महाराष्ट्र : सरकार गठन को लेकर बीजेपी का मंथन, वैकल्पिक सरकार बनाने को तैयार एनसीपी
By: Pinki Sun, 10 Nov 2019 1:13:44
महाराष्ट्र में किसकी होगी सरकार, किसके सिर सजेगा सीएम का ताज? इन दो सवालों का जवाब आज पूरा देश जानना चाहता है। इस बीच शनिवार की शाम को गवर्नर भगत सिंह कोश्यारी की ओर से बीजेपी को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया गया है। गवर्नर के इस निमंत्रण के बाद एक बार फिर से सियासी हलचल तेज हो गई है। वही इस हलचल के बीच आज एनसीपी का बयान आया है। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि भाजपा-शिवसेना सरकार बनाती है तो हम विपक्ष में बैठेंगे। अगर वे सरकार नहीं बनाते हैं तो कांग्रेस-एनसीपी एक वैकल्पिक सरकार बनाने की कोशिश करेगी। हमने राज्य में राजनीतिक स्थिति पर चर्चा करने के लिए 12 नवंबर को अपने सभी विधायकों की बैठक बुलाई है। वही इस बीच शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा है कि यदि कोई सरकार बनाने को तैयार नहीं है तो फिर शिवसेना इसका जिम्मा ले सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवसेना ने इसके मद्देनजर पार्टी की मीटिंग भी बुलाई है। इसमें आदित्य ठाकरे भी हिस्सा लेंगे। इस बीच कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने भी राज्यपाल से कांग्रेस-एनसीपी को सरकार बनाने के लिए न्योता देने की अपील की है। उन्होंने रविवार को अपने एक ट्वीट में लिखा, 'बीजेपी-शिवसेना ने सरकार बनाने से इनकार कर दिया है, ऐसे में महाराष्ट्र के राज्यपाल को प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े गठबंधन एनसीपी-कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए।'
Nawab Malik, NCP: If BJP-Shiv Sena form the govt, we will sit in Opposition. If they don't form govt then Congress-NCP will try to form an alternate govt. We have called a meeting of all our MLAs on 12th November to discuss the political situation in the state pic.twitter.com/tsrltQLxCZ
— ANI (@ANI) November 10, 2019
वही पार्टी प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि भाजपा सोमवार तक सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटाने में नाकाम रहती है तो शिवसेना अपने प्लान पर अमल करेगी। हमारे नेता व्यापारी नहीं हैं। डील शब्द का अर्थ है- व्यापार यानी नफा-नुकसान। हमने किसी से कोई डील नहीं की। किसी की हिम्मत नहीं है कि शिवसेना के विधायकों को तोड़ सके। राउत ने कहा कि उन्हें यह समझ नहीं आ रहा कि अगर भाजपा के पास बहुमत था तो रिजल्ट आने के 24 घंटे में सरकार बनाने का दावा पेश क्यों नहीं किया। फिलहाल हमने किसी भी तरह के गठबंधन पर विचार नहीं किया है। अभी भाजपा को सरकार बनाने का निमंत्रण दिया गया है तो हम अपने संस्कारों के हिसाब से उन्हें शुभकामनाएं देते हैं। मुझे नहीं लगता कि भाजपा सरकार बनाने के लिए बहुमत जुटा पाएगी। संजय राउत ने अपनी बात को जारी रखते हुए कहा कि मुझे बताया गया है कि राज्यपाल ने भाजपा को 11 नवंबर को रात 8 बजे तक अपने फैसले के बारे में बताने के लिए कहा है। अगर कोई सरकार बनाने के लिए तैयार नहीं है तो शिवसेना ये जिम्मा ले सकती है। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे भी रविवार को पार्टी के विधायकों के साथ बैठक करेंगे। कांग्रेस और राकांपा राज्य की दुश्मन नहीं है। कुछ मुद्दों पर पार्टियों में मतभेद तो होता ही है। उन्होंने कहा सरकार बनाने में प्रदेश के बड़े नेता शरद पवार की भूमिका बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के भी कई विधायक सोनिया गांधी से मिले और उनसे महाराष्ट्र का फैसला महाराष्ट्र को सौंपने की सलाह दी।
एनसीपी नेताओं पर सीबीआई की कार्रवाई को लेकर संजय राउत ने कहा कि बीजेपी पांच साल तक औरों को डराकर शासन चलाने वाली पार्टी आज खुद खौफजदा है। उसे डराकर भी समर्थन नहीं मिला। उन्होंने कहा कि ऐसा जब होता है तब एक बात माननी चाहिए कि हिटलर मर गया है और गुलामी की छाया हट गई है। सामना के संपादकीय में शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि सीएम देवेंद्र फडणवीस को नरेंद्र मोदी ने आशीर्वाद दिया कि वे दोबारा प्रदेश के सीएम बनेंगे लेकिन 15 दिनों के बाद भी वह शपथ नहीं ले सके। राउत ने कहा कि शिवसेना सीएम से बात करने को तैयार नहीं है और यह (बीजेपी की) सबसे बड़ी हार है। उन्होंने कहा कि चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी होने के नाते बीजेपी को नतीजे घोषित होने के 24 घंटे के भीतर सरकार बनाने का दावा पेश करना चाहिए था लेकिन 15 दिनों बाद भी उसने ऐसा नहीं किया।