
दिल्ली की सियासत में एक बार फिर हलचल मच गई है। आम आदमी पार्टी के नेताओं पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अपनी जांच दोबारा तेज कर दी है। आप सरकार के दौरान तीन अलग-अलग मामलों में भ्रष्टाचार के आरोपों को लेकर केस दर्ज कर दिया गया है और जांच की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। माना जा रहा है कि इन मामलों में ईडी जल्द ही दिल्ली सरकार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन से पूछताछ कर सकती है।
इस पूरे घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी ने एक बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि यह सब एक सोची-समझी राजनीतिक साजिश का हिस्सा है। आतिशी के मुताबिक बीजेपी एक बार फिर जांच एजेंसियों का गलत इस्तेमाल कर रही है और इसकी जड़ें सीधे गुजरात से जुड़ी हुई हैं।
आतिशी का दावा है कि बीजेपी यह सब इसलिए कर रही है क्योंकि हाल ही में गुजरात के विसावदर उपचुनाव में आम आदमी पार्टी को बड़ी जीत मिली है। इस जीत से पार्टी की लोकप्रियता राज्य में काफी तेजी से बढ़ी है। उन्होंने बताया कि बीजेपी ने इस उपचुनाव में आम आदमी पार्टी को हराने के लिए हर संभव प्रयास किए—यहां तक कि शराब बांटी गई, नेताओं को डराया गया और कई प्रकार के दबाव डाले गए। लेकिन इन सबके बावजूद, आम आदमी पार्टी ने भारी मतों से जीत हासिल की।
"हम डरने वाले नहीं" - आतिशी
बीजेपी की इन चालों पर निशाना साधते हुए आतिशी ने कहा, “हम डरने या झुकने वालों में से नहीं हैं। जितनी जांच करानी है, करवा लें। आम आदमी पार्टी के किसी भी नेता के घर से कुछ भी गलत नहीं मिलेगा।” उन्होंने जोर देकर कहा कि यह सब गुजरात में पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से बीजेपी की बौखलाहट का नतीजा है।
कौन-कौन से मामले हैं जांच के घेरे में?
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ईडी ने तीन मामलों में केस दर्ज किया है—अस्पताल निर्माण, सीसीटीवी कैमरे लगाने और शेल्टर होम से जुड़े कथित घोटालों में। इन मामलों में सौरभ भारद्वाज और सत्येंद्र जैन का नाम मुख्य रूप से सामने आया है।














