तेल की कीमत : इन चार बीजेपी शासित राज्यों ने किया 2.5 रुपये की कटौती का ऐलान, बिहार के बारे में पूछने पर सुशील मोदी ने दिया यह जवाब...
By: Priyanka Maheshwari Thu, 04 Oct 2018 7:02:47
पेट्रोल-डीजल की मार से आम जनता को सरकार ने बड़ी राहत दी है। पेट्रोल और डीजल के दाम में लगातार बढ़ोतरी को देखते हुए केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर से एक्साइज ड्यूटी 1.50 रुपये घटाने का फैसला किया है। इस तरह केंद्र सरकार की तरफ से जनता को 2.50 पैसे की राहत मिलेगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इस बात की घोषणा करते हुए कहा कि यह कटौती एक्साइज ड्यूटी में की गई है। इसमें 1.50 रुपये केंद्र सरकार और 1 रुपया तेल मार्केटिंग कंपनियां कटौती करेंगी। पेट्रोल और डीजल पर केंद्र सरकार की तरफ से 2.5 रुपये की राहत मिलने के बाद बीजेपी शासित कई राज्यों ने भी तेल की कीमतों में कटौती का ऐलान कर दिया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सभी राज्यों से तेल की कीमत में कटौती करने की बात भी कही थी। सरकार से मिली राहत के बाद बीजेपी शासित राज्य उत्तर प्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र और गुजरात ने कीमतों में 2.5 रुपये की कटौती का ऐलान कर दिया।
वहीं बिहार में अभी तक कीमत कम करने को लेकर कोई ऐलान नहीं हुआ है। इस बारे में पूछे जाने पर बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने कहा कि हमें अभी तक जेटली जी का कोई पत्र नहीं मिला है। पहले हम निर्णय को देखेंगे उसके बाद ही पेट्रोल और डीजल पर कोई फैसला लेंगे। हर राज्य की अपनी परिस्थितियां हैं इसलिए पहले पत्र मिलने दीजिए।
इसके पहले केंद्र सरकार ने गुरुवार को पेट्रोल-डीजल की कीमतों में एक व्यवस्था के तहत 2.50 रुपये प्रति लीटर की कटौती की घोषणा की। इसमें 1.50 रुपये एक्साइज ड्यूटी में की गई कटौती से कम हुए हैं, जबकि एक रुपये प्रति लीटर का बोझ पेट्रोलियम का खुदरा काम करने वाली सरकारी कंपनियां वहन करेंगी। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसकी घोषणा करते हुए कहा कि उत्पाद शुल्क में कटौती से केंद्र सरकार को 10,500 करोड़ रुपये के कर राजस्व का नुकसान होगा। जेटली ने राज्य सरकारों से भी इसी अनुपात में बिक्री कर या वैट में कटौती करने का आग्रह किया था। इसके बाद भी बीजेपी शासित उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात की तरफ से कीमतों में कटैती का ऐलान किया है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने राज्य सरकारों से भी इसी अनुपात में बिक्री कर या वैट में कटौती करने का आग्रह किया था, लेकिन बीजेपी शासित बिहार के उपमुख्यमंत्री ही अब इस बाबत किसी पत्र का इंतजार कर रहे हैं।
We didnt receive any letter from Jaitley ji. First we will see the order then make a decision on petrol and diesel. Each and every state has their own situation so first let the letter come: Bihar Deputy CM Sushil Modi (file pic) pic.twitter.com/5kbw9bWnBp
— ANI (@ANI) October 4, 2018
उधर, आम आदमी पार्टी ने सरकार के इस फैसले पर सवाल उठाए हैं। आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट किया, 'मोदी सरकार ने एक्साइज़ ड्यूटी 10 रुपए प्रति लीटर बढ़ाई और मात्र 2.50 रुपए आज कम कर दी? ये तो धोखा हुआ। केंद्र सरकार को कम से कम 10 रुपए प्रति लीटर की कमी करनी चाहिए।
आप नेता संजय सिंह ने भी ट्वीट कर सरकार से पूछा कि क्या आज की कटौती के बाद रोजना कीमतें बढ़नी बंद हो जाएगी। 'आप' नेता संजय सिंह ने ट्वीट किया, माननीय वित्त मंत्री ने डीज़ल-पेट्रोल के दाम में ढ़ाई रुपये की कटौती कर दी, अच्छी बात है, मान्यवार क्या कल से प्रतिदिन 10 पैसा, 25 पैसा, 45 पैसा, 50 पैसा तेल का दाम बढ़ना बंद हो जायेगा? 'चार दिन की चांदनी, फिर अंधेरी रात है।'
मोदी सरकार ने एक्साइज़ ड्यूटी 10 रुपए प्रति लीटर बढ़ाई और मात्र 2.50 रुपए आज कम कर दी? ये तो धोखा हुआ। केंद्र सरकार को कम से कम 10 रुपए प्रति लीटर की कमी करनी चाहिए। https://t.co/WqBzarLLaD
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) October 4, 2018
मोदी सरकार ने साढ़े चार साल में डीज़ल पर 443 % और पेट्रोल पर 213 % टैक्स बढ़ाया अब तीन राज्यों में चुनाव घोषित होना है तो चुनावी राहत दी जा रही है, याद कीजिये गुजरात चुनाव के पहले भी केंद्र और गुजरात ने टैक्स में कटौती की थी। https://t.co/UOIyygrZWZ
— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) October 4, 2018
1 डॉलर की कीमत 73.5 रुपये के पार
1 डॉलर की कीमत 73.5 रुपये के पार निकल गई है। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 26 पैसे की कमजोरी के साथ 73.60 के स्तर पर खुला है, जो अब तक का सबसे निचला स्तर है। वहीं खुलने के बाद डॉलर के मुकाबले रुपया 73.70 तक टूट गया। कल के कारोबार में डॉलर के मुकाबले रुपया 73.34 के स्तर पर बंद हुआ था।
डॉलर के मुकाबले रुपये के 70 के स्तर पार पहुंचने का असर कच्चे तेल के आयात पर हो सकता है। आयात महंगा होगा तो ऑयल मार्केटिंग कंपनियां पेट्रोल-डीजल की कीमतें बढ़ा सकती हैं। देश में खाने-पीने की चीजों और दूसरे जरूरी सामानों के ट्रांसपोर्टेशन के लिए डीजल का इस्तेमाल होता है।
ऐसे में डीजल महंगा होते ही इन सारी जरूरी चीजों के दाम बढ़ेगा। साबुन, शैंपू, पेंट इंडस्ट्री की लागत बढ़ेगी, जिससे ये प्रोडेक्ट भी महंगे हो सकते हैं।