
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के परिणामों ने सियासी विश्लेषकों और रणनीतिकारों के तमाम पूर्वानुमानों को झूठा साबित कर दिया। जनता ने इस बार प्रचंड जनादेश देकर स्पष्ट संदेश दिया कि उनके अनुभव और आशाओं को ही प्राथमिकता दी जाती है। यही कारण है कि राजग की ओर से किए गए प्रयासों ने कामयाबी हासिल की और महागठबंधन अपेक्षित सफलता नहीं पा सका।
महागठबंधन की उम्मीदें धराशायी
राजद-कांग्रेस की अगुआई वाला महागठबंधन इस चुनाव में अपेक्षाओं पर खरा नहीं उतर पाया। देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जयंती पर आए इस जनादेश ने राजग की ताकत को प्रमाणित कर दिया। तीसरे विकल्प की कोशिश भी इस बार निष्फल रही।
मतगणना ने याद दिलाई 2010 की जीत
शुक्रवार को हुई मतगणना के परिणाम 2010 के चुनावों की याद दिलाने वाले रहे, जब नीतीश कुमार की पहली सरकार को 206 सीटों का बहुमत मिला था। इस बार भी मतदाताओं ने 243 में से 202 सीटों के बहुमत के साथ एनडीए को समर्थन दिया। भाजपा ने 89 सीटें जीतकर सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने में सफलता पाई, जबकि जदयू को 85 सीटें मिलीं। महागठबंधन सिर्फ 36 सीटों पर सिमट गया और अन्य दलों ने 6 सीटें जीतीं।
बड़े वादों का नहीं हुआ असर
दोनों गठबंधनों ने बड़े-बड़े वादे किए, लेकिन मतदाताओं ने आजमाए हुए और भरोसेमंद विकल्प पर ही विश्वास किया। रिकॉर्ड-तोड़ मतदान (67.13%) ने स्पष्ट किया कि जनता ने अपने निर्णय में सूझबूझ दिखाई।
जनता के साथ अपनापन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रैलियों में मोदी गमछा घुमाकर बिहार की जनता के साथ अपनापन जताया। प्रचंड नतीजों के बाद उन्होंने जनता को धन्यवाद देने के लिए वही परंपरा दोहराई। दिल्ली में भाजपा मुख्यालय में पीएम मोदी ने बिहार की जनता का आभार व्यक्त किया। इस दौरान अमित शाह, जेपी नड्डा और राजनाथ सिंह ने उन्हें मखाना की माला पहनाकर सम्मानित किया।
महागठबंधन के प्रचार का असर नहीं
महागठबंधन की ओर से राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने कुल 30 सभाएं कीं। राहुल गांधी ने 16, प्रियंका गांधी ने 14 और मल्लिकार्जुन खरगे ने केवल तीन सभाएं कीं। इन सभाओं में वोट चोरी और संविधान बचाने का संदेश अधिक रहा, लेकिन यह जनता पर असर नहीं कर पाया। तेजस्वी यादव के घोषणाएं गंभीरता से नहीं ली गईं।
तीसरे विकल्प की कोशिश फेल
प्रशांत किशोर की नई पार्टी जनसुराज ने तीसरे विकल्प के रूप में मैदान में कदम रखा, लेकिन यह प्रयास केवल हवा साबित हुआ। पार्टी को एक भी सीट नहीं मिली। यादव की नई पार्टी जनशक्ति जनता दल भी सफल नहीं हो पाई। तेजप्रताप यादव महुआ से हार गए। ओवैसी की एआईएमआईएम सीमांचल में पांच सीटों पर प्रभावी रही।
नेताओं की रैलियों ने नैरेटिव बदला
प्रधानमंत्री मोदी ने 14 जिलों में रैलियों और पटना रोड शो के माध्यम से लगभग 160 विधानसभा क्षेत्रों में राजग का संदेश फैलाया। अमित शाह ने 36, राजनाथ सिंह ने 20 और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 31 सभाएं कर महागठबंधन की घोषणाओं को कमजोर किया। नेताओं ने विकास, डबल इंजन शासन, अपराध और भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेंस तथा रोज़गार का संदेश दिया।
राजग की जीत के प्रमुख कारण
मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना ने महिलाओं में असर डाला।
वृद्धजन पेंशन योजना की राशि बढ़ाने से वृद्ध मतदाताओं में समर्थन मिला।
125 यूनिट मुफ्त बिजली सुविधा ने ग्रामीण और शहरी मतदाताओं को प्रभावित किया।
पीएम मोदी द्वारा तेजस्वी के कट्टा वाले आडियो-वीडियो का मुद्दा मतदाताओं को प्रभावित किया।
नीतीश कुमार के सुशासन पर विश्वास ने राजग को प्रचंड बहुमत दिलाया।
महागठबंधन की हार के कारण
नेतृत्व में अस्थिरता और समन्वय की कमी।
जातीय और सामाजिक समीकरणों की गलत आकलन।
कांग्रेस की निष्क्रियता और टिकट वितरण में नाराजगी।
चुनावी एजेंडा अस्पष्ट और मतदाताओं तक असंपूर्ण।
स्थानीय स्तर पर संगठन की निष्क्रियता।
पीएम मोदी ने कही ये बात
बिहार के मेरे पारिवारिक सदस्यों का हार्दिक आभार, जिन्होंने विधानसभा चुनाव में राजग को ऐतिहासिक और अभूतपूर्व विजय दिलाई है। राजग ने राज्य का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया है। जनता ने हमारे ट्रैक रिकार्ड और राज्य को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के विजन को देखते हुए भारी बहुमत दिया है। मैं इस शानदार जीत के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और राजग परिवार के सदस्यों चिराग पासवान, जीतन राम मांझी तथा उपेंद्र कुशवाहा को हार्दिक बधाई देता हूं।-नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री
अमित शाह ने कही ये बात
बिहार की जनता ने पूरे देश का मूड बता दिया है कि मतदाता सूचियों का शुद्धीकरण जरूरी है और इसके विरुद्ध राजनीति की कोई जगह नहीं है। बिहार की जनता का डाला गया एक-एक वोट भारत की सुरक्षा और संसाधनों के लिए खतरा बने घुसपैठियों व उनका समर्थन करने वालों के विरुद्ध मोदी सरकार की नीति में विश्वास का प्रतीक है। जनता ने वोट बैंक की राजनीति के लिए घुसपैठियों को संरक्षण देने वालों को करारा जवाब दिया है। -अमित शाह, केंद्रीय गृह मंत्री
नीतीश कुमार ने कही ये बात
राज्यवासियों ने भारी बहुमत देकर हमारी सरकार के प्रति विश्वास जताया है। इसके लिए सभी सम्मानित मतदाताओं को मेरा नमन, हृदय से आभार एवं धन्यवाद। आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी को उनसे मिले सहयोग के लिए हृदय से आभार एवं धन्यवाद। एनडीए गठबंधन के सभी साथियों चिराग पासवान, जीतन राम मांझी एवं उपेन्द्र कुशवाहा को भी धन्यवाद। आपके सहयोग से बिहार और आगे बढ़ेगा तथा देश के सबसे ज्यादा विकसित राज्यों में शामिल होगा। -नीतीश कुमार, बिहार के मुख्यमंत्री














