धूमधाम से किया जाता हैं गणपति विसर्जन, जानें इसकी पूर्ण विधि
By: Ankur Thu, 12 Sept 2019 09:04:18
आज अनंत चतुर्दशी का पर्व हैं जो कि गणेश चतुर्थी के 10 दिन बाद आता है। गणेश चतुर्थी के दिन भक्तगण गणपति बप्पा को बड़े धूमधाम के साथ घर लेकर आते हैं और उनकी स्थापना करते हैं। इसी तरह आज अनंत चतुर्दशी के दिन भक्तगण ढोल-नगाड़ों के साथ गणपति जी का विसर्जन करने जाते हैं। लेकिन आपकी भक्ति का पूरा लाभ तभी मिल पाता हैं जब गणपति जी का विसर्जन पूर्ण विधि के साथ किया जाए। इसलिए आज हम आपके लिए गणपति विसर्जन की पूर्ण विधि लेकर आए हैं। तो आइये जानते हैं इसके बारे में।
- गणेश जी को विदाई से पहले भोग लगाएं।
- पवित्र मंत्रों के साथ आरती करें।
- लकड़ी का एक पटरा लेकर उसे गंगाजल से साफ करें।
- घर की महिला इस पटरे पर स्वास्तिक बनाए। फिर पटरे पर अक्षत रखने के बाद पीला, गुलाबी या लाल रंग का वस्त्र बिछाएं।
- फिर जिस स्थान पर गणपति की स्थापना की गई हैं वहां से भगवान को उठा कर पटरे पर रखें।
- गणेश जी को विराजमान करने के बाद पटरे पर फल, फूल, पांच मोदक रखें।
- उसके बाद एक छोटी लकड़ी लेकर उसमें गेहूं, चावल और पंच मेवा की पोटली बनाकर बांधें। और कुछ सिक्के रखें।
- नदी या तालाब में गणपति का विसर्जन करने से पहले फिर से उनकी आरती करें।
- इसके बाद भगवान से प्रार्थना करें, अपनी इच्छा बताएं और अपनी भूल के लिये क्षमा मांगें।
- फिर पूरे मान सम्मान के साथ गणेश जी की हर चीजों को पानी में विसर्जित करें।