सारा अली खान को है यह बीमारी, हर 10 में से 1 लड़की को होती है, बढ़ सकता है वजन

By: Priyanka Maheshwari Wed, 21 Nov 2018 4:53:22

सारा अली खान को है यह बीमारी, हर 10 में से 1 लड़की को होती है, बढ़ सकता है वजन

सैफ अली खान ( Saif Ali Khan ) और अमृत सिंह ( Amrita Singh ) की बेटी सारा अली खान ( Sara Ali Khan ) बहुत ही जल्द अपनी डेब्यू फिल्म के साथ दर्शकों के सामने होंगी। सुशांत सिंह राजपूत ( Sushant Singh Rajput ) के साथ आने वाली उनकी फिल्म 'केदारनाथ ( Kedarnath )' चंद दिनों में ही सिनेमाघरों की दहलीज पर होगी। इसके बाद वो अभिनेता रणवीर सिंह की 'सिम्बा' में दिखाई देंगी। फिल्म 'सिम्बा' का निर्देशन रोहित शेट्टी ने किया है, जो कि एक मसाला फिल्म है।

कुछ दिन पहले 'केदारनाथ' का धमाकेदार ट्रेलर रिलीज हुआ था, जिसे दर्शकों ने बेहद पसंद किया था। लेकिन क्या आपको मालूम है स्लिम और खूबसूरत दिखने वाली सारा अली खान का कॉलेज के समय वजन 96 किलो हुआ करता था। इस बात का खुलासा उन्होंने खुद सारा ने करण जौहर के पॉपुलर चैट शो कॉफी विद करण में किया। दरअसल, एक बीमारी के चलते सारा अली खान का वजन काफी बढ़ा हुआ था। इस बीमारी के चलते सारा जैसी आज कैमरे के सामने दिखाईं दे रही हैं उससे बिल्कुल ही अलग थीं। कुल मिलाकर फिल्मों में आने से पहले सारा का लुक बिल्कुल बदला हुआ था। सारा ने बताया कि उन्हें PCOD नाम की बीमारी है जिसके चलते उनका वजन काफी बढ़ा हुआ था। इस बीमारी में वजन घटाना सबसे मुश्किल होता है। आपको जानकर हैरानी होगी कि एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में हर 10 में से 1 लड़की इस बीमारी से ग्रसित है। PCOD को PCOS यानी पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम भी कहा जाता है। आइए जानते हैं इसके लक्षण, कारण और इलाज।

sara ali khan,pcos,polycystic ovary syndrome,Health,Health tips ,सारा अली खान,पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम

क्या होता है पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम(PCOS)

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) महिलाओं में होने वाली एक आम बीमारी होती है। यह बीमारी हार्मोन्स के बैलेंस ना होने का नतीजा होती है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से ग्रस्त महिलाओं की ओवरी (अंडाशय) पुरुष हार्मोन टेस्टोस्टेरोन का महिलाओं के हार्मोन एस्ट्रोजन की तुलना में अधिक उत्पादन करना शुरु कर देती है। इससे महिलाओं में पीरियड्स और गर्भधारण से जुड़ी समस्याएं पैदा हो सकती है साथ ही त्वचा पर बाल आना, चेहरे पर बहुत अधिक बालों का आना मुहासे और गंजेपन जैसी परेशानियां भी हो सकती है। दरअसल, जिन महिलाओं को ये परेशानी होती है उन्हें दवाओं पर निर्भर रहना पड़ता है।

sara ali khan,pcos,polycystic ovary syndrome,Health,Health tips ,सारा अली खान,पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम

पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम(PCOS) के लक्षण

अनियमित पीरियड्स

पीसीओडी में कई महिलाओं के पीरियड्स पर असर पड़ता है। किसी को पीरियड कम होने लगते है तो किसी को हैवी ब्लीडिंग होती है। खास बात यह है कि बात हीं वक्त रहते इसका इलाज न कराया जाए तो पीरियड होना ही बंद हो जाते हैं।

अनचाहे बाल निकलना

पीसीओडी होने पर कई लड़कियों और महिलाओं के शरीर में मेल हॉर्मोन टेस्टोस्ट्रेरॉन का लेवल बढ़ जाता है जिससे चेहरे, चेस्ट, पेट, हाथ या पैरों की अंगुलियों पर अधिक बाल उगने लगते हैं।

लगातार वजन बढ़ना

पीसीओडी के चलते कई महीलाओं और लड़कियों में वजन बढ़ने की शिकायत रहती है। इतना ही नहीं इस बीमारी में वजन घटाना बहुत बड़ा टास्क होता है।

मुंहासे होना

कई महिलाओं को पीसीओडी की वजह से चेहरे पर बहुत सारे मुहांसे आ जाते हैं। चेहरे में भी कई परिवर्तन आते हैं। चेहरे के साथ शरीर में भी कई तरह के बदलाव होते हैं।

sara ali khan,pcos,polycystic ovary syndrome,Health,Health tips ,सारा अली खान,पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम

ये भी हैं पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम(PCOS) के लक्षण

आवाज भारी होना
बालों का झड़ना
व्यवहार में बदलाव नजर आना
सिरदर्द
अनिद्रा
स्किन संबंधी रोगों का सामने आना
शादीशुदा महिलाओं में बांझपन या गर्भ न ठहरना
यौन इच्छा की कमी
मूड स्विंग
बाल पतले होना
पेल्विक पेन

पीसीओएस होने का कारण


एक्सपर्ट्स की माने तो PCOS मेटाबॉलिज्म से जुड़ी समस्या है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के कारण में मुख्य है अनुवांशिकता: माँ से यह बीमारी बच्चों में आती है। महिलाओं में अक्सर यह देखा जाता है कि यह बीमारी मां के जीन्स के बच्चों में संचरित होती है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम इस बीमारी से ग्रस्त 70 प्रतिशत महिलाओं में इंसुलिन प्रतिरोधिता पाई जाती है। इसका मतलब होता है कि कोशिकाएं अच्छी तरह से इंसुलिन का इस्तेमाल नहीं कर पाती है। यहीं कारण होता है पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से ग्रस्त महिलाओं को डायबिटीज और मोटापे जैसी परेशानियां भी हो जाती है। पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम से ग्रस्त महिलाओं के शरीर में सूजन आ जाती है और इस सूजन के कारण मेल हार्मोन का और अधिक स्राव होता है और यह बीमारी ज्यादा बढ़ जाती है।

एक्सपर्ट्स का मानना है कि अगर आप इससे बचना चाहते हैं तो अधिक मात्रा में जंक फूड का सेवन न करें। इसके बजाय डाइट में हेल्दी फूड को जगह दे। इसके अलावा फिजिकल ऐक्टिविटी को बढ़ावा दें। रोजाना एक्सरसाइज, खेलकूद, स्विमिंग या डांसिंग पर फोकस करें। लंबे समय तक कंप्यूटर के सामने बैठना एवॉइड करेें।

हम WhatsApp पर हैं। नवीनतम समाचार अपडेट पाने के लिए हमारे चैनल से जुड़ें... https://whatsapp.com/channel/0029Va4Cm0aEquiJSIeUiN2i

Home | About | Contact | Disclaimer| Privacy Policy

| | |

Copyright © 2024 lifeberrys.com