PM किसान सम्मान निधि योजना किसानों के लिए ‘अपमानजनक' : शत्रुघ्न सिन्हा
By: Priyanka Maheshwari Mon, 04 Feb 2019 08:41:55
भारतीय जनता पार्टी (BJP) से नाराज चल रहे नेता शत्रुघ्न सिन्हा (Shatrughan Sinha) ने रविवार को केंद्र सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की आलोचना करते हुए कहा कि अंतरिम बजट (Budget) में की गई घोषणा किसानों के लिए ‘अपमानजनक' है। मोदी सरकार (Modi Govt) ने अंतरिम बजट 2019-20 में घोषणा की है कि दो हेक्टेयर तक कृषि योग्य भूमि रखने वाले 12 करोड़ किसानों को प्रत्येक साल छह हजार रुपये की राशि उनके खाते में इस साल से दी जाएगी।
सिन्हा ने कहा कि वह पूर्व वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम के उस बयान से सहमत हैं कि यह लेखानुदान नहीं था बल्कि वोटों का लेखा-जोखा था। उन्होंने कहा, ‘बजट का उस 60 फीसदी जनता से कोई लेना-देना नहीं था, जिनकी उम्र 35 साल से कम है और जो बेरोजगारी का सामना कर रहे हैं।'
बता दें, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने रविवार को पटना में रैली को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा की सरकार ने उद्योगपतियों का करोडों रूपये का कर्ज माफ किया लेकिन नरेंद्र मोदी ने किसानों का एक रूपये का कर्ज भी माफ नहीं किया। राहुल ने हाल में संपन्न पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों का जिक्र करते हुए कहा कि हमने चुनाव के समय किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था जिसे मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ और राजस्थान में सत्ता में आने पर पूरा किया। उन्होंने हाल में पेश बजट में किसानों के लिए की गई घोषणा का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं ने उसे ऐतिहासिक निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि हिंदुस्तान के प्रत्येक किसान को 17 रुपये देकर उनका अपमान किया गया है, इसका जवाब किसान भाजपा को देंगे। मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के किसानों ने नरेंद्र मोदी और भाजपा को अपना जवाब दे दिया है। राहुल ने आरोप लगाया कि एक तरफ नरेंद्र मोदी उद्योगपतियों के साढे़ तीन लाख करोड़ रूपये माफ करते हैं लेकिन किसानों द्वारा इसकी मांग करने पर अरुण जेटली कहते हैं यह हमारी नीति में शामिल नहीं है। संसद में बट पेश होने के बाद कांग्रेस ने नरेंद्र मोदी सरकार की ओर से शुक्रवार को संसद में पेश बजट को ‘भाजपा का चुनावी घोषणापत्र' करार दिया और आरोप लगाया कि छोटे एवं सीमांत किसानों के लिए प्रतिदिन 17 रुपये का प्रावधान कर देश के अन्नदाताओं का अपमान किया गया है।
Sir, we have offered nothing for the younger generation in this #Budget as more than 60% of our population is below 35 yrs of age. Do we have a magic wand which will generate create more jobs for them? Sir, some food for your thoughts on this important & serious issue. Jai Hind!
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) February 3, 2019
humiliating to be given 6000/yr spread quarterly, i.e.17/- per family/ day, in today's times. Sir, do give it a serious thought, as is never to late. Jai Hind!
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) February 3, 2019
budget. Even our learned, senior leader,experienced, tested & successful former FM, P.Chidambaram has said this budget is an 'account for votes' not ' vote on account'. The kind of support given to our farmers is very disappointing. After such a tiring long wait, it's insulting &
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) February 3, 2019
orders of our Hon'ble Sir. But nonetheless, I must put certain facts & my observations in the larger interest of the people. In my opinion, we are putting energy & money, on the Union Budget especially when only 2-3 mths left to fulfill & implement all the promises made in the
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) February 3, 2019
Sir, it's highly appreciated & applaudable the so called #Budget2019, contributed by our learned friend & colleague, Arun Jaitley @arunjaitley, presented by the comparatively young & rising star of BJP, our friend Piyush Goyal @PiyushGoyal of course, under the directions &
— Shatrughan Sinha (@ShatruganSinha) February 3, 2019
कांग्रेस ने यह भी दावा किया कि अंतरिम बजट की बजाय पूर्ण बजट पेश करके स्थापित परंपराओं को भंग किया तथा संविधान के खिलाफ काम किया है। कांग्रेस अध्यक्ष अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, ‘प्रिय नरेंद्र मोदी जी, आपकी पांच वर्षों की अक्षमता और अहंकार ने हमारे किसानों के जीवन को बर्बाद कर दिया। उन्हें प्रतिदिन 17 रुपये देना हर उस चीज का अपमान है जिसके लिए किसान खड़े हैं और काम कर रहे हैं।' बाद में उन्होंने एक सवाल के जवाब में मीडिया से कहा था, ‘आप (सरकार) 15 लोगों का साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये माफ कर सकते हो और किसान को दिन के 17 रुपये देते हो। यह अपमान नहीं है तो और क्या है?'