क्रिकेट के ऐसे दिग्गज रिकॉर्ड जिनका टूटना लगभग नामुमकिन है
By: Ankur Thu, 28 Dec 2017 07:32:39
क्रिकेट का खेल आंकड़ों का खेल हैं। जिसमें कई रिकॉर्ड टूटते आये हैं। कुछ को टूटने में कम समय लगा तो किसी को ज्यादा। लेकिन कुछ रिकॉर्ड ऐसे हैं जिनको तोड़ पाना नामुमकिन सा लगता हैं। आज हम आपके लिए क्रिकेट के कुछ ऐसे ही दिग्गज रिकॉर्ड लाये हैं जिन्हें तोड़ पाना लगभग नामुमकिन सा हैं। तो आइये जानते हैं ऐसे रिकॉर्ड के बारे में।
* सचिन तेंदुलकर के शतकों का शतक :
सचिन तेंदुलकर ने अपने इंटरनेशनल क्रिकेट करियर में शतक का शतक बनाया। तेंदुलकर के 100 शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ना लगभग नामुमकिन है। तेंदुलकर के इस रिकॉर्ड के सबसे करीब पहुंचने वाले खिलाड़ी रिकी पोंटिग रहे जिन्होने कुल 71 शतक बनाए यानी वो भी सचिन से 29 शतक पीछे रहे। तो इस रिकॉर्ड का टूटना लगभग नामुमकिन है। हालांकि तेंदुलकर ऐसा नहीं मानते हैं उनका मानना है कि विराट कोहली में वो काबिलियत है कि वो उनके 100 शतकों के रिकॉर्ड को तोड़ सकते हैं।
* डॉन ब्रैडमैन - टेस्ट में 99.94 की बल्लेबाजी औसत :
67 साल पहले डॉन ब्रैडमैन टेस्ट क्रिकेट से रिटायर हो गए थे, लेकिन टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाजी औसत का उनका रिकॉर्ड आज तक कोई नहीं तोड़ पाया और संभवत: आगे भी नहीं टूटेगा। ब्रैडमैन ने 99.94 की औसत से रन बनाए, जबकि उनके बाद सबसे अच्छी औसत की लिस्ट में जो दूसरा बल्लेबाज है।
* मुथैया मुरलीधरन - 1347 बल्लेबाजों का शिकार :
इंटरनेशनल क्रिकेट में दो ही गेंदबाज 1000 विकेट के आंकड़े के पार पहुंचे। पहले मुथैया मुरलीधरन और दूसरे शेन वॉर्न। मुरली ने 1347 विकेट लिए, जबकि वॉर्न 1001 के आंकड़े से आगे नहीं बढ़ पाए। मुरली का रिकॉर्ड तोड़ने की बात तो दूर, अब तो कोई गेंदबाज इंटरनेशनल क्रिकेट में एक हजार विकेट लेने के बारे में भी नहीं सोचता।
* ब्रायन लारा के एक पारी में 400 रन :
टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सबसे ज्यादा रन बनाने का रिकॉर्ड वेस्टइंडीज के महान बल्लेबाज ब्रायन लारा के नाम है। लारा ने 2004 में इंग्लैंड के खिलाफ एक पारी में 400 रन बनाकर इतिहास रच दिया था। इस रिकॉर्ड का टूटना भी लगभग नामुमकिन है। घरेलू क्रिकेट में लारा के 500 रनों का रिकॉर्ड भी अब तक कोई बल्लेबाज नहीं तोड़ पाया है।
* जिम लेकर - एक टेस्ट में 19 विकेट :
इंग्लैंड के जिम लेकर ने 1956 में इंग्लैंड के खिलाफ एक टेस्ट में 19 विकेट लेने का जो रिकॉर्ड बनाया था, उसे इतने सालों में तोड़ना तो दूर, इस रिकॉर्ड की कोई बराबरी भी नहीं कर पाया। जाहिर है जो ये रिकॉर्ड तोड़ेगा, उस गेंदबाज को टेस्ट मैच की दोनों पारियों में सभी 20 विकेट लेने होंगे।