20 लाख करोड़ के पैकेज पर पूर्व वित्त मंत्री चिदंबरम ने कहा - PM मोदी ने हमें हेडलाइन और ब्लैंक पेज दिया है
By: Pinki Wed, 13 May 2020 11:11:46
कोरोना वायरस की वजह से पूरे देश में लॉकडाउन है। 17 मई तक लॉकडाउन का तीसरा फेज चल रहा है इसके बाद 18 मई से लॉकडाउन 4.0 की शुरुआत होगी। हालाकि, इस बार का लॉकडाउन नए रंगरूप का होगा। जिसका इशारा पीएम मोदी ने अपने देश के नाम संबोधन में कल मंगलवार को किया। पीएम मोदी ने देश 12 मई की रात 8 बजे देश को संबोधित किया था इसमें उन्होंने कहा कि 18 मई से लॉकडाउन 4.0 (lockdown 4.0) चलेगा और देश के तमाम सेक्टर्स के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज का ऐलान किया, जिसके जरिए वह अर्थव्यवस्था को रफ्तार देना चाहते हैं। इस पैकेज में उन्होंने एमएसएमई और कुटीर उद्योग से लेकर मिडिल क्लास और किसान का कुछ इस तरह ख्याल रखने की कोशिश की है कि अर्थव्यवस्था का ईकोसिस्टम फिर से चल पड़े।
कुछ ऐसा हो सकता है लॉकडाउन 4.0, पीएम नरेंद्र मोदी ने दिए ये संकेत
केंद्र सरकार के 20 लाख करोड़ के राहत पैकेज पर अब विपक्ष की अलग-अलग प्रतिक्रिया आ रही हैं। बुधवार को पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हमें हेडलाइन और ब्लैंक पेज दिया है। अब देखना होगा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण उस ब्लैंक पेज कोरा कागज को कैसे भरती हैं। हम हर उस अतिरिक्त रुपए पर नजर रख रहे हैं, जो अर्थव्यवस्था में डाला जाएगा। चिदंबरम ने बुधवार को दो ट्वीट किए। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने हमें एक हेडलाइन और एक खाली पेज दिया। स्वाभाविक रूप से, मेरी प्रतिक्रिया भी खाली थी। हम देखेंगे किसे क्या मिलता है?
We will also carefully examine who gets what?
— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) May 13, 2020
And the first thing we will look for is what the poor, hungry and devastated migrant workers can expect after they have walked hundreds of kilometres to their home states.
कांग्रेस ने कहा कि भारत प्रवासी मजदूरों पर प्रवासियों की पीड़ा पर प्रधानमंत्री की चुप्पी से निराश है क्योंकि वह इस मुद्दे का निराकरण नहीं कर पाए।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस पैकेज पर प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया, 'अपने घर जा रहे प्रवासी कामगारों की दिल दहला देने वाली मानवीय त्रासदी को करुणा से देखने तथा मजदूरों की सुरक्षित वापसी की जरूरत है। लाखों प्रवासी श्रमिकों के प्रति आपमें संवेदनशीलता की कमी और उनकी तकलीफों को दूर करने में आपकी नाकामी से भारत बहुत ज्यादा निराश हुआ है।
कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने कहा, 'प्रधानमंत्री जी ने हेडलाइन दी है, लेकिन कोई हेल्पलाइन नहीं दी। उन्होंने प्रवासी मजदूरों को उनके घर सुरक्षित भेजने और रास्तों में मजदूरों की मौत की घटनाओं पर कुछ भी नहीं कहा। इससे बहुत निराशा हुई है।'
हालाकि, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री की घोषणा का स्वागत किया, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि वह अभी इस पैकेज के विवरण की प्रतीक्षा कर रहे हैं। उन्होंने ट्वीट किया, 'प्रधानमंत्री की ओर से की गई 20 लाख करोड़ रुपए के पैकेज की घोषणा का स्वागत है और हम ब्योरे की प्रतीक्षा करेंगे। इससे अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने और कर्मचारियों के वेतन देने की तत्काल जरूरत को लेकर सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उपक्रमों में विश्वास पैदा करने में मदद मिलेगी।'
दरअसल, पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा था कि देश को आत्मनिर्भर बनना होगा। आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए 20 लाख करोड़ रुपए का पैकेज दिया जाएगा। इसके तहत बुधवार से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण घोषणाओं की शुरुआत करेंगी। आत्मनिर्भर बनने की राह में हमें लोकल प्रोडक्ट्स को अपनाना होगा। लॉकडाउन का चौथा फेज आएगा, पर यह नए रंग-रूप और नए नियमों वाला होगा। 18 मई से पहले इस बारे में बताया जाएगा।
मोदी ने आत्मनिर्भर भारत के 5 स्तंभ भी बताए
पहला स्तंभ - इकोनॉमी, एक ऐसी इकोनॉमी जो इन्क्रीमेंटल चेंज नहीं, बल्कि क्वांटम जम्प लाए
दूसरा स्तंभ - इन्फ्रास्ट्रक्चर, एक ऐसा इन्फ्रास्ट्रक्चर जो आधुनिक भारत की पहचान बने
तीसरा स्तंभ - सिस्टम, ऐसा सिस्टम जो बीती शताब्दी की रीति नहीं, बल्कि 21वीं शताब्दी की टेक्नोलॉजी ड्रिवन व्यवस्था पर आधारित हो
चौथा स्तंभ - डेमोग्राफी, दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की डेमोग्राफी आत्मनिर्भर भारत के लिए हमारी ऊर्जा का स्रोत है
पांचवां स्तंभ - डिमांड, इसका चक्र और इसकी ताकत का इस्तेमाल किए जाने की जरूरत है