विवादित बयान : हरियाणा के CM मनोहर लाल खट्टर बोले - कश्मीर का रास्ता साफ हो गया है, अब वही से बहू लाएंगे
By: Pinki Sat, 10 Aug 2019 11:07:03
मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 (Article 370) हटा दिया है। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर कश्मीर में जमीन खरीदने और सूबे की लड़की से शादी करने जैसे भद्दे कमेंट किये जा रहे हैं। इसी कड़ी में हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी विवादित बयान दिया है हालाकि यह बयान देने के बाद मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर ने इसको मजाक के तौर पर लेने की बात कही। दरहसल, फतेहाबाद में महर्षि भागीरथ जयंती कार्यक्रम में बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान के विषय पर चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि हम अब कश्मीरी बहू ला सकते हैं। खट्टर ने कहा, 'हमारे धनखड़ (हरियाणा के कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़) जी कहते थे कि बिहार से बहू लाएंगे, आजकल लोग कहने लगे हैं अब कश्मीर का रास्ता साफ हो गया है, कश्मीर से लड़की लाएंगे।' इसके साथ ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने लिंगानुपात गड़बड़ होने के कारण लड़कियों की कमी की चर्चा की और कश्मीर की बहू लाने की बात की।
पिछले साल भी रेप को लेकर खट्टर ने ऐसी बातें कहीं थीं, जिससे विवाद खड़ा हो गया था। उस वक्त खट्टर ने कहा था, 'सबसे बड़ी चिंता यह है कि ये घटनाएं जो हैं रेप और छेड़छाड़ की, 80 से 90 फीसदी जानकारों के बीच में होती हैं। काफी समय के लिए इकट्ठे (एकसाथ) घूमते हैं, एक दिन अनबन हो गई उस दिन उठाकर एफआईआर करवा देते हैं कि इसने मुझे रेप किया।'
मनोहर लाल खट्टर से पहले उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के खतौली से बीजेपी विधायक विक्रम सैनी ने भी इसी तरह का बयान दिया था। सैनी ने हाल ही में कहा, 'वहां महिलाओं पर कितना अत्याचार था। वहां की लड़की अगर उत्तर प्रदेश के लड़के से शादी कर ले तो उसकी नागरिकता खत्म। भारत की नागरिकता अलग और कश्मीर की नागरिकता अलग यानी एक देश, दो विधान कैसे होना चाहिए? जो मुस्लिम कार्यकर्ता हैं, उन्हें भी खुशी मनानी चाहिए। शादी वहां करो कश्मीरी गोरी लड़की से, हिंदू-मुसलमान कोई भी हो, यह पूरे देश के लिए खुशी का विषय है।'
आपको बता दें कि मोदी सरकार ने जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटा दिया है। इसके बाद से ही सोशल मीडिया पर कश्मीर में जमीन खरीदने और सूबे की लड़की से शादी करने जैसे भद्दे कमेंट किये जा रहे हैं। ध्यान रहे कि अनुच्छेद 370 के प्रावधान लागू रहने के बावजूद कश्मीर की लड़कियों से शादी करने पर रोक नहीं थी।