राजस्थान के भीलवाड़ा जिले का जहाजपुर कस्बा उस वक्त तनाव की गिरफ्त में आ गया, जब एक मामूली से वाहन दुर्घटना ने देखते ही देखते एक युवक की जान ले ली और पूरे इलाके में सांप्रदायिक उबाल पैदा कर दिया। शुक्रवार शाम को हुई इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि छोटी-छोटी कहासुनी भी तबाही का कारण बन सकती है, जब समाज में आपसी भरोसा डगमगाने लगे। हिंदू संगठन के आह्वान पर जहाजपुर कस्बा शनिवार को बंद है।
कार की ठेले से टक्कर के बाद बढ़ा विवाद
घटना उस समय हुई जब टोंक जिले के चार युवक कार में सवार होकर बीसलपुर बांध घूमने के बाद जहाजपुर लौट रहे थे। कस्बे के भंवरकला गेट स्कूल के पास इनकी कार आलू-प्याज के एक ठेले से टकरा गई। ठेले में रखे प्याज और आलू सड़क पर बिखर गए, हालांकि ठेले वाले को कोई गंभीर चोट नहीं आई। लेकिन इसी मामूली टक्कर को लेकर दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई, जो जल्द ही हिंसा में बदल गई।
कार से खींचकर पीटा, सीताराम की मौत
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, कार की पिछली सीट पर बैठे टोंक जिले के छावनी निवासी 25 वर्षीय सीताराम कीर को ठेले वालों और उनके समर्थकों ने कार से नीचे खींच लिया। फिर सड़क पर ही उसके साथ हाथापाई की गई और मारपीट शुरू हो गई। गंभीर रूप से घायल सीताराम को स्थानीय अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। घटना की खबर जंगल में आग की तरह फैली और देखते ही देखते हिंदू संगठनों की भीड़ जहाजपुर थाने के बाहर जमा हो गई।
पीड़ित पक्ष ने लगाए गंभीर आरोप, मस्जिद से पत्थरबाजी का दावा
मृतक सीताराम के परिजनों और साथी युवकों ने आरोप लगाया कि झगड़े के दौरान पास की मस्जिद से उन पर पत्थर फेंके गए। यह बयान आते ही मामला सांप्रदायिक तनाव की ओर मुड़ गया। विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल सहित कई संगठनों ने विरोध जताते हुए दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की है। साथ ही, पीतांबर राय महाराज की परंपरागत जलझूलनी यात्रा को भी अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया है।
हिंदू संगठनों का ऐलान – मोहर्रम के ताजिए नहीं निकलने देंगे
विश्व हिंदू परिषद के विभाग मंत्री विजय ओझा ने सीताराम की हत्या को "निर्मम और योजनाबद्ध" करार दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर पुलिस प्रशासन ने तत्काल कार्रवाई नहीं की तो जिले भर में उग्र आंदोलन होगा। विहिप ने यह भी घोषणा की कि इस बार मोहर्रम पर ताजिए नहीं निकलने दिए जाएंगे। इस ऐलान के बाद प्रशासन हाई अलर्ट पर है और कस्बे में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
पुलिस का बयान – जांच जारी, तनाव नियंत्रण में
भीलवाड़ा एसपी धर्मेंद्र सिंह यादव और जहाजपुर डीएसपी नरेंद्र पारीक ने घटनास्थल का मुआयना किया। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि मामला सड़क दुर्घटना से उपजा विवाद था, लेकिन जांच पूरी होने तक किसी भी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। फिलहाल कई लोगों से पूछताछ जारी है और आरोपियों की पहचान की जा रही है।
विधायक और अधिकारी मौके पर पहुंचे
घटना के बाद स्थानीय विधायक गोपीचंद मीणा भी मौके पर पहुंचे और पीड़ित परिवार से मिले। उन्होंने पुलिस अधिकारियों से सख्त कार्रवाई की मांग की और कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाएगा।
स्थानीय त्योहारों पर असर, धार्मिक आयोजन स्थगित
सीताराम की मौत से कस्बे का धार्मिक माहौल भी प्रभावित हुआ है। भगवान पीतांबर राय महाराज की पारंपरिक जलझूलनी यात्रा, जो पिछले दस महीनों से प्रतीक्षित थी, अब स्थगित कर दी गई है। यह आयोजन कस्बे की धार्मिक पहचान का प्रतीक माना जाता है, लेकिन अब श्रद्धालुओं में भारी निराशा है।