'चंद्रयान-2' को चांद पर भेजेगा किसान का ये बेटा, प्रमुख वैज्ञानिकों की टीम में शामिल
By: Pinki Mon, 22 July 2019 1:27:51
इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन यानी ISRO आज चंद्रयान-2 (Chandrayaan-2) लॉन्च करेगा। आज दोपहर 2 बजकर 43 मिनट पर आंध्र के श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। चंद्रयान-2 इसरो वैज्ञानिकों की 11 साल की मेहनत है। इन्ही वैज्ञानिकों में एक है पश्चिम बंगाल के कोलकाता के शिबपुर गांव में किसान मधुसूदन कुमार का बेटा चंद्रकांता। चंद्रकांता भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के एक वरिष्ठ वैज्ञानिक हैं और चंद्रयान -2 मिशन का नेतृत्व कर रहे हैं। न्यूज18 से बात करते हुए चंद्रकांता के पिताजी ने बताया "जब मिशन को टाला गया तो हम दुखी थे। लेकिन हम भारत के सबसे मुश्किल चंद्र मिशन के लॉन्च के लिए तैयार हैं। हमें बेहद गर्व और खुशी है कि हमारा बेटा इस टीम का हिस्सा है, जो ऐसा करेगा।'
चंद्रकांता के पिता मधुसूदन कुमार कहते हैं, 'खेत के काम में व्यस्त रहने के कारण मुझे कभी उसे पढ़ाने का वक्त नहीं मिला। चंद्रकांता के अध्यापकों ने उसे तैयार किया। वह हमेशा से मेहनती था। वह 2001 में इसरों में शामिल हुआ और मेहनत और समर्पण ने उसे महत्वपूर्ण मिशन में प्रमुख वैज्ञानिक बना दिया।'
चंद्रकांता की मां बेटे की उपल्ब्धि से इतनी खुश थीं कि शब्दों को सही से कह भी नहीं पा रही थीं। उन्होंने कहा, 'मेरे बेटे ने मुझे सुबह फोन किया और टीवी पर चंद्रयान-2 की लॉन्चिंग देखने के लिए कहा। मैं आज बहुत खुश हूं और मुझे अपने बेटे पर गर्व है। उसने बाधाओं को पार किया और वैज्ञानिक बना।'
चंद्रकांता के पास अहम जिम्मेदारी
चंद्रकांता ने भारतीय उपग्रहों और ग्राउंड स्टेशनों के लिए एंटीना सिस्टम डिजाइन किया है। उन्होंने चंद्रयान -1, GSAT-12 और ASTROSAT के लिए प्रोजेक्ट मैनेजर, एंटीना सिस्टम के तौर पर काम किया। वर्तमान में वह डिप्टी प्रोजेक्ट डायरेक्टर हैं, जो चंद्रयान -2 की आरएफ प्रणाली के लिए जिम्मेदार हैं और यूआर राव सैटेलाइट सेंटर (यूआरएससी) के 'इलेक्ट्रोमैग्नेटिक्स' खंड के प्रमुख हैं।