तानाशाह किम जोंग उन का एक और अजीब फरमान, 'के-पॉप' सुनते पकड़े गए तो होगी 15 साल की कैद
By: Ankur Tue, 15 June 2021 3:50:45
उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग-उन को अपने अजीबोगरीब फरमान के लिए जाना जाता हैं जो कई अनोखे फैसले लेते हुए अपनी देश की जनता पर थोंपते हुए नजर आते हैं। ऐसा ही एक अनोखा फैसला अब तानाशाह किम जोंग उन ने लिया हैं जिसमें 'के-पॉप' सुनते पकड़े गए तो 15 साल की कैद का फरमान जारी किया गया हैं। दक्षिण कोरिया के कोरियन पॉप को आम बोलचाल की भाषा में के-पॉप के नाम से जाना जाता है। मुख्य रूप से वेस्टर्न म्यूजिक पर बेस्ड के-पॉप में अब कई सारे डांस मूव्स और म्यूजिक स्टाइल आ मिले हैं। इस कारण दक्षिण कोरिया के इस पॉप म्यूजिक के पूरी दुनिया में दीवाने मिलेंगे। लेकिन किम जोंग ने के-पॉप को खतरनाक एक कैंसर की तरह बताते हुए खुलेआम धमकी दी है। उत्तर कोरिया में अगर कोई इसे सुनते हुए पकड़ा गया या दक्षिणी कोरिया के ड्रामा को देखा तो उसे लेबर कैंप में 15 साल की कैद होगी।
किम जोंग उन ने के-पॉप संगीत को ‘खतरनाक कैंसर’ बता दिया। तानाशाह ने कहा कि के-पॉप एक खतरनाक कैंसर है, जो उत्तरी कोरिया के युवाओं को बर्बाद कर रहा है। उनके हावभाव, रहन-सहन, कपड़े और हेयरस्टाइल सब कुछ बदल रहे हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो उत्तरी कोरिया एक गीली दीवार की तरह ढह जाएगा।
किम जोंग-उन ने अपने फरमान में कहा कि दक्षिण कोरिया का संगीत, टीवी सीरियल्स और फिल्में हमारे देश के युवओं की पोशाक, हेयर स्टाइल, भाषा और व्यवहार को भ्रष्ट कर रहीं हैं। दिसंबर में ही इससे संबंधित एक कानून लाया गया था, जिसमें दक्षिण कोरिया के किसी भी मनोरंजन को देखने पर लेबर कैंप में 15 साल की कैद की सजा हो सकती है। पहले यह अधिकतम सजा केवल 5 साल की थी। इतना ही नहीं, दक्षिणी कोरिया से जुड़ी मनोरंजन सामग्री की पेन ड्राइव्स की तस्करी में शामिल लोगों को पकड़े जाने पर मौत की सजा देने का प्रावधान है।
ये भी पढ़े :
# रोहतक: रात को खोपड़ी और सुबह मिला कंकाल, इलाके में मचा हडकंप
# हरियाणा: तेज रफ्तार कार ने बाइक को मारी टक्कर, दो युवकों की मौत; आरोपी चालक फरार
# इंदौर : जानलेवा साबित हो रहा ब्लैक फंगस, अस्पतालों में भर्ती 500 से ज्यादा मरीज, अब तक 44 हुईं मौतें
# शादी के 45 दिन बाद एक ही फंदे पर झूला दंपती, आपसी कलह की वजह से उठाया ये कदम
# MP में ब्लैक और वाइट के बाद अब ग्रीन फंगस ने दी दस्तक, 34 साल के मरीज के फेफड़ों में 90% संक्रमण