पुलवामा हमलाः जवानों की शहादत से गुस्से में CRPF, कहा- 'न भूलेंगे और ना ही माफ करेंगे, इस जघन्य हमले का बदला लिया जाएगा'
By: Priyanka Maheshwari Fri, 15 Feb 2019 4:36:39
गुरुवार को जम्मू एवं कश्मीर (Jammu-Kashmir) के पुलवामा (Pulwama Blast) में अवन्तीपुरा के गोरीपुरा इलाके में सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हुए आतंकी हमले में 40 से ज्यादा जवानों को खोने वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ CRPF) में आतंकियों और उसके पनहगारों के प्रति कितना गुस्सा और नाराजगी है, इसका अंदाजा शुक्रवार को उसकी तरफ से आई प्रतिक्रिया से साफ जाहिर हो गया। बल ने एक ट्वीट करते हुए कहा कि 'न भूलेंगे और ना ही माफ करेंगे'।
बल ने ट्विटर पर अपने आधिकारिक अकाउंट पर ट्वीट करते हुए कहा कि 'हम न भूलेंगे, ना ही माफ करेंगे। हम पुलवामा हमले में शहीद हुए अपने जवानों को सलाम करते हैं और शहीद भाईयों के परिवार के साथ खड़े हैं। इस जघन्य हमले का बदला लिया जाएगा'।
WE WILL NOT FORGET, WE WILL NOT FORGIVE:We salute our martyrs of Pulwama attack and stand with the families of our martyr brothers. This heinous attack will be avenged. pic.twitter.com/jRqKCcW7u8
— 🇮🇳CRPF🇮🇳 (@crpfindia) February 15, 2019
पड़ोसी देश पाकिस्तान को कड़ा संदेश
दरअसल, जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद भारत-पाकिस्तान के बीच एक बार फिर से तनाव की स्थिति पैदा हो गई है। जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में हुए आतंकवादी हमले पर पड़ोसी देश पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा मैं आतंकी संगठनों को और उनके सरपरस्तों को कहना चाहता हूं कि वे बहुत बड़ी गलती कर चुके हैं। बहुत बड़ी कीमत उनको चुकानी पड़ेगी। मैं देश को भरोसा देता हूं, हमले के पीछे जो ताकतें हैं, इस हमले के पीछे जो भी गुनहगार हैं, उन्हें उनके किए की सजा अवश्य मिलेगी। पीएम मोदी ने कहा कि समय बड़ी आर्थिक बदहाली के दौर से गुजर रहे हमारे पड़ोसी देश को ये भी लगता है कि वो ऐसी तबाही मचाकर, भारत को बदहाल कर सकता है। उसके ये मंसूबे भी कभी पूरे नहीं होंगे। 130 करोड़ हिंदुस्तानी ऐसी हर साजिश, ऐसे हर हमले का मुंहतोड़ जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि पूरे विश्व में अलग-थलग पड़ चुका हमारा पड़ोसी देश अगर ये समझता है कि जिस तरह के कृत्य वो कर रहा है, जिस तरह की साजिशें रच रहा है, उससे भारत में अस्थिरता पैदा करने में सफल हो जाएगा, तो वो बहुत बड़ी भूल कर रहा है। मुझे पूरा भरोसा है कि देश भक्ति के रंग में रंगे लोग, सही जानकारियां भी हमारी एजेंसियों तक पहुंचाएंगे। साथ ही आतंक के लिए हमारी लड़ाई और तेज हो सके।
गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में गुरुवार को जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों को ले जा रही बस को टक्कर मार दी, जिसमें 40 से ज्यादा जवान (रॉयटर्स के अनुसार) शहीद हो गए। बताया जा रहा है कि इस खूनी खेल को अंजाम देने वाला पुलवामा का ही आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) था। जिस कार ने सीआरपीएफ जवानों के बस में टक्कर मार आतंकी हमले को अंजाम दिया, उस कार को जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) का आतंकवादी आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) चला रहा था। सूत्रों