क्रिकेट जगत में विराट कोहली और सचिन तेंदुलकर को बल्लेबाजी के दो युगों का प्रतीक माना जाता है। पर जब कोई दिग्गज गेंदबाज यह कहे कि विराट कोहली को गेंदबाजी करना, तेंदुलकर से भी ज्यादा कठिन था, तो यह चर्चा का विषय बन जाता है। इंग्लैंड के सबसे सफल गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने हाल ही में एक पॉडकास्ट में यही बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कोहली की तकनीक, मानसिकता और चुनौतीपूर्ण रवैये की खुलकर तारीफ की है।
इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज जेम्स एंडरसन ने ‘टॉक स्पोर्ट’ पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान कहा कि विराट कोहली को गेंदबाजी करना उनके करियर का सबसे कठिन अनुभव था। यह बयान उन्होंने तब दिया जब उनसे पूछा गया कि उन्होंने किन बल्लेबाजों को गेंदबाजी करने में सबसे अधिक मशक्कत की। एंडरसन ने कहा, "मुझे विराट कोहली को गेंदबाजी करना सचिन तेंदुलकर से भी ज्यादा मुश्किल लगा।"
यह बयान उस दौर की याद दिलाता है जब भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट मैचों में विराट कोहली और जेम्स एंडरसन के बीच रोमांचक मुकाबले देखने को मिलते थे। 2014 की इंग्लैंड सीरीज में जहां एंडरसन कोहली पर हावी रहे, वहीं 2018 में कोहली ने शानदार वापसी कर आलोचकों को जवाब दिया।
एंडरसन के मुताबिक, कोहली का आत्मविश्वास, तकनीकी मजबूती और आक्रामक खेल उन्हें गेंदबाजों के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण बनाता है। कोहली ने एंडरसन के खिलाफ 36 पारियों में 305 रन बनाए और इस दौरान वे 7 बार आउट हुए। यह आंकड़े दर्शाते हैं कि दोनों के बीच टक्कर कितनी कड़ी थी।
ट्रॉफी का नाम भी इनसे जुड़ा
भारत और इंग्लैंड के बीच होने वाली टेस्ट सीरीज को अब "सचिन तेंदुलकर - जेम्स एंडरसन ट्रॉफी" के नाम से जाना जाएगा। इससे पहले इसे पटौदी ट्रॉफी के नाम से जाना जाता था। यह नामकरण इस बात का प्रतीक है कि ये दोनों खिलाड़ी अपनी-अपनी टीमों के लिए टेस्ट क्रिकेट में कितने प्रभावशाली रहे हैं।
विराट का टेस्ट से संन्यास
गौरतलब है कि विराट कोहली ने मई 2025 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया। उन्होंने अपने 123 मैचों के टेस्ट करियर में 9230 रन बनाए, जिसमें 30 शतक और 31 अर्धशतक शामिल हैं। उनका यह सफर भारतीय क्रिकेट इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज किया जाएगा।
आगामी टेस्ट सीरीज
भारत और इंग्लैंड के बीच आगामी 5 मैचों की टेस्ट सीरीज 20 जून से लीड्स में शुरू हो रही है। इस सीरीज से दोनों टीमें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के अगले चक्र की शुरुआत करेंगी। कोहली के बिना टीम इंडिया कैसा प्रदर्शन करेगी, यह देखने वाली बात होगी।
जेम्स एंडरसन का यह बयान न केवल विराट कोहली की काबिलियत को दर्शाता है, बल्कि यह भी बताता है कि आधुनिक क्रिकेट में कोहली जैसा बल्लेबाज किस स्तर की चुनौती पेश करता है। ऐसे बयान न केवल प्रशंसकों को रोमांचित करते हैं, बल्कि दो महान खिलाड़ियों के बीच की प्रतिस्पर्धा की खूबसूरती को भी उजागर करते हैं।