कर्नाटक: डिप्टी सीएम पर कांग्रेस-जदएस में माथापच्ची, मुस्लिम संगठनों ने भी रख दी यह मांग
By: Priyanka Maheshwari Tue, 22 May 2018 3:24:15
कर्नाटक में कांग्रेस और जनता दल सेक्युलर (जदएस) के बीच सरकार गठन को लेकर माथापच्ची जारी है। ऐसा लगता है कि इस सरकार के लिए राहें आसान नहीं हैं। क्योंकि उपमुख्यमंत्री पद को लेकर अभी तक बादल छंटे नहीं हैं। जदएस नेता एचडी कुमारस्वामी ने सोमवार रात संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। इस दौरान तीनों नेताओं ने मंत्रिमंडल गठन और दोनों पार्टियों के बीच पोर्टफोलियो बंटवारे पर चर्चा की और उन्होंने राहुल और सोनिया को शपथग्रहण में शामिल होने का निमंत्रण भी दिया। मुलाकात के बाद कुमारस्वामी ने कहा कि सोनिया और राहुल ने न्यौता स्वीकार कर लिया है।
वही खबरों की माने तो कांग्रेस संतुलन बनाए रखने के लिए दो उपमुख्यमंत्री बनाने पर जोर दे रही है। डिप्टी सीएम के दोनों पदों पर कांग्रेस अपने वरिष्ठ नेता परमेश्वरन और डीके शिवकुमार को बैठाना चाहती है। यह सारी कवायद खेमों में बंटी पार्टी को एकजुट रखने की है। खासकर ऐसे समय जब पार्टी विधायकों के तोड़फोड़ की कोशिश की जा रही है लेकिन जदएस ने प्रस्ताव अस्वीकार कर दिया।
अभी तक कैबिनेट के बंटवारे को लेकर कांग्रेस और जदएस ने खाका तैयार होने के बावजूद भी तस्वीर साफ नहीं है। डिप्टी सीएम और स्पीकर पद को लेकर राज्य की सियासत में कई तरह की चर्चाएं चल रही हैं। जहां कांग्रेस राज्य में अपने दो डिप्टी सीएम सहित स्पीकर पद को अपने पास रखना चाहती है। वहीं कुमारस्वामी इससे इत्तेफाक नहीं रखते हैं। लिंगायत के बाद अब मुस्लिम समुदाय से डिप्टी सीएम बनाए जाने की मांग तेज होने लगी है।
ऐसे में मुस्लिम समुदाय ने भी अपने समुदाय से डिप्टी सीएम बनाने की मांग तेज कर दी है। इसके अलावा सत्ता में हिस्सेदारी को लेकर दोनों दलों के बीच अभी से ही अनबन की बातें सामने आने लगी हैं। मीडिया के साथ बातचीत के दौरान मुस्लिम संगठनों के एक समूह ने मांग की है कि वह 7 बार के कांग्रेस विधायक रोशन बेग या फिर समुदाय के किसी और मुस्लिम नेता को नई कैबिनेट में डिप्टी सीएम का पद दें। डिप्टी सीएम के लिए कांग्रेस की तरफ से पहले ही जी परमेश्वर का नाम चर्चा में है। हालांकि दूसरे नाम की अभी चर्चा भी नहीं हुई है। मुस्लिम संगठनों द्वारा रोशन बेग का नाम डिप्टी सीएम के लिए प्रस्तावित करने पर उन्होंने कहा, 'इसमें गलत क्या है? क्यों नहीं? यदि दूसरे समुदाय के लोगों द्वारा मांगे की जा सकती हैं तो आखिर मेरे समुदाय के लोग क्यों नहीं कर सकते हैं? लेकिन दिन के आखिर में हाईकमान को ही फैसला लेना है।'
बता दें कि सोमवार को अखिल भारतीय वीरशैव महासभा ने कुमारस्वामी को पत्र लिखकर मांग की थी कि कांग्रेस के शमानुरु शिवशंकरप्पा को नई सरकार की कैबिनेट में गृहमंत्री का पद दिया जाए। इसी बीच मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले कुमारस्वामी ने बताया है कि शपथग्रहण में कौन-कौन नेता शामिल होंगे। उन्होंने कहा, भाजपा नेताओं के अलावा बहुत से नेता कल होने वाले शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे। जिसमें राहुल जी, गुलाम नबी आजाद, मायावती जी, ममता बनर्जी, अखिलेश यादव, चंद्रबाबू नायडू, स्टालिन और बहुत से लोग आने वाले हैं।