
पश्चिम बंगाल के भारतीय प्रबंधन संस्थान कलकत्ता (IIM-C) में पढ़ाई कर रही एक होनहार छात्रा के साथ हुआ बलात्कार का मामला न सिर्फ एक बड़ी सुरक्षा चूक को उजागर करता है, बल्कि इंसानियत को भी झकझोर देने वाला है। छात्रा ने आरोप लगाया है कि शुक्रवार को कैंपस के भीतर ही एक सहपाठी ने उसके साथ दुष्कर्म किया। लड़की ने साहस दिखाते हुए देर शाम हरिदेवपुर पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई, जिसके बाद मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। फिलहाल, पूरा मामला जांच के दायरे में है।
पुलिस के मुताबिक, पीड़िता और आरोपी परमानंद टोप्पाउनवार, जो कि बेंगलुरु का रहने वाला है, संस्थान के दूसरे वर्ष के छात्र हैं और एक-दूसरे को पहले से जानते थे। यह दोस्ती ऑनलाइन बातचीत के जरिए शुरू हुई थी, जो बाद में पढ़ाई और करियर से जुड़े सुझावों में बदल गई।
शुक्रवार को आरोपी ने युवती को कैंपस बुलाया, यह कहकर कि वह एक काउंसलिंग सेशन में उसकी मदद करेगा। छात्रा ने बताया कि जब वह संस्थान पहुंची तो उसे विजिटर रजिस्टर में नाम दर्ज करने से रोक दिया गया, लेकिन उसने उस सहपाठी पर भरोसा किया और भीतर चली गई। यही भरोसा कुछ ही पलों में एक कड़वे अनुभव में बदल गया।
छात्रा ने आरोप लगाया कि आरोपी उसे काम का बहाना बनाकर लड़कों के हॉस्टल में ले गया, जहां उसने उसे पिज्जा और एक ड्रिंक दी। वह बताती है कि पेय पीते ही उसे चक्कर आने लगे और शरीर का संतुलन बिगड़ने लगा। उसने वॉशरूम जाने की इच्छा जताई, लेकिन तभी आरोपी ने उस पर जबरदस्ती करने की कोशिश की।
छात्रा ने साहस दिखाते हुए विरोध किया और थप्पड़ मारा, मगर आरोपी हिंसक हो गया और मारपीट के बाद उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता ने बताया कि वह कुछ देर तक अर्ध-बेहोशी की हालत में रही और फिर पूरी तरह बेहोश हो गई। जब उसे होश आया तो वह खुद को हॉस्टल रूम में अकेली पाई। फिर किसी तरह एक मित्र से संपर्क कर पुलिस स्टेशन पहुंची।
पहले ठाकुरपुकुर और फिर हरीदेवपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई गई। पुलिस ने भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 64 (बलात्कार) और 123 (हानिकारक पदार्थ से चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
यह वारदात उस समय सामने आई है जब महज दो हफ्ते पहले राज्य के एक लॉ कॉलेज की छात्रा के साथ भी गैंगरेप की घटना हुई थी, जिसने पूरे बंगाल को हिलाकर रख दिया था। उसी के बाद राज्य सरकार ने शैक्षणिक संस्थानों के लिए SOP लागू करने और सुरक्षा उपाय बढ़ाने की बात कही थी।
पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, “हम इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। पीड़िता की मेडिकल जांच कराई जा रही है। साथ ही डिजिटल फुटेज, हॉस्टल एंट्री रिकॉर्ड और संस्थान के स्टाफ से पूछताछ की जा रही है। हम आरोपी के खिलाफ सभी जरूरी सबूत जुटा रहे हैं।”
घटना के बाद से संस्थान की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। लेकिन छात्रों और अभिभावकों के बीच इस घटना ने गहरी चिंता और गुस्से की लहर दौड़ा दी है। एक सुरक्षित और प्रतिष्ठित कैंपस में इस तरह की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।














