कोरोना वायरस : स्टडी में आया सामने, भारत में मई तक 13 लाख लोग हो जाएंगे बीमार

By: Pinki Wed, 25 Mar 2020 11:52:55

कोरोना वायरस : स्टडी में आया सामने, भारत में मई तक 13 लाख लोग हो जाएंगे बीमार

दुनियाभर में कोरोना के मामले 4,23,000 से ज्यादा हो गए हैं, जबकि 18,900 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। भारत में स्थिति और भयावह न हो, इसलिए लोगों को घरों में रहने की सलाह दी गई है। भारत में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या बढ़कर 536 हो गई है। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के मामले बढ़कर 112 हुए। गुजरात में कोरोनो वायरस के 3 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। अब तक 38 पॉजिटिव मामले सामने आए है।

मध्य प्रदेश: इंदौर में COVID 19 के 5 पॉजिटिव केस। पांच में से चार इंदौर के और एक उज्जैन का है। लगातार बढ़ती इसी संख्या को देखते हुए देश में 21 दिनों के लिए पूरी तरह से लॉकाडाउन का ऐलान कर दिया गया है। आज इस लॉकडाउन का पहला दिन है। हालांकि सरकार द्वारा कहा गया है कि लोग घबराएं नहीं, उनकी जरूरत की की सभी चीजें इस दौरान मिलता रहेगा। भारत COVID-19 के संक्रमण के दूसरे और तीसरे स्टेज के बीच में है। इस बीच वैज्ञानिकों ने आंशका जाहिर की है कि अगर देश में संक्रमितों की इस रफ्तार से बढ़ती रही, तो मई के दूसरे हफ्ते तक भारत में 13 लाख कोरोना के मरीज हो जाएंगे।

न्यूज़ एजेंसी IANS की एक रिपोर्ट में ये जानकारी दी गई है। भारत में कोरोना के मामलों की स्टडी करने वाले COV-IND-19 स्टडी ग्रुप के रिसर्चर्स ने मौजूदा आंकड़ों की स्टडी के बाद ये आशंका जाहिर की है। इस ग्रुप के डेटा साइंटिस्ट्स का मानना है कि भारत में टेस्टिंग रेट बहुत कम है। सिर्फ 18 मार्च को ही देश में कोरोना टेस्ट के लिए 11,500 सैंपल मिले। इससे समझा जा सकता है कि जांच के लिए लोग सामने नहीं आ रहे हैं। भारत का हेल्थ सिस्टम इस महामारी से लड़ने में अभी पूरी तरह से तैयार नहीं है। भारत में प्रति 1,000 लोगों पर अस्पताल के बेड की संख्या केवल 0.7 है। वहीं, फ्रांस में ये संख्या 6.5, दक्षिण कोरिया में 11.5, चीन में 4.2, इटली में 3.4, यूके में 2.9, अमेरिका में 2.8 और ईरान में 1.5 है। कई लोग देश में टेस्टिंग किट की कमी का जिक्र करते हैं। भारत में 18 मार्च तक 12 हजार से अधिक लोगों की टेस्टिंग हुई थी। भारत की तुलना में बहुत कम आबादी के दक्षिण कोरिया में दो लाख 70 हजार व्यक्तियों की जांच हो चुकी है।

COV-IND-19 स्टडी ग्रुप के एक साइंटिस्ट बताते हैं, 'अभी तक COVID-19 का कोई वैक्सीन अप्रूव नहीं हुआ है और न ही कोई दवा इजाद की जा सकी है। इस स्थिति में भारत के फेज 2 और फेज 3 के बीच में प्रवेश करने से और भी विनाशकारी परिणाम होंगे, क्योंकि भारत का हेल्थ केयर सिस्टम पहले से ही दवाब में है।' COV-IND-19 स्टडी ग्रुप ने कहा, 'हमारा मौजूदा अनुमान भारत में शुरुआती चरण के आंकड़ों के आधार पर है, जो कि कम टेस्टिंग की वजह से है।'

साइंटिस्ट के मुताबिक, अमेरिका या इटली जैसे अन्य देशों में ऐसा ही पैटर्न देखा गया। वहां COVID-19 धीरे-धीरे फैला और फिर अचानक तेजी से मामले सामने आने लगे। COV-IND-19 स्टडी ग्रुप के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) का संक्रमण अमेरिका की पैटर्न पर फैल रहा है। 19 मार्च तक COVID-19 मामलों की वृद्धि दर लगभग 13 दिनों के अंतराल के साथ अमेरिका के पैटर्न पर ही आगे बढ़ती दिख रही है। इस महामारी की शुरुआत में अमेरिका में इटली के 11 दिनों का अंतराल फॉलो हो रहा था।

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