कोरोना खत्म नहीं होने वाला, इसके साथ जीना सीखना होगा : अरविंद केजरीवाल
By: Pinki Sat, 02 May 2020 11:52:03
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज कहा कि देश से कोरोना खत्म नहीं होना वाला है। हमें कोरोना के साथ जीने की आदत डाल लेनी चाहिए, जब तक इसकी दवा नहीं आती है। सीएम ने कहा कि लॉकडाउन कोरोना वायरस का इलाज नहीं है, बस ये इसको फैलने से रोकता है। उन्होंने कहा कि अगर हम सोचें कि किसी एरिया में लॉकडाउन कर दिया और वहां केस जीरो हो जाएंगे, ऐसा पूरी दुनिया में नहीं हो रहा है। अगर हम पूरी दिल्ली को लॉकडाउन करके छोड़ दें तो केस खत्म नहीं होने वाले। लॉकडाउन कोरोना को कम करता है, खत्म नहीं करता।
सुझाव देते हुए सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि कोरोना के साथ हमें जीने की आदत डालनी होगी। इसके लिए दो सुझाव मानने पड़ेंगे। पहला- कोरोना को फैलने से रोकना है। इसके लिए हमें खूब टेस्टिंग करनी पड़ेगी। जो भी कोरोना का मरीज मिले, उसे ठीक करके घर भेजो। दूसरा- मौत पर कंट्रोल करना है। किसी भी हालत पर मौत नहीं होनी चाहिए।
केजरीवाल ने कहा कि अब वक्त आ गया है अर्थव्यवस्था को खोलने का। अब दिल्ली पूरी तरह तैयार है। लॉकडाउन के बाद अगर पॉजिटिव केस बढ़ते भी हैं तो हम लोगों को तैयार रहना है। केंद्र सरकार को चाहिए कि हर राज्य को अपनी तैयारी करनी चाहिए और केंद्र सरकार को चाहिए कि धीमे-धीमे राज्यों से लॉकडाउन खोला जाए। उन्होंने कहा कि जो रेड जोन है केवल उन इलाकों को बंद रखना चाहिए बाकी इलाकों को खोलना चाहिए। ऐसे में और लोगों को परेशानी उठानी पड़ रही है।
सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि देश में पिछले 70 साल से हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम नहीं किया गया है। हमने दिल्ली में बहुत काम किया। मोहल्ला क्लिनिक उदाहरण है। कोरोना ने सीखा दिया कि हमें अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत रखना है और दूसरा हमें रिसर्च पर काम करना होगा।
उन्होंने कहा कि आज हमें अमेरिका का मुंह देखना पड़ रहा है कि वो दवा बनाएं तो हमारे देश का भी कल्याण हो जाए। हमें अपने यहां मेडिकल रिसर्च को और मजबूत बनाना होगा। सीएम केजरीवाल ने दिल्ली में डॉक्टरों के संक्रमित होने पर चिंता भी जताई और कहा कि हम नान-कोविड अस्पताल में फ्लू क्लिनिक खोल रहे हैं।
सीएम केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में केवल तीन कंटेनमेंट जोन में 60% मौत हो रही हैं। केजरीवाल ने कहा कि मरकज से कम से कम 3,200 लोगों को निकाला। इसमें से 1,100 लोग संक्रमित मिले और 700-800 विदेशों से आए लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई। काफी कंट्रोल किया गया है। उन्होंने कहा, 'हमने 35 हजार से अधिक लोगों को होम क्वारनटीन किया था। अगर हमने शुरुआती कदम न उठाए होते तो दिल्ली में 25 से 30,000 केस होते, इसलिए मैं कह रहा हूं दिल्ली ने मुश्किल लड़ाई लड़ी।'