की माने तो आतंकी संगठन जैश- ए- मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) पुलवामा हमले (Pulwama Terrorist Attack) के लिए पिछले एक साल से तैयारी कर रहा था। यहां तक कि जैश-ए-मोहम्मद ने प्राइवेट ट्विटर अकाउंट पर एक वीडियो जारी किया था, जिसमें आतंकी हमले की संभावना जताई गई थी। इसमें सुरक्षा बलों पर हमले की चेतावनी दी गई थी। इस खूनी खेल को अंजाम देने वाला पुलवामा का ही आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) था। जिस कार ने सीआरपीएफ जवानों के बस में टक्कर मार आतंकी हमले को अंजाम दिया, उस कार को जैश-ए-मोहम्मद (Jaish-e-Mohammed) का आतंकवादी आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) चला रहा था। आतंकी आदिल अहमद डार (Adil Ahmad Dar) घाटी का ही रहने वाला था। डार एक साल पहले जैश-ए-मोहम्मद में शामिल हुआ था। आतंकी आदिल अहमद, जिसे 'आदिल अहमद गाड़ी टकराने वाला' और 'गुंडिबाग के वकास कमांडो' के रूप में भी जाना जाता है, वह पिछले साल ही आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद(Jaish-e-Mohammed) में शामिल हुआ था। आदिल काकापोरा का रहने वाला था। पुलिस का कहना है कि आतंकी आदिल (Adil Ahmad Dar) जो कार चला रहा था, उसमें 350 किलो विस्फोटक थे। इसी कार ने जाकर सीआरपीएफ के बस में टक्कर मारी।
केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल के 2500 से अधिक कर्मी 78 वाहनों के काफिले में जा रहे थे। इनमें से अधिकतर अपनी छुट्टियां बिताने के बाद अपने काम पर वापस लौट रहे थे। जम्मू कश्मीर राजमार्ग पर अवंतिपोरा इलाके में इस काफिले पर घात लगाकर हमला किया गया। श्रीनगर से लगभग 20 किलोमीटर दूर पुलवामा के इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान आधारित आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद ने ली है।
हमसे गलती हुई, पुलवामा आतंकी हमला खुफिया विफलता का परिणाम
सीआरपीएफ (CRPF) के काफिले पर हुए आतंकी हमले को लेकर जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) के राज्यपाल सत्य पाल मलिक (Satya Pal Malik) ने माना है कि पुलवामा आतंकी हमला (Pulwama Terrorist Attack) आंशिक रूप से खुफिया विफलता का परिणाम है, खासकर इस तथ्य के कारण कि सुरक्षा बल विस्फोटकों से लदी स्कॉर्पियो और मूवमेंट का पता नहीं लगा सके। 'इंडियन एक्सप्रेस' से बात करते हुए मलिक ने कहा, 'हम इसे (खुफिया विफलता) स्वीकार नहीं कर सकते। हम हाईवे पर चलते हुए विस्फोटकों से भरे वाहन का पता नहीं लगा पाए या उसकी जांच नहीं कर पाए। हमें स्वीकार करना चाहिए कि हमसे गलती हुई है। उन्होंने स्वीकार किया कि जब सुरक्षा बल स्थानीय आतंकवादियों को खत्म कर रहे थे, जिसमें जैश के लोग भी शामिल थे - उनमें से किसी के बारे में कोई चेतावनी या खुफिया इनपुट नहीं था कि उन्हें 'आत्मघाती हमलावर' बनने के लिए प्रशिक्षित किया जा रहा है। उन्होंने कहा, 'हमें नहीं पता था कि उनके बीच एक फिदायीन था, यह भी खुफिया विफलता का हिस्सा है। मैं यह स्वीकार कर सकता हूं। यह आदमी (आत्मघाती हमलावर आदिल अहमद डार) हमारे संदिग्धों की सूची में था। कोई भी उन्हें अपने घरों में आश्रय नहीं दे रहा था। इसलिए वह जंगलों या पहाड़ियों की ओर भाग गया और लुप्त हो गया। हम उसके बारे में जानते थे लेकिन उसका पता नहीं लगा सके। यह सिर्फ एक मौका था और वह दुर्लभ व्यक्ति था जो भाग गया। बाकी लोग मारे जा रहे हैं।'