'स्पीड ब्रेकर' कहने पर भड़की ममता बनर्जी, पीएम मोदी को कहा 'एक्सपायरी बाबू' और 'एक्सपायरी पीएम'
By: Pinki Thu, 04 Apr 2019 08:18:41
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को 'एक्सपायरी बाबू' कहा है। कूच बिहार जिले में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने कहा कि वह एक्सपायरी बाबू हैं और उनकी सरकार भी कुछ दिन बाद एक्सपायर होने वाली है। उन्होंने कहा कि पीएम (PM Modi) ने सिलीगुड़ी में कहा कि टीएमसी ने कोई काम नहीं किया है, मैं आपसे पूछती हूं कि आपने पांच साल में क्या किया है। मैं बताती हूं कि आपने सिर्फ झूठ बोला है। ममता ने दावा किया कि पश्चिम बंगाल में उनकी सरकार ने लोगों के लिए अनेक कल्याणकारी कार्य किये हैं। उन्होंने कहा कि उनके शासन में बंगाल में किसानों की आय में तीन गुना वृद्धि हुई है।
दरहसल ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने पीएम मोदी (PM Modi) के 'स्पीड ब्रेकर' कमेंट पर पलटवार किया है। नरेंद्र मोदी द्वारा सिलीगुड़ी और कोलकाता में भाजपा की रैली के दौरान कहा था कि पश्चिम बंगाल में चिटफंड घोटाला हुआ। मेरे गरीब भाइयों और बहनों का पैसा लेकर दीदी के मंत्री, दीदी के विधायक, दीदी के साथी भाग गए, उन्होंने गरीबों को लूट लिया। पीएम मोदी ने कहा दीदी ने पश्चिम बंगाल के 70 लाख से ज्यादा किसान परिवारों के विकास पर भी ब्रेक लगा दिया है। देश के तमाम राज्यों में पीएम किसान सम्मान योजना के तहत किसानों के बैंक खाते में सीधे पैसे ट्रांसफर किए जा रहे हैं। लेकिन दीदी तो दीदी हैं। पीएम किसान सम्मान योजना पर भी उन्होंने पश्चिम बंगाल में ब्रेक लगा दिया। पीएम मोदी ने कहा था कि पश्चिम बंगाल में एक स्पीड ब्रेकर है, जिनको आप दीदी के नाम से जानते हैं। दीदी को गरीबों की चिंता नहीं है। आखिर दीदी को गरीबी की राजनीति करनी है, वो गरीबी खत्म करने के लिए कैसे काम कर सकती हैं? अगर गरीबी ही खत्म हो जाएगी, तो दीदी की पॉलिटिक्स खत्म हो जाएगी।
टीवी पर या जनसभा में खुली बहस की दी चुनौती
ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री मोदी का 'एक्सपायरी बाबू' और 'एक्सपायरी पीएम' के रूप में मजाक उड़ाते हुए टीवी पर या जनसभा में खुली बहस करने की चुनौती भी दी। उन्होंने कहा कि मैं मोदी नहीं हूं, मैं झूठ नहीं बोलती। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने पश्चिम बंगाल में टीएमसी के कार्यों को लेकर झूठ बोला है। उन्होंने दावा किया कि मोदी के शासन में देश में 12,000 किसानों ने खुदकुशी की।