मुख्यधारा के पुरस्कारों में ‘भेदभाव’ को लेकर खफा हैं मनोज बाजपेयी
By: Geeta Wed, 13 Mar 2019 4:52:43
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता अभिनेता मनोज वाजपेयी ने बुधवार को कहा कि वह इस तथ्य से वाकिफ हैं कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बेहद प्रशंसित उनकी तमाम फिल्मों को कभी भी ‘तथाकथित बड़े मुख्यधारा के पुरस्कारों’ की नामांकन सूची में जगह नहीं मिली। मनोज ने बुधवार को अपनी 2018 की फिल्म ‘गली गुलियां’ का एक पोस्टर ट्वीट किया और लिखा, ‘आदत सी पड़ गई है यह देखने की कि मेरी सभी फिल्में जो राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बहुत प्रशंसित हैं, उन्हें तथाकथित मुख्यधारा के पुरस्कारों की नामांकन सूची तक में जगह नहीं मिलती, पुरस्कार मिलने की तो बात ही छोडि़ए। रचनात्मक खोज और शोषण जारी है। गली गुलियां।’
So used to the fact that all the films of mine which are highly acclaimed nationally and internationally don’t even get a place in the nominations list of so called big mainstream awards here forget about winning.creative pursuit and exploitation continue....! @GaliGuleiyan pic.twitter.com/9JfJDn3tBI
— manoj bajpayee (@BajpayeeManoj) March 13, 2019
49 वर्षीय अभिनेता का ट्वीट 64वें विमल फिल्मफेयर अवार्डस 2019 के लिए मंगलवार को नामांकन सूची की घोषणा के बाद आया है।
मनोज की फिल्म ‘गली गुलियां’ को बुसान इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल और 2017 मियामी फिल्म फेस्टिवल, इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ लॉस एंजिल्स, अटलांटा फिल्म फेस्टिवल, 42वें क्लीवलैंड इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल, शिकागो इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल और 2018 इंडियन फिल्म फेस्टिवल ऑफ मेलबर्न में दिखाया गया था।