारण है कि हमारे सशस्त्र बलों को कभी भी कांग्रेस से वह सम्मान नहीं मिला, जिसके वे हकदार थे। 1947 के बाद से ही, कांग्रेस की हर सरकार में तरह-तरह के रक्षा घोटाले होते रहे। घोटालों की इनकी शुरुआत जीप से हुई थी, जो तोप, पनडुब्बी और हेलिकॉप्टर तक पहुंच गई। इनमें हर बिचौलिया एक खास परिवार से जुड़ा रहा है।'
वंशवाद की राजनीति से सबसे अधिक नुकसान संस्थाओं को हुआ है।
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) March 20, 2019
प्रेस से पार्लियामेंट तक।
सोल्जर्स से लेकर फ्री स्पीच तक।
कॉन्स्टिट्यूशन से लेकर कोर्ट तक।
कुछ भी नहीं छोड़ा।
कुछ विचार साझा कर रहा हूं...https://t.co/7zbt24FtFP
The biggest casualty of dynastic politics are institutions.
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) March 20, 2019
From the press to Parliament.
From soldiers to free speech.
From the Constitution to the courts.
Nothing is spared.
Sharing some thoughts. https://t.co/nnRCNcht8e
पीएम मोदी ने लिखा कि आज हर क्षेत्र में हुए इस बुनियादी परिवर्तन का अर्थ यह है कि देश में एक ऐसी सरकार है, जिसके लिए देश की संस्थाएं सर्वोपरि हैं। इसके साथ ही उन्होंने लिखा, 'भारत ने देखा है कि जब भी वंशवादी राजनीति हावी हुई तो उसने देश की संस्थाओं को कमजोर करने का काम किया।'
इकॉनमी की बात करते हुए प्रधानमंत्री ने लिखा है, 'यह हमारी सरकार की नीतियों और कामकाज का ही असर है कि बीते पांच वर्षों में, भारत दुनिया की शीर्ष अर्थव्यवस्थाओं में शामिल हो गया है।
प्रधानमंत्री ने साथ ही लोगों को उन पांच बिंदुओं की याद दिलाई जिनके लिए लोगों ने उन्हें पिछली बार चुना था। उन्होंने लिखा, 'वह 2014 की गर्मियों के दिन थे, जब देशवासियों ने निर्णायक रूप से मत देकर अपना फैसला सुनाया। परिवारतंत्र को नहीं, लोकतंत्र को चुना। विनाश को नहीं, विकास को चुना। शिथिलता को नहीं, सुरक्षा को चुना। अवरोध को नहीं, अवसर को प्राथमिकता दी। वोट बैंक की राजनीति के ऊपर विकास की राजनीति को रखा।'
इसके साथ ही उन्होंने लिखा कि यूपीए सरकार सीबीआई, आईबी और रॉ जैसी संस्थाओं का वक्त-वक्त पर दुरुपयोग करती रही। उन्होंने लिखा, 'यूपी शासन के वक्त CBI कांग्रेस ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन बनकर रह गई थी।' इसके अलावा प्रधानमंत्री ने योजना आयोग का जिक्र करते हुए लिखते हैं, 'पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने अपनी एक टिप्पणी में योजना आयोग को ‘A bunch of jokers’ यानी ‘जोकरों का समूह’ कहा था। उस समय योजना आयोग के उपाध्यक्ष डॉ. मनमोहन सिंह थे। उनकी इस टिप्पणी से साफ जाहिर होता है कि कांग्रेस सरकारी संस्थाओं के प्रति किस प्रकार की सोच रखती है और कैसा सलूक करती है।'
पुलवामा हमले के बाद एयर स्ट्राइक पर उठे सवालों का जिक्र कर पीएम ने लिखा, 'जब हमारी वायुसेना के जांबाज आतंकियों पर हमला करते हैं, तो कांग्रेस उनके दावे पर सवाल उठाती है।'
प्रधानमंत्री ने आगे लिखा कि प्रेस की स्वतंत्रता पर पहला हमला यूपीए के शासनकाल में भी देखने को मिला। लेख में लिखा गया, 'यूपीए सरकार कानून लेकर आई थी जिसके मुताबिक अगर आपने कुछ भी 'अपमानजनक' पोस्ट कर दिया तो आपको जेल में डाल दिया जाएगा।' मोदी आगे लिखते हैं कि आपातकाल लगाकर कांग्रेस ने संविधान और न्यायालय का अपमान किया था।
सबसे आखिरी में प्रधानमंत्र मोदी ने ब्लॉग में लिखा कि संस्थाओं को अपमानित करना कांग्रेस का तरीका रहा है। उनकी सोच यही है कि सब गलत हैं, और सिर्फ कांग्रेस सही है। यानि ‘खाता न बही, जो कांग्रेस कहे, वही सही'। जब भी आप वोट देने जाएं, अतीत को एक बार जरूर याद करें कि किस प्रकार एक परिवार की सत्ता की लालसा के चलते देश ने भारी कीमत चुकाई।