
अलवर जिले के लक्ष्मणगढ़ क्षेत्र के बीचगावा गांव में बुधवार सुबह एक दर्दनाक हादसा सामने आया। हरिद्वार से लाई गई कांवड़ की परिक्रमा के दौरान अचानक करंट की चपेट में आने से दो कांवड़ियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि 32 से अधिक कांवड़िए और ग्रामीण बुरी तरह झुलस गए। इस घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया और आक्रोशित लोगों ने सड़क पर जाम लगा दिया।
हरिद्वार से लाए थे पवित्र गंगाजल की कांवड़
तहसीलदार ममता कुमारी ने जानकारी दी कि गांव के लोग हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौटे थे और परंपरागत रूप से गांव में कांवड़ की परिक्रमा कर रहे थे। इसी दौरान करंट लगने की यह घटना हुई, जिसमें दो युवकों की जान चली गई और दर्जनों लोग घायल हो गए।
गंभीर रूप से घायल आठ लोग अलवर रेफर
झुलसे हुए लोगों को गढ़ीसवाईराम के सरकारी अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इनमें से आठ लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिन्हें तुरंत राजीव गांधी सामान्य अस्पताल, अलवर रेफर किया गया। वहीं 3 से 4 लोगों का इलाज लक्ष्मणगढ़ के सरकारी अस्पताल में जारी है।
सड़क जाम कर जताया विरोध, मौके पर तनाव
इस दर्दनाक हादसे से आक्रोशित ग्रामीणों और कांवड़ियों ने लक्ष्मणगढ़-मंडावर मार्ग पर जाम लगा दिया और प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। मौके पर तनावपूर्ण माहौल बन गया है। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं और हालात को नियंत्रण में लेने की कोशिश कर रहे हैं।
करंट लगने का कारण अब तक स्पष्ट नहीं
तहसीलदार ममता कुमारी ने बताया कि अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि करंट हाई टेंशन लाइन की चपेट में आने से लगा या किसी टूटे तार के कारण। मामले की जांच की जा रही है और विद्युत विभाग की टीम भी जांच में जुट गई है।
प्रशासन मौके पर मुस्तैद
प्रशासन और विद्युत निगम के अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और जांच-पड़ताल जारी है। इस दुखद हादसे के बाद ग्रामीणों में गहरा दुख और नाराजगी है। जिला प्रशासन द्वारा मामले की विस्तृत जांच का भरोसा दिलाया गया है।














