राजस्थान / राहत भरी खबर, कोरोना मुक्त हुआ भीलवाड़ा
By: Pinki Sat, 18 Apr 2020 1:22:42
कोरोना का सबसे पहला हॉटस्पॉट बना भीलवाड़ा आज कोरोना संक्रमण से मुक्त हो गया है। राजस्थान में कोरोना का एपिसेंटर रहे भीलवाड़ा से शुक्रवार को राहत भरी खबर आई है। यहां मिले सभी कोरोना संक्रमित ठीक हो गए हैं। शुक्रवार को हॉस्पिटल में इलाज करा रहे आखिरी मरीज को भी डिस्चार्ज कर दिया गया है। हालांकि, अभी उन्हें 14 दिन उनके घर पर क्वारंटीन रखा जाएगा। भीलवाड़ा में अब तक कोरोना संक्रमण के 28 केस सामने आए थे, इसमें 26 ठीक हो गए। जबकि दो की मौत हो गई थी। वहीं जयपुर का रामगंज इलाका राजस्थान का कोविड-19 ग्राउंड जीरो बनता दिख रहा है। यहां बुधवार तक कोरोना के करीब 318 मामले सामने आ चुके हैं।
राजस्थान में शनिवार को कोरोना के 41 नए मरीज सामने आए हैं। इसी के साथ प्रदेश में अब तक 1270 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं। सबसे ज्यादा 27 मामले भरतपुर में, और दो जयपुर में सामने आए हैं। इससे पहले राजधानी जयपुर में शुक्रवार को कोविड-19 के 8 मरीज मिले थे, हालांकि, रामगंज से अच्छी खबर ये है कि यहां लगातार दूसरे दिन कोई मरीज पॉजिटिव नहीं मिला है।
'भीलवाड़ा मॉडल' चर्चा में
अधिकारियों के मुताबिक, भीलवाड़ा में कोरोना से लड़ाई जीतने के बाद 'भीलवाड़ा मॉडल' चर्चा में जरूर है, लेकिन इसे रामगंज जैसे इलाके में लागू करने में कई परेशानियां है। सबसे खास बात ये है कि रामगंज और भीलवाड़ा की भौगोलिक स्थितियां बिल्कुल अलग हैं। यहां जनसंख्या का घनत्व ज्यादा है। साथ ही स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं के प्रति दुश्मनी और अफवाह फैलाने जैसी कई बाधाएं इसे प्रभावित करती हैं।
एडिशनल चीफ सेक्रेट्री (स्वास्थ्य) रोहित कुमार सिंह ने कहा कि भौगोलिक रूप से, भीलवाड़ा रामगंज से अलग है। भीलवाड़ा में जहां एक घर में 4 से 6 सदस्य रहते हैं, वहीं रामगंज में चार मंजिला तक पुरानी हवेलियां हैं जिनमें अनुमान नहीं लगा सकते कि कितने लोग रहते हैं। हमें मिली जानकारी के मुताबिक रामगंज के हर घर में औसतन 40 से 50 सदस्य हैं, इनके अलावा 20 से 30 बच्चे हैं। फिलहाल लोगों को जागरूक किया जा रहा है, जिसकी वजह से मेडिकल स्क्रीनिंग के लिए लोग सहमत हुए हैं। सरकार और प्रशासन की ओर से भी रामगंज में कोरोना के खिलाफ लड़ाई को लेकर अलग रणनीति तैयार की है।
राजस्थान में रैपिड टेस्टिंग
इसके साथ ही देश में राजस्थान रैपिड टेस्टिंग किट के जरिए कोराना की जांच करने वाला पहला प्रदेश बन गया है। शुक्रवार को पहले दिन जयपुर में 52 लोगों का सैंपल लिया गया। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ.रघु शर्मा ने बताया कि कोरोना के लिए रैपिड टेस्ट पूरी तरह से सटीक नहीं है। हालांकि, इसमें पॉजिटिव मिलने वाले व्यक्ति को तुरंत आइसोलेट कर उसकी जांच कराई जाएगी, ताकि वह संक्रमण ना फैला ना सके।