चीन में कोरोना का कहर, अब तक 80 की मौत, संक्रमित लोगों की संख्या 2700 पहुंची
By: Pinki Mon, 27 Jan 2020 08:16:25
चीन के कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार बढ़ता जा रहा है। चीन के साथ-साथ कई और शहर इस वायरस की चपेट में आ गए है। वुहान से शुरू संक्रमण पूरे चीन में फैल गया है और अमेरिका सहित करीब एक दर्जन देशों में इससे संक्रमण होने की पुष्टि हुई है। अमेरिका, फ्रांस और रूस अपने नागरिकों को वुहान से निकालने की तैयारी कर रही है। वहीं अन्य देश संक्रमण रोकने के लिए संभावित संक्रमितों को अलग स्थान पर रखने की वैकल्पिक व्यवस्था कर रही है। शहरों को बंद करने के साथ सरकार और अधिक डॉक्टरों और नर्सों को वुहान भेज रही है। भारत में भी इस वायरस ने कदम रख दिया है।
मरने वालों की संख्या 80 हुई
वहीं, चीन में इस वायरस की वजह से मरने वालों की संख्या 80 तक पहुंच गई है, जबकि संक्रमित लोगों की संख्या 2700 तक पहुंच गई है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने रविवार को यह जानकारी दी। बताया जा रहा है कि इनमें से 324 लोगों की नाजुक बनी हुई है। स्वास्थ्य प्रशासन ने संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में आए लगभग 23,500 लोगों का परीक्षण किया है, जिनमें से 21,500 लोगों में किसी भी लक्षण को देखने के लिए उन्हें लगातार निगरानी में रखा गया है। चीन के 34 में से कम से कम 25 प्रांतीय खंडों में स्वास्थ्य का उच्चतम आपातकाल घोषित कर दिया गया है। हुबेई प्रांत की राजधानी वुहान जो 1.1 करोड़ आवादी वाला शहर है और संक्रमण का मुख्य केंद्र हैं के महापौर ने रविवार को बताया कि 56 लोगों की मौत हुई है 1975 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है जबकि शहर में 1,000 नए मरीजों की आशंका है। यह जानकारी सरकारी प्रसारक सीसीटीवी ने दी।
बता दे, चीन के बाहर थाईलैंड में कोरोना वायरस के 5 मामले, ऑस्ट्रेलिया में 4, ताईवान, सिंगापुर, मलेशिया और फ्रांस में 3-3 और जापान, दक्षिण कोरिया, अमेरिका, वियतनाम में 2-2 व नेपाल में 1 मामले की पुष्टि हुई है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, कोरोना वायरस के मरीज को जुकाम के साथ-साथ बुखार और थकान, सूखी खांसी और सांस लेने में परेशानी होती है।
चीन में इसके खिलाफ कठोर कदम उठाए जाने के कारण डब्ल्यूएचओ ने इसे अंतरराष्ट्रीय स्वास्थ्य आपातकाल घोषित नहीं करने का निर्णय लिया है। कोरोना वायरस के खिलाफ महामारी के केंद्र हुबेई प्रांत में दर्जन भर शहरों में और उनके आसपास यातायात पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है और चीनी नववर्ष उत्सवों को रद्द कर दिया है।