Kumbh Shahi Snan 2019: बसंत पंचमी पर तीसरा शाही स्नान आज, जुटी श्रद्धालुओं की भीड़, जानिए क्या है शुभ मुहूर्त
By: Priyanka Maheshwari Sun, 10 Feb 2019 09:05:37
बसंत पंचमी (Basant Panchami) को पड़ने वाले कुंभ मेले के तीसरे और आखिरी शाही स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ आज प्रयागराज में जुट रही है। 10 फरवरी को पड़ने वाले इस स्नान के लिए व्यापक तैयारियां की गईं है और ‘शाही स्नान' में कम से कम 3 करोड़ से अधिक लोगों के आने की संभावना है। बसंत पंचमी के दिन संगम में स्नान का विशेष महत्व है। योगी सरकार ने आस्था के इस महापर्व पर जुटने वाली भीड़ को ध्यान में रखकर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं। इससे पहले दो शाही स्नान हो चुके हैं जो मकर संक्रांति और मौनी अमावस्या को संपन्न हुए थे। मेलाधिकारी विजय किरण आनंद ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि रविवार को मेले में स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या 3 करोड़ के पार पहुंचने की संभावना है।
परंपरा के मुताबिक, आज सबसे पहले श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी शाही स्नान करेगा। उसके साथ श्री पंचायती अटल अखाड़ा भी स्नान करेगा। दोनों अखाड़े अपने सेक्टर 16 स्थित शिविर से 5:15 बजे शाही जुलूस के साथ निकलेंगे। 6:15 बजे संगम के शाही स्नान घाट पर पहला शाही स्नान महानिर्वाणी अखाड़ा ही करेगा। उसके साथ अटल अखाड़ा भी रहेगा। दूसरे क्रम में श्री पंचायती निरंजनी अखाड़ा और तपोनिधि श्री पंचायती आनन्द अखाड़ा 7:05 बजे शाही स्नान करेगा। जिसके बाद श्री पंचदशनाम जूना अखाड़ा, श्री पंचदशनाम आवाहन अखाड़ा और श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा सुबह 8 बजे एक साथ शाही स्नान करेंगे। इसके बाद बैरागी अखाड़ों के शाही स्नान का क्रम शुरु होगा। इसमें सबसे पहले अखिल भारतीय श्री पंच निर्वाणी अनी अखाड़ा 10:40 बजे शाही स्नान करेगा। उसके बाद अखिल भारतीय श्री पंच दिगम्बर अनी अखाड़ा 11:20 बजे और अखिल भारतीय पंच निर्मोही अनी अखाड़ा 12:20 बजे शाही स्नान करेगा।
Prayagraj: #Visuals from Triveni Sangam as devotees start to gather here to take holy dip on the festival of #BasantPanchami, and the 3rd and the last 'shahi snan'. #KumbhMela pic.twitter.com/AbrdT0kLWl
— ANI UP (@ANINewsUP) February 10, 2019
बसंत पंचमी कुंभ का तीसरा और अंतिम शाही स्नान है। पंचमी तिथि 2 बजकर 9 मिनट तक है इसलिए यह स्नान और दान का सबसे सही समय बताया गया है। माना जाता है कि इस दिन तीन बार डुबकी लगा कर श्रद्धालुओं को गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती का आशिर्वाद मिलता है। इस लिए श्रद्धालुओं के लिए इसका काफी महत्व है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद (एबीएपी) के अध्यक्ष नरेन्द्र गिरि ने कहा, ‘कुंभ मेले में तीन शाही स्नान और तीन पर्व स्नान होते हैं।’
मौनी अमावस्या के शाही स्नान के दौरान आम लोगों के अखाड़ा मार्ग में घुसने के बाद पैदा हुई समस्या को देखते हुए तीसरे शाही स्नान के लिए अतिरिक्त फोर्स लगायी गयी है। वहीं, शनिवार को सुबह से वसंत पंचमी का शुभ मुहूर्त लगने के कारण स्नान शुरू हो गया है। करीब 50 लाख लोगों ने शनिवार को ही संगम में डुबकी लगा ली। हालांकि, आज शाही स्नान के साथ बड़ी संख्या में लोग स्नान करेंगे। इसे देखते हुए मेला क्षेत्र में वाहनों का आवागमन पूरी तरह प्रतिबंधित कर दिया गया है।
राज्य के पुलिस महानिदेशक ओ पी सिंह ने पीटीआई को बताया कि कि पूरे क्षेत्र को नौ जोन और 20 सेक्टरों में बांटा गया है। इनकी सुरक्षा में 20,000 पुलिसकर्मियों, 6000 होमगार्ड तैनात किए गए हैं। इसके अलावा 40 पुलिस थाने, 58 चौकियां, 40 दमकल केंद्र बनाए गए हैं। केन्द्रीय बलों की 80 कंपनियां तथा पीएसी की 20 कंपनियां भी तैनात हैं।
माघ महीने के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को बसंत पंचमी के तौर पर मनाया जाता है। ऐसी मान्यता है कि जो व्यक्ति मकर संक्रांति, मौनी अमावस्या और बसंत पंचमी पर त्रिवेणी संगम में स्नान करता है, उसे पूर्ण कुंभ स्नान का फल मिलता है। बसंत पंचमी के दिन देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार इस दिन देवी सरस्वती का जन्म हुआ था। संगम के अलावा अन्य पवित्र नदियों में स्नान के लिए लोगों की भारी भीड़ जुटती है। मौनी अमावस्या पर भारी भीड़ को देखने के बाद योगी सरकार ने बसंत पंचमी के लिए भी सुरक्षा-व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए हैं।