पुलवामा हमला : सेना ने लिया बदला, मास्टरमाइंड ग़ाज़ी मुठभेड़ में ढेर!
By: Priyanka Maheshwari Mon, 18 Feb 2019 12:02:01
जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ में भारतीय सेना के 4 जवान शहीद हो गए। शहीद होने वालों में भारतीय सेना का मेजर भी शामिल है। एक नागरिक के भी मरने की खबर है। वहीं जैश-ए-मोहम्मद के 2 आतंकियों को ढेर कर दिया गया है। अभी भी 2 आतंकियों के फंसे होने की खबर है। सूत्रों के मुताबिक, इस मुठभेड़ में पुलवामा अटैक का मास्टरमाइंड और जैश ए मोहम्मद का कमांडर कामरान उर्फ गाज़ी और एक स्थानीय आतंकी हिलाल अहमद ढेर हो गया है। हालांकि इस खबर की अभी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। जैश का टॉप कमांडर ग़ाज़ी IED एक्सपर्ट बताया जाता है। जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर अपने भतीजे के जरिए घाटी में आतंकी हरकतों को अंजाम देता था, लेकिन पिछले साल ऑपरेशन ऑलआउट के दौरान सुरक्षाबलों ने उसे मार गिराया था। जिसके बाद से ही मसूद अजहर ने कश्मीर की जिम्मेदारी ग़ाज़ी को दी थी।
इस एनकाउंटर में राष्ट्रीय राइफल्स के एक मेजर समेत 4 जवान भी शहीद हुए हैं। पुलवामा में देर रात से जारी इस एनकाउंटर के बाद गृह मंत्रालय में भी उच्च स्तरीय बैठक चल रही है।
गौरतलब है कि 14 फरवरी यानी गुरुवार को पुलवामा में ही सीआरपीएफ के काफिले पर फिदायीन हमला हुआ था। इस हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे और कई अन्य घायल हुए थे। इस घटना के बाद सेना और सुरक्षाबल एक्शन में हैं। इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तानी आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। पाकिस्तानी संगठन की तरफ से हमले की जिम्मेदारी लेने के बाद भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने की कोशिशें तेज कर दी है। दो दिन पहले वित्त मंत्री अरुण जेटली ने ट्विटर पर जानकारी दी थी कि पाकिस्तान से मोस्ट फेवर्ड नेशन का दर्जा वापस ले लिया गया है और इस फैसले के साथ ही पाकिस्तान से आने वाले सामानों पर इम्पोर्ट ड्यूटी बढ़ाकर 200 प्रतिशत कर दिया गया है। दूसरी तरफ, पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने मीरवाइज उमर फारूक (Mirwaiz Umar Farooq) समेत पांच अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा वापस ले ली है। अधिकारियों ने बताया कि मीरवाइज के अलावा, अब्दुल गनी भट, बिलाल लोन, हाशिम कुरैशी एवं शबीर शाह को दी गई सुरक्षा वापस ले ली गई है। हालांकि, आदेश में पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी सैयद अली शाह गिलानी का जिक्र नहीं है। साथ ही अधिकारियों ने बताया कि आदेश के मुताबिक अलगाववादियों को दी गई सुरक्षा एवं उपलब्ध कराए गए वाहन रविवार शाम तक वापस ले लिए जाएंगे। किसी भी बहाने से उन्हें या किसी भी अलगाववादी नेता को सुरक्षा या सुरक्षाकर्मी नहीं मुहैया कराए जाएंगे। अगर सरकार ने उन्हें किसी तरह की सुविधा दी है तो वह भी भविष्य में वापस ले ली जाएगी। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने शुक्रवार को श्रीनगर दौरे पर कहा था कि पाकिस्तान एवं उसकी जासूसी एजेंसी आईएसआई से निधि प्राप्त करने वाले लोगों को दी गई सुरक्षा की समीक्षा की जाएगी।