दिल्ली में कोरोना का तांडव, श्मशान में शवों के लिए नहीं मिल रही जगह

By: Pinki Sat, 13 June 2020 12:56:21

दिल्ली में कोरोना का तांडव, श्मशान में शवों के लिए नहीं मिल रही जगह

देश की राजधानी दिल्ली में एक तरफ जहां कोरोना के मरीजों का आंकड़ा 36 हजार के पार पहुंच गया है तो वहीं दूसरी तरफ मौत का आंकड़ा भी हर दिन बढ़ता जा रहा है। आलम यह है कि श्मशान घाटों में अब जगह कम पड़ रही है। निगमबोध घाट में सालों से अंतिम संस्कार करा रहे आचार्यों का भी कहना है कि कोरोना काल में उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। बीते 15 दिनों से रोजाना तकरीबन 50 शवों का अंतिम संस्कार निगमबोध के आचार्य और उनकी टीम करा रही है। हालात यह है कि लगातार आ रही लाशों को देखकर परेशान हो गए हैं। उनका कहना है कि जब कोरोना से मरने वाले लोगों की शव ज्यादा आने लगी तो सरकार ने 4 और श्मशान घाटों को तैयार करना शुरू किया है। उन्होंने बताया कि आज सुबह से तकरीबन 20 से 25 लोगों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है अभी और भी आ सकते हैं। दिल्ली में जहां पहले दो श्मशान घाट थे, उनको बढ़ा कर 4 कर दिया गया है। श्मशान घाट में रोजाना जितने भी कोरोना मरीजों के शवों को लाया जाता है उनका अंतिम संस्कार किया जाता है। उसमें भी 5 से 6 घंटे का वक्त लग रहा है।

निगमबोध घाट में लोगों के अंतिम संस्कार के लिए 100 के करीब प्लेटफॉर्म हैं, जिनमें से इन दिनों 48 प्लेटफार्म पर कोरोना के मरीजों का अंतिम संस्कार होता है। आलम यह है कि सभी प्लेटफॉर्म पूरी तरह से भरे हुए हैं। एक के बाद एक एंबुलेंस में शवों को लाया जा रहा है और उनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है।

दिल्ली में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या 36 हजार के पार हो गई है। दिल्ली में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड 2 हजार 137 केस सामने आए हैं। दिल्ली में कोरोना मरीजों की कुल संख्या 36 हजार 824 हो गई है। 22 हजार 212 लोगों का इलाज अस्पतालों में जारी है। 13 हजार 398 लोग रिकवर हो चुके हैं। अब तक प्रदेश में 1 हजार 214 लोगों की मौत हुई है।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन lifeberrys हिंदी की वेबसाइट पर। जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश से जुड़ीNews in Hindi

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com