CM फडणवीस से मिले लिखित आश्वासन के बाद अन्ना हजारे ने सातवें दिन खत्म किया अनशन, खास बातें...
By: Priyanka Maheshwari Wed, 06 Feb 2019 08:03:28
मंगलवार को महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (CM Devendra Fadnavis) और दो केंद्रीय मंत्रियों के साथ पांच घंटे से अधिक समय तक चली बैठक के बाद लोकपाल एवं लोकायुक्तों की नियुक्ति के मुद्दे पर बीते 30 जनवरी को बेमियादी अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे (Anna Hazare) ने अपना अनशन खत्म कर लिया। अन्ना हजारे (Anna Hazare) हजारे ने मंगलवार शाम संवाददाताओं से कहा "फडणवीस और मंत्रियों के साथ चली लंबी बातचीत के बाद मैंने अपना अनशन खत्म करने का फैसला किया है।"
- अन्ना हजारे (Anna Hazare) ने घोषणा की कि वह बातचीत के नतीजे से संतुष्ट हैं। उन्होंने फडणवीस, केंद्रीय कृषि मंत्री राधा मोहन सिंह, केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री सुभाष भामरे और राज्य के जल संसाधन मंत्री गिरिश महाजन के साथ बातचीत की।
- उन्होंने कहा "कृषि लागत एवं मूल्य आयोग (सीएसीपी) को स्वायत्त दर्जा देने, लोकायुक्त विधेयक महाराष्ट्र विधानसभा के अगले सत्र में सदन के पटल पर रखने और लोकपाल के लिए उच्चतम न्यायालय की समय सीमा का पालन करने, इन तीन मांगों के लिए मैंने अपना आंदोलन शुरू किया था। सरकार द्वारा मुझे दिए गए आश्वासन से मैं संतुष्ट हूं और मैं अपना अनशन खत्म कर रहा हूं।"
Maharashtra CM Devendra Fadnavis: We have decided that the Lokpal search committee will meet on 13 February and the directions of the Supreme Court will be followed. A joint drafting committee has been set up, it will prepare a new bill and we will introduce it in next session. pic.twitter.com/6F2g73em7h
— ANI (@ANI) February 5, 2019
- फडणवीस ने कहा कि हजारे के करीबी सहयोगी सोनपाल शास्त्री उस कमेटी के सदस्य होंगे, जिसका गठन राधा मोहन सिंह की अध्यक्षता में होगा। सीएसीपी को स्वायत्त दर्जा की पेशकश करने के लिए यह इस साल अक्टूबर तक अपनी रिपोर्ट पूरी करेगी।
- अन्ना हजारे (Anna Hazare) ने कहा, "मैंने फडणवीस और अन्य के साथ संतोषजनक वार्ता के बाद अपना अनशन खत्म करने का फैसला किया है।" फडणवीस ने कहा कि लोकपाल के लिए सर्च कमेटी की बैठक 13 फरवरी को हो रही है और यह उच्चतम न्यायालय के आदेशों के मुताबिक आगे का फैसला करेगा। हजारे के अनशन के सातवें दिन मंगलवार को उनके चिकित्सक ने कहा कि प्रयोगशाला जांच में उनका रक्तचाप और सुगर बढ़ा हुआ पाया गया है। अनशन शुरू करने के बाद से उनका वजन पांच किग्रा घट गया।
- उल्लेखनीय है कि हजारे ने केंद्र में लोकपाल एवं उन राज्यों में लोकायुक्तों की नियुक्ति की मांग को लेकर अपना अनशन शुरू किया था जिन राज्यों में भ्रष्टाचार के खिलाफ निगरानी करने वाली ऐसी वैधानिक संस्था का अब तक गठन नहीं हुआ है। वह चुनाव सुधार एवं कृषि संकट के समाधान के तौर-तरीके सुझा चुके स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों पर अमल की भी मांग करते रहे हैं।
Maharashtra: Anna Hazare ends his fast in Ralegan Siddhi, Ahmednagar. He was on a fast since the last six days for the formation of Lokpal at the Centre and Lokayuktas in the states. pic.twitter.com/YBaJGK0Tec
— ANI (@ANI) February 5, 2019
- अन्ना हजारे (Anna Hazare) के अनशन के प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए स्थानीय लोगों ने मंगलवार को गांव में सरकारी कर्मियों के प्रवेश पर बंदिश लगा दी थी। हजारे ने सोमवार को दावा किया था कि भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने सत्ता पर काबिज होने के बाद लोकपाल के गठन की उनकी मांग से मुंह फेर लिया। उन्होंने मौजूदा भाजपा सरकार पर आरोप लगाया कि उसने उन लोगों को धोखा दिया है जिन्होंने 2014 में उसे वोट दिया।
- उन्होंने कहा था, "लोकपाल और लोकायुक्त पर मेरे रामलीला मैदान आंदोलन के दौरान समूचा देश एकजुट हो गया था। एक माहौल बना था। यही कारण है कि आप (भाजपा) सत्ता में आए। अब आप उन लोगों से विश्वासघात कर रहे हैं जो आपको सत्ता में लेकर आए थे।"
Social activist and anti-corruption crusader Anna Hazare ended his hunger strike after seven days following assurances from the government on the Lokpal and Lokayukta issues
— ANI Digital (@ani_digital) February 5, 2019
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