UP News: बदायूं में काजी के जनाजे में उमड़ी भीड़, कोरोना गाइडलाइन की उड़ी धज्जियां, वीडियो वायरल
By: Pinki Mon, 10 May 2021 11:13:26
यूपी के बदायूं में एक सम्प्रदाय विशेष के धर्मगुरु के देहांत के बाद निकली शवयात्रा में कोरोना गाइडलाइंस की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। बदायूं पुलिस ने इस यात्रा में हजारों लोगों के एकत्रित होने के संदर्भ में कई धारओं में मामला दर्ज किया है। बता दें कि बदायूं के मौलवी टोला में मुसलमानों के धर्मगुरु हजरत शेख अब्दुल हमीद मुहम्मद सालिमुल कादरी बदायूंनी का निधन हो गया था। वो शहर के काजी थे। मुसलमानों के साथ साथ हिन्दू भी उनका सम्मान करते थे। उन्होंने कई विवादित मसलों पर हमेशा सरकार का साथ दिया और उसको पालन करने के लिए कहा, मगर जब उनके निधन की सूचना मिली तब उनको देखने के लिए बहुत भीड़ पहुंच गई। देखते ही देखते उनको दफन करने के लिए जा रहे जनाजे में इतनी सारी भीड़ जुट गई कि लोगों ने कोविड काल में सारे नियम-कानून ताक पर रख दिए।
These peaceful should be dealt with in the same way #Israel is tackling #PalestinianTerrorism.
— Shubhank Patel 🇮🇳 (@Shubhank_Patel_) May 10, 2021
No police in India has the guts to stop this 'Mobocracy'. All rules are accountable for the majority only.
Great job! @budaunpolice @Uppolice @myogioffice#budaunpolice #UPPolice pic.twitter.com/fyYDjjZ4nt
बदायूं पुलिस का दावा है कि कब्रिस्तान में दफन करने के दौरान कोरोना गाइडलाइन के नियमों की भी धज्जियां उड़ाई गईं। हजारों की संख्या में लोग कब्रिस्तान में इकट्ठा हुए और प्रशासन लोगों से कोविड नियमों का पालन कराने में असमर्थ दिखा। धर्मगुरु के समथकों में कहीं से भी कोरोना का खौफ दिखाई नही दे रहा था।
पुलिस पहले हरकत में क्यों नहीं आई?
बता दें कि यह जुलूस रविवार दोपहर को निकाली गई थी। जनाजे में उमड़ी भीड़ का वीडियो जब सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो प्रशासन हरकत में आई। जनाजे में सामाजिक दूरी का कोई ख्याल नहीं रखा गया और न ही लोगों ने मास्क ही पहन रखी थी। भीड़ का वीडियो वायरल होने के बाद सदर कोतवाली पुलिस ने अज्ञात भीड़ के खिलाफ कोविड-19 और कर्फ्यू उल्लंघन के आरोप में एफआईआर दर्ज दी है।
मौत के कई घंटे के बाद दफन किया गया
रविवार को जैसे-जैसे लोगों को यह पता चलता गया कि शहर काजी सलीम मियां साहब खत्म हो गए हैं, उसके बाद से भीड़ इकट्ठा होना शुरू हो गई। शुरुआत में 11 बजे दफन का कार्यक्रम रखा गया था, जिसको बाद में और बढ़ा दिया गया और 1 बजे दफन की तैयारी हुई। पुलिस ने गांव-देहात और शहर से आने वाले लोगों के लिए कोई भी बैरिकेडिंग नहीं लगाई और न ही किसी अधिकारी ने भीड़ को इकट्ठा होने से रोका।