फॉक्स न्यूज का दावा, चीन ने लैब में पैदा किया था कोरोना वायरस, ट्रम्प न कहा - जांच करके ही रहेंगे
By: Pinki Fri, 17 Apr 2020 12:12:49
चीन ने एक विशेष उद्देश्य से कोरोना वायरस को वुहान की लैब में पैदा किया है। यह बात अमेरिकी टीवी चैनल फॉक्स न्यूज ने गुरुवार को कही है। उन्होंने दावा किया कि चीन के वैज्ञानिक यह बताना चाहते थे कि वे अमेरिकी वैज्ञानिकों से कहीं आगे हैं। चीन ने यह दिखाने की कोशिश की कि वह कोरोना जैसे खतरनाक वायरस की अमेरिका की तरह या उससे ज्यादा अच्छे से पहचान कर सकता है और उससे पूरी ताकत के साथ निपट सकता है। यह उसका अब तक का सबसे महंगा और गुप्त कार्यक्रम था।
चैनल ने सूत्र के हवाले से कहा कि डॉक्टरों के प्रयासों और इस वायरस को शुरू में लैब में रोकने से जुड़े कई दस्तावेजों के अध्ययन से यह पता चलता है कि वुहान में जिस वेट मार्केट की पहचान कोरोना फैलने के रूप में की गई थी, वहां चमगादड़ बिकते ही नहीं थे। चीन ने वेट मार्केट की थ्योरी को भी जानबूझकर फैलाया ताकि लैब पर लगने वाले आरोप दब जाएं। चीन चाहता था कि इसके जरिए वह अमेरिका और इटली को निशाना बनाए।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बुधवार को ही कहा था कि वुहान की लैब से कोरोना वायरस दुर्घटनावश लोगों में फैला या जानबूझकर, इसका पता हम लगाकर ही रहेंगे। अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पॉम्पियो पहले ही कह चुके हैं कि चीन को बताना होगा कि वायरस कैसे फैला?
अमेरिकी विदेश विभाग ने बुधवार को कहा कि हो सकता है कि चीन ने सीटीबीटी संधि का पालन करने के दावे के बावजूद गुप्त रूप से कम क्षमता का परमाणु परीक्षण विस्फोट किया हो। इस दावे के बाद दोनों देशों के बीच कोरोना वायरस के चलते पहले से ही तल्ख संबंध और ज्यादा तनाव बढ़ा सकते हैं। दरअसल, चीन के परमाणु परीक्षण स्थल लोप नूर पर पिछले साल काफी हलचल देखी गई थी, जिसके चलते अमेरिका के मन में ये संदेह उठ रहा है कि उसने परमाणु परीक्षण किया होगा।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के आरोप के बाद गुरुवार को चीन ने अपनी सफाई दी है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ने कहा कि अब तो विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) भी इस बात की तस्दीक कर चुका है कि इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि दुनियाभर में 20 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित करने वाले कोरोनो वायरस को वुहान की लैब में बनाया गया था।