
गुजरात के पंचमहल ज़िले में रविवार को बड़ा हादसा सामने आया, जब पावागढ़ पहाड़ी पर बना मालवाहक रोपवे अचानक टूट गया। इस घटना में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल बताए जा रहे हैं। घटना की जानकारी मिलते ही प्रशासनिक अधिकारी और रेस्क्यू टीम तुरंत मौके पर पहुंची और राहत कार्य शुरू कर दिया। घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है, वहीं मृतकों के शव पोस्टमार्टम के लिए भेजे गए हैं। हादसे की असली वजह का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है।
कैसे हुआ हादसा?
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पावागढ़ पहाड़ी पर निर्माण कार्य चल रहा था। इस दौरान भारी सामान को ऊपर ले जाने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे मालवाहक रोपवे पर ज़्यादा वज़न लाद दिया गया था। जैसे ही सामान को ऊपर खींचा जा रहा था, अचानक रोपवे का तार टूट गया और लिफ्ट का पूरा हिस्सा नीचे गिर पड़ा। इस दर्दनाक घटना में 2 ऑपरेटर और 4 मज़दूरों समेत कुल 6 लोगों की जान चली गई।
#WATCH | Gandhinagar | On Panchmahal ropeway accident, Gujarat Minister Rushikesh Patel says, "...In Pavagadh, one ropeway is for passengers and the other is to transport goods. According to primary information, near tower no. 1, the wire of a bogie carrying six labourers broke,… https://t.co/dKdWfGI16A pic.twitter.com/ALijOcTUxu
— ANI (@ANI) September 6, 2025
मंत्री ऋषिकेश पटेल का बयान
गुजरात सरकार के मंत्री ऋषिकेश पटेल ने घटना पर गहरा दुख जताया और जानकारी दी कि पावागढ़ की पहाड़ी पर दो अलग-अलग रोपवे बने हैं—एक श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए तथा दूसरा सामान ढोने के लिए। हादसा मालवाहक रोपवे में हुआ है। मंत्री ने बताया कि टावर नंबर 1 के पास जब सामान और 6 मज़दूरों को ले जा रही लिफ्ट का तार टूटा, तो पूरा डिब्बा नीचे जा गिरा। सभी मृतकों के शव निकाल लिए गए हैं और उनके परिजनों को सूचना दी जा रही है।
जांच और आगे की कार्रवाई
पावागढ़ पहाड़ी गुजरात के प्रमुख शक्ति पीठों में से एक है, जहां हर साल हज़ारों श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते हैं। ऐसे में इस हादसे ने सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। अभी तक यह साफ नहीं हो पाया है कि रोपवे क्यों टूटा—क्या यह तकनीकी खामी थी, लापरवाही थी या फिर सामान का अत्यधिक बोझ।
सरकारी स्तर पर हादसे की उच्चस्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं। प्रशासन का कहना है कि दोषी पाए जाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी और भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा मानकों की समीक्षा भी की जाएगी।














