जम्मू-कश्मीर: CRPF के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर सोनिया गांधी को आया गुस्सा, बोलीं-उम्मीद है इसके लिए जो जिम्मेदार है, दंडित किए जाएंगे
By: Priyanka Maheshwari Fri, 15 Feb 2019 08:01:05
जम्मू एवं कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा (Pulwama Blast) में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 42 जवान शहीद हो गए हैं। जम्मू कश्मीर में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए ‘बर्बर हमले' को लेकर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता और यूपीए की चेयरमैन सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने गुरुवार को कहा कि हमे उम्मीद है इसके लिए जो जिम्मेदार है, उसे न्याय के दायरे में लाया जाएगा और इस भयावह कृत्य के लिए दोषियों को दंडित किया जायेगा।
उरी के बाद सबसे बड़ा आतंकी हमला
गुरुवार को पुलवामा (Pulwama) में अवंतीपोरा के गोरीपोरा इलाके में सीआरपीएफ के काफिले पर आतंकियों ने IED से हमला किया और फिर ताबड़तोड़ फायरिंग की। जानकारी के अनुसार पुलवामा के अवंतिपोरा में राष्ट्रीय राजमार्ग पर विस्फोटकों से भरी गाड़ी को सीआरपीएफ की बस से भिड़ा दिया गया। इस बस में 44 जवान सवार थे। जैश ए मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) के फिदायीन आंतकी आदिल अहमद डार ने यह हमला किया। आतंकी आदिल ने जिस गाड़ी से टक्कर मारी उसमें 350 किलो विस्फोटक थे। बस में सवार 42 जवानों की सूची सामने आई है।
यह बस सीआरपीएफ की 76वीं बटालियन की थी। बस का नंबर HR 49 F 0637 था। इसमें ज्यादातर जवान हेड कांस्टेबल और ट्रेडसमैन रैंक थे। ये जवान सीआरपीएफ की 76वीं, 45वीं, तीसरी, 176वीं, 115वीं, 92वीं, 82वीं, 75वीं, 61वीं, 35वीं, 21वीं, 98वीं, और 118वीं बटालियन के थे। रक्षा अधिकारी ने हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। उधर, पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) सहित कई राजनेताओं ने हमले की निंदा की है। रिपोर्ट के अनुसार उरी के बाद यह सबसे बड़ा आतंकी हमला है। घायलों का श्रीनगर स्थित सेना के अस्पताल में इलाज चल रहा है।
सीआरपीएफ (CRPF) के जवानों को ले जा रही बस को मुख्य रूप से निशाना बनाया गया था। हमले में कई अन्य वाहन भी क्षतिग्रस्त हुए हैं। सेना के एक अधिकारी ने बताया कि सीआरपीएफ जवानों को निशाना बनाकर किए गए आईईडी विस्फोट की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने इसे आत्मघाती हमला बताया है। बता दें कि यह हमला श्रीनगर से सिर्फ 30 किलोमीटर की दूरी पर हुआ है। रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। इस बीच पीएम मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा सहलाहकार (NSA) अजीत डोभाल से भी बात की।
रक्षा अधिकारी ने हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक जवान 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। जिनमें से ज्यादातर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद वापस लौट रहे थे। जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में लाटूमोड पर इस काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया। ये काफिला जम्मू से तड़के साढ़े तीन बजे चला था और माना जा रहा था कि इसे शाम तक श्रीनगर पहुंचना था। सीआरपीएफ के महानिदेशक आरआर भटनागर ने बताया कि ये एक बड़ा काफिला था और करीब 2500 सुरक्षाकर्मी अलग-अलग वाहनों में जा रहे थे। ये हमला श्रीनगर से करीब 30 किलोमीटर दूर हुआ। धमाका इतना जबरदस्त था कि बस के परखच्चे उड़ गए। इस हमले की जिम्मेदारी आतंकी संगठन जैश-ए- मोहम्मद ने ली है। जैश ने काफिले पर फिदायीन हमला करने वाले आतंकी आदिल ऊर्फ वकास का वीडियो जारी किया। वीडियो में दक्षिण कश्मीर के काकपोरा के रहने वाले वकास जैश के झंडे के आगे बैठा हुआ दिख रहा है। उसके आगे ग्रेनेड और अत्याधुनिक राइफलें रखी हुई हैं। वीडियो की शुरुआत करते हुए वह कहता है, 'जब तक यह वीडियो आप लोगों तक पहुंचेगा उस समय मैं जन्नत में मजे लूट रहा होऊंगा। मैंने जैश ए मोहम्मद में आतंकी के रूप में एक साल बिताया और यह मेरा कश्मीर के लोगों के लिए आखिरी मैसेज है।'