SC/ST एक्ट : भारत बंद के चलते मध्यप्रदेश में आज बंद रहेंगे पेट्रोल पंप
By: Priyanka Maheshwari Thu, 06 Sept 2018 07:15:13
अनुसूचित जाति-जनजाति (एससी-एसटी SC/ST एक्ट) संशोधन अधिनियम के खिलाफ सवर्ण संगठनों ने 6 सितंबर यानि बृहस्पतिवार को भारत बंद का एलान किया है। बंद के मद्देनजर देशभर में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। ‘भारत बंद’ के मद्देनजर मध्यप्रदेश के सभी पेट्रोल पम्प मालिकों ने अपने प्रतिष्ठान बंद करने फैसला किया है। मध्य प्रदेश में सपाक्स,करणी सेना और ब्राह्मण संगठन के साथ तमाम सवर्ण संगठन भारत बंद का समर्थन किया हैं। जिसे देखते हुए सभी जिलों में पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है। श्योपुर, छतरपुर,अशोकनगर, गुना, ग्वालियर, मुरैना, शिवपुरी,दतिया और भिंड जिलों को संवेदनशील जिलों में रखा गया है। बुधवार शाम एमपी पीएचक्यू में हुई इंटेलिजेंस के अधिकारियों की बैठक के बाद ये निर्णय लिया गया। प्रदेश में बंद का असर एक दिन पहले से ही व्यापक दिखने लगा, ओर किसी अनहोनी के डर से सबसे पहले मध्य प्रदेश के पेट्रोल पंप संचालक एसोसिएशन ने पेट्रोल पंप बंद रखने का ऐलान किया। एपी पेट्रोल पंप संचालक एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय सिंह ने साफ किया की सुबह 10 बजे शाम 4 बजे तक पेट्रोल पंप बंद रहेंगे, ये निर्णय बंद के दौरान अप्रिय घटना से बचने के लिए ये निर्णय लिया गया है।
दूसरी ओर पुलिस ने बंद के आह्वान के चलते प्रदेश में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हैं। मध्यप्रदेश के पुलिस महानिरीक्षक (इंटेलीजेंस) मकरंद देउस्कर ने बुधवार को संवाददाताओं को बताया, ‘‘छह सितम्बर को बंद के आह्वान को देखते हुए अधिकांश जिलों में प्रशासन द्वारा एहतियाती तौर पर धारा 144 से लगा दी गई है।’’ उन्होंने बताया कि विशेष सशस्त्र बल (एसएएफ) की 34 कंपनियां प्रदेश के विभिन्न जिलों में तैनात की गई हैं।
जबलपुर की जिला कलेक्टर छवि भारद्वाज ने बंद के आह्वान को देखते हुए गुरुवार शाम छह बजे तक जिले में इंटरनेट सेवा प्रतिबंधित करने का आग्रह करते हुए प्रदेश के गृह विभाग को पत्र लिखा है। इस बीच भिंड के जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) ने जिले में सभी स्कूलों को बंद रखने का आदेश दिया है। एसटी, एससी कानून में संशोधन के विरोध में बुधवार को भी विरोध प्रदर्शन हुए। प्रदर्शनकारियों ने टीकमगढ़ में बुधवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं भाजपा के सांसद प्रहलाद पटेल को काले झंडे दिखाए। पटेल वहां पार्टी के पिछड़ा वर्ग के कार्यकर्ताओं की एक बैठक को सम्बोधित कर रहे थे। वहीं ग्वालियर में पार्टी के ओबीसी प्रकोष्ठ की बैठक स्थल के बाहर प्रदर्शनकारियों ने नारेबाजी की।