टिकटों की कालाबाजारी को लेकर गांगुली के बड़े भाई कैब अध्यक्ष पर लगे आरोप, दर्ज हुई शिकायत, 5000 में बिक रही टिकट
By: Rajesh Bhagtani Fri, 03 Nov 2023 2:57:14
कोलकाता। टीम इंडिया के लगातार 7 मैचों को जीतने के बाद विश्व कप 2023 अपने पूरे परवान पर चढ़ चुका है। दर्शकों से स्टेडियम पूरी तरह भरे नजर आने लगे हैं। हालांकि यह स्थिति भारत के मैच में ही नजर आ रही है। उसके बाद सर्वाधिक मात्रा में दर्शक पाकिस्तान टीम को खेलते हुए देखने आ रहे हैं। श्रीलंका को गुरुवार को सिर्फ 55 रन पर समेटने वाली टीम इंडिया के अगले मैच को लेकर दर्शकों में खासा उत्साह है। भारत का अगला मुकाबला रविवार को दक्षिण अफ्रीका के साथ कोलकाता के ईडन्स गार्डन्स पर है, जहाँ दर्शकों ने बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष पर टिकटों की कालाबाजारी का आरोप लगाया है।
भारतीय क्रिकेट बोर्ड (बीसीसीआई) के पूर्व अध्यक्ष सौरव गांगुली गुरुवार, 2 नवंबर को अपने बड़े भाई और बंगाल क्रिकेट संघ (कैब) के अध्यक्ष स्नेहाशीष गांगुली के समर्थन में मजबूती से सामने आए और कहा कि रविवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच यहां होने वाले विश्व कप मुकाबले के टिकट विवाद में राज्य संघ की कोई भूमिका नहीं है।
एक प्रशंसक की मैदान पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए कोलकाता पुलिस ने बुधवार को स्नेहाशीष को इन आरोपों के बाद तलब किया कि कैब ने ‘जानबूझकर आम जनता के लिए उपलब्ध टिकटों का एक बड़ा हिस्सा अलग रख दिया था और उन्हें व्यक्तिगत लाभ के इरादे से कालाबाजारी करने वालों के लिए उपलब्ध कराया।’ बीसीसीआई और ऑनलाइन पोर्टल बुकमाइशो पर भी आरोप लगे।
सौरव गांगुली ने क्या कहा?
गांगुली ने ईडन गार्डन्स के दौरे के दौरान कहा, ‘‘पुलिस अपराधी को पकड़ सकती है। कैब की इसमें कोई भूमिका नहीं है। ईडन की क्षमता 67 हजार लोगों की है और मांग एक लाख से अधिक की है।’’ अपने बड़े भाई के साथ करीब दो घंटे तक बैठक करने वाले गांगुली ने कहा, ‘‘यह हर जगह होता है, टिकटों की मांग इतनी है कि आप इसे पूरा नहीं कर सकते। इस पर किसी का नियंत्रण नहीं है, केवल पुलिस ही इसे रोक सकती है।’’
कैब के लगभग 11,000 सदस्य
कैब के कुछ आजीवन सदस्यों को भी टिकट नहीं मिला जिससे वे भी खुश नहीं थे। कैब के लगभग 11,000 सदस्य हैं जिनमें आजीवन, सहयोगी और वार्षिक सदस्य शामिल हैं। भारत के पूर्व कप्तान ने कहा, ‘‘कैब के संविधान में ऐसा कहीं नहीं लिखा है कि आजीवन सदस्य को आजीवन टिकट मिलेगा। कैब ने वास्तव में 3000 टिकट दिए हैं।’’
कालाबाजार में करीब 5000 रुपये में बेची जा रही
भारत-दक्षिण अफ्रीका मुकाबले के टिकटों की सबसे कम कीमत 900 रुपये है, जो कालाबाजार में करीब 5000 रुपये में बेची जा रही है। इसके अलावा 3000, 2500 और 1500 रुपये मूल्य के टिकट भी हैं। मंगलवार को न्यू अलीपुर के एक निवासी को उस समय पकड़ा गया जब वह टिकट की कालाबाजारी कर रहा था। सदस्यता टिकटों को ऑनलाइन करने को लेकर भी लोग कैब से नाराज थे।
बांग्लादेश-नीदरलैंड मैच के दौरान हुआ था प्रदर्शन
आम तौर पर सदस्यता कार्ड दिखाने पर टिकट दिए जाते थे, लेकिन इस बार सदस्यों को पहले ऑनलाइन पंजीकरण कराना पड़ा। पोर्टल कई बार क्रैश भी हुआ, जिससे मामला बिगड़ गया। बांग्लादेश-नीदरलैंड मैच से एक दिन पहले सदस्यों ने टिकट घोटाले और कालाबाजारी का आरोप लगाते हुए ईडन गार्डन्स के बाहर विरोध प्रदर्शन भी किया था।