
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार (10 फरवरी, 2025) को विधानसभा में अपनी पार्टी के विधायकों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने स्पष्ट किया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के नतीजों का आगामी बंगाल चुनाव पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
बजट सत्र से पहले आयोजित इस आंतरिक बैठक में ममता बनर्जी ने तृणमूल विधायकों को संबोधित करते हुए कहा, "हम अपने दम पर दो-तिहाई बहुमत के साथ सरकार बनाएंगे। कांग्रेस का यहां कोई जनाधार नहीं है। तृणमूल कांग्रेस अपने दम पर जीत दर्ज करेगी।"
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, "अगले साल तृणमूल कांग्रेस दो-तिहाई से अधिक बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करेगी।" उन्होंने जोर देकर कहा कि बंगाल में बीजेपी का सामना करने के लिए सिर्फ टीएमसी ही पर्याप्त है और कांग्रेस का राज्य में कोई प्रभाव नहीं है।
ममता बनर्जी ने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि "आम आदमी पार्टी ने हरियाणा में कांग्रेस की मदद नहीं की, और कांग्रेस ने दिल्ली चुनावों के दौरान आम आदमी पार्टी का समर्थन नहीं किया।" इससे साफ है कि क्षेत्रीय दलों को अपनी ताकत पर भरोसा रखना होगा।
'आप और कांग्रेस साथ होते तो नतीजे कुछ और होते': टीएमसी विधायक
सूत्रों के मुताबिक, टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने स्वीकार किया कि अगर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा होता, तो नतीजे अलग हो सकते थे।
नादिया जिले के एक टीएमसी विधायक ने कहा, "कांग्रेस को मिले लगभग 5% वोटों ने चुनाव परिणामों को प्रभावित किया। अगर कांग्रेस थोड़ी लचीलापन दिखाती और आप के साथ चुनावी समझौता कर लेती, तो हालात बदल सकते थे।"
उन्होंने आगे कहा कि हरियाणा में भी आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को समर्थन नहीं दिया। उनका मानना है कि "अगर दोनों पार्टियां गठबंधन कर साथ चुनाव लड़तीं, तो बीजेपी को हरियाणा में सत्ता में वापस आना मुश्किल हो जाता।"














