Nag Panchami 2019 : आखिर क्यों की जाती है साँपों की पूजा, जुड़ा है व्यक्ति का सौभाग्य
By: Ankur Sat, 03 Aug 2019 05:43:08
सावन शुक्ल पंचमी को नागपंचमी के रूप में मनाया जाता हैं और इस दिन सभी नागदेवता की पूजा कर उन्हें प्रसन्न कर सौभाग्य की प्रप्ति करते हैं। साँपों का किसी ना किसी तरह से सभी देवताओं से सम्बन्ध माना गया हैं। भगवान विष्णु की शैय्या के रूप में तो नाग है ही और शिव के गले का हार भी साँप हैं। इसलिए नागपंचमी का महत्व और बढ़ जाता हैं। इस दिन की गई नागदेवता की पूजा व्यक्ति को सौभाग्य की प्राप्ति करवाती हैं। आज हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह नागदेवता व्यक्ति के जीवन में खुशियाँ और सौभाग्य लेकर आते हैं।
इसलिए भूमि के साथ होती है नाग देवता की विशेष पूजा
किसी भी खाली जमीन पर मकान का निर्माण शुरु करने से पहले भूमि की पूजा की जाती है। भूमि के इस विशेष पूजा में चांदी के नाग और कलश की भी पूजा होती है। यह विशेष रूप से जमीन से जुड़े वास्तु दोष को दूर करने के लिए की जाती है। मान्यता है कि भूमि के नीचे पाताल लोक है। जिसके स्वामी भगवान विष्णु के सेवक शेषनाग भगवान हैं। जिन्होंने अपने फन पर पृथ्वी को उठाकर रखा हुआ है। ऐसे में मकान का निर्माण करने से पूर्व नींव पूजन में चांदी के सांप की पूजा कर भगवान शेषनाग की कृपा पाने की कामना की जाती है। ताकि भगवान शेषनाग उस बनाए जाने वाले मकान को उसी प्रकार कर संभालकर कर रखें, जिस प्रकार पृथ्वी को संभालकर रखा है।
इस पूजा से दूर होगा भय और दोष
यदि आपको अक्सर सपने में सांप दिखाई देता है या फिर आपको सांप से अधिक डर लगता है तो आपको विधि-विधान से सांप की पूजा करनी चाहिए। विशेष रूप से नागपंचमी के दिन जरूर नाग की पूजा करें। इससे सांपों को लेकर आपका भय दूर हो जाएगा। साथ ही सांपों से जुड़े सपने भी दूर हो जाएंगे। यदि आपकी कुंडली में कालसर्पदोष है तो आप नाग पंचमी के दिन चांदी के नाग-नागिन का जोड़ा बनवाकर, विधि-विधान से पूजन करें। पूजन के पश्चात् चांदी के इस नाग-नागिन के जोड़े को बहते जल में प्रवाहित कर दें